Haryana: हरियाणा में अगले 36 घंटों में होगी मूसलाधार बारिश, विभाग ने जारी की चेतावनी
Haryana Weather: हरियाणा में हाल ही में हुई भारी वर्षा ने कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं। यमुनानगर, सिरसा, फतेहाबाद, झज्जर, रोहतक और भिवानी जैसे जिलों में जलभराव की स्थिति गंभीर बनी हुई है। मौसम विभाग ने आगामी 36 घंटों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी करते हुए बाढ़ की आशंका जताई है।
सिरसा जिले में घग्गर नदी के जलस्तर में 5,000 क्यूसेक की वृद्धि हुई है, जिससे यह खतरे के निशान से 8,000 क्यूसेक ऊपर बह रही है। घग्गर से निकलने वाली GBSM धोतड़ और खारिया के बीच की चैनल टूटने से करीब 1,000 एकड़ जमीन जलमग्न हो गई है।
वहीं, यमुनानगर के हथिनीकुंड बैराज से 2.29 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण यमुना के आसपास के क्षेत्रों में हाई अलर्ट जारी किया गया है। इस कारण 6,740 एकड़ खेतों में पानी भर गया है और करीब 200 मकानों को खाली कराया गया है।
भारी वर्षा के कारण हुए हादसों में हिसार में हाईटेंशन तार गिरने से तीन युवकों की मौत हो गई, वहीं नारनौंद खंड के गांव कौथ कलां में मकान की छत गिरने से एक महिला की जान चली गई और उसके परिवार के चार लोग घायल हो गए। गुरुग्राम में करंट लगने से एक व्यक्ति की मौत हुई है। जिले में चार अंडरपास बंद कर दिए गए हैं।
Read More New Expressway: यूपी-हरियाणा के बीच बढ़ेगी औद्योगिक कनेक्टिविटी, बनेगा 700 किमी लंबा एक्सप्रेसवेबाढ़ और जलभराव के कारण मोरनी, बरवाला, पिंजौर, रायपुररानी, छछरौली, टोहाना और शाहाबाद ब्लॉक में स्कूल बंद कर दिए गए हैं। कई जगहों पर स्कूलों में पानी भर जाने के कारण बच्चों और शिक्षकों को एक ही कमरे में सीमित करना पड़ा है।
हिसार में 7 ड्रेन टूटने से 180 गांव जलमग्न हो गए हैं। तीन सब स्टेशन पानी में डूब गए हैं, जिससे 25 गांवों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। कई स्वास्थ्य केंद्र और स्कूल दूसरी जगहों पर शिफ्ट किए गए हैं। पुलिस ने तीन मुख्य मार्गों से ट्रैफिक डायवर्ट कर दिया है और कंपनियों को वर्क फ्रॉम होम तथा स्कूलों को ऑनलाइन क्लास चलाने की सलाह दी गई है।
कुरुक्षेत्र के शाहाबाद में मारकंडा नदी 30,000 क्यूसेक की रफ्तार से बह रही है और खतरे के निशान से ऊपर है। गांव हेमामाजरा में नदी का पानी सड़कों तक पहुंच गया है। अंबाला में टांगरी नदी, यमुनानगर में सोम नदी और सिरसा में घग्गर नदी उफान पर हैं। यमुना किनारे बसे गांवों में भूमि कटाव शुरू हो गया है, जिससे हजारों मकान खतरे में हैं।
पंचकूला-सहारनपुर नेशनल हाईवे पर यमुना नदी के ऊपर बना पुल करीब 4 इंच धंस गया है। हिसार में दो नेशनल हाईवे – कोटपुतली-बठिंडा (NH-148B) और हिसार-चंडीगढ़ (NH-52) पर पानी भर जाने से आवाजाही बंद हो गई है।

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