रेणुकूट की धैकार बस्ती कूड़े के ढेर में तब्दील, मासूम बच्चों और पशुओं पर मंडरा रहा बीमारियों का खतरा, प्रशासन पर गंभीर सवाल
रेणुकूट की धैकार बस्ती कूड़े के ढेर में तब्दील, बीमारियों का खतरा बढ़ा प्रशासन की चुप्पी पर सवाल
रेनूकूट क्षेत्र की खबर, लोगोँ में बढ़ रहा है आक्रोश
अजित सिंह ( ब्यूरो रिपोर्ट)
रेणुकूट नगर पंचायत का वार्ड नंबर 2, धैकार बस्ती, इस समय एक भयावह स्वास्थ्य संकट से जूझ रहा है। पूरी बस्ती कूड़े और कचरे के विशाल ढेर में बदल चुकी है, जिससे न सिर्फ असहनीय दुर्गंध फैल रही है, बल्कि यह इलाका अब अनेक गंभीर बीमारियों का गढ़ बन गया है। सबसे चिंताजनक बात यह है कि बस्ती के छोटे-छोटे बच्चे इसी कूड़े के ढेर में खेल-कूद रहे हैं, जिससे उन्हें विभिन्न बीमारियों का गंभीर खतरा है।

वहीं आस-पास के पशु-जानवर भी प्लास्टिक जैसी हानिकारक चीजें खाकर बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। ऐसे में जब कोरोना वायरस के फिर से बढ़ने की आशंका जताई जा रही है, धैकार बस्ती की यह दयनीय स्थिति बेहद चिंताजनक है। स्थानीय निवासी और सामाजिक कार्यकर्ता डब्लू सिंह ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए बताया कि इस विकट हालात की जानकारी कई बड़े अधिकारियों को लिखित में दी जा चुकी है, लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।

उन्होंने आरोप लगाया कि वन विभाग और नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी, दोनों ही इस गंभीर समस्या पर चुप्पी साधे हुए हैं, जिससे स्थानीय जनता बुरी तरह परेशान है। डब्लू सिंह ने कटाक्ष करते हुए कहा, "इन अधिकारियों को कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि इनको कामना है धन। डब्लू सिंह ने अपनी बात को दूर-दूर तक पहुंचाने और प्रशासन पर दबाव बनाने के लिए एक वीडियो साझा करने की अपील की है।
उनका मकसद है कि उनकी आवाज़ उन उच्चाधिकारियों तक पहुंचे और इस पर जल्द से जल्द कार्रवाई हो। यह स्थिति नगर पंचायत प्रशासन की घोर लापरवाही को उजागर करती है और नागरिकों, विशेषकर बच्चों और पशुओं के स्वास्थ्य व सुरक्षा के प्रति उनकी उदासीनता पर गंभीर सवाल खड़े करती है। यह बेहद ज़रूरी है कि संबंधित उच्चाधिकारी इस मामले का तुरंत संज्ञान लें और धैकार बस्ती को इस नारकीय स्थिति से बाहर निकालने के लिए प्रभावी कदम उठाएं, ताकि भविष्य में किसी बड़ी स्वास्थ्य आपदा से बचा जा सके।

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