स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार मानकों को दरकिनार करने वाले हॉस्पिटल व क्लिनिक पर आखिर क्यों है मेहरबान
धरती के दूसरे भगवान आये दिन करते हैं मरीजों की जान से खिलवाड़
On
स्वास्थ्य विभाग की मिली भगत से नवीनीकरण कार्यों में अनदेखी
कौशाम्बी। जनपद में इन दिनों भीषड़ गर्मी होने के साथ मरीजों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हो रहा है दूसरी ओर मानकों की अनदेखी कर रहे हॉस्पिटल व क्लीनिक तेजी के साथ फल फूल रहा है मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे हैं और धड़ल्ले से मानकों की अनदेखी कर हॉस्पिटल व क्लिनिक चला रहे हैं ।
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा निरन्तर नकेल कसा जा रहा है लेकिन भ्रष्टाचार के चक्कर में डूबे कुछ जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ लें रहें हैं।सूत्रों की मानें तो ग्रामीण से लेकर जनपद मुख्यालय तक में गरीबों की जिंदगी से खिलवाड़ करना आदत सी बन चुकी है मानकों को दरकिनार करके लगातार अस्पताल खोले जा रहे हैं। ऐसे दर्जनों हास्पिटल हैं जहां पर न तो चिकित्सक होते हैं और न ही किसी नियमों का पालन किया जाता है।
इस पर रोक थाम करने वाले जिम्मेदार अपने उच्चाधिकारियों को महज़ कागजों पर कारगुजारी दिखा रिपोर्ट का खाका तैयार कर पेश कर रहे हैं । बहुत से बड़े अफसरों का दबाव पड़ा तो स्वास्थ्य विभाग की टीम ऐसे हॉस्पिटल व क्लिनिक पर समीक्षा या जॉंच-पड़ताल कर महज़ नोटिस भेजने का काम किया जाता है ।
हॉस्पिटल हो या क्लीनिक मरीज की हालत कैसी भी हो, उन्हें भर्ती करके इलाज शुरू कर देते हैं। मरीज की हालत कैसी भी हो, उन्हें भर्ती करके इलाज शुरू कर देते हैं। बाद में स्थिति और बिगड़ने पर रेफर कर अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ लेते हैं। इसी वजह से अधिकतर लोग गलत इलाज के कारण तीमारदार अपने मरीजों को खो देते हैं ।
जनपद के विभिन्न क्षेत्रों के साथ तीनों तहसीलों समेत दर्जनों क्षेत्रों में अवैध तरीके से अस्पतालों का संचालन किया जा रहा है। इन अस्पतालों का सीएमओ के यहां से कोई रजिस्ट्रेशन भी नहीं है। कुछ क्लीनिक सिर्फ मेडिकल स्टोर के लाइसेंस पर संचालित हो रही हैं। इसके अलावा अवैध अस्पतालों में दस से बीस बेड भी लगाए गए हैं। सड़कों के किनारे लगे इनके बोर्डों में शहर के नामी गिरामी चिकित्सकों के नाम लिखे हैं। सरकार की ओर से जारी गाइड लाइन को ध्यान में नहीं रखा जाता है।
सूत्रों की मानें तो अस्पताल बिना लैब टेक्निशियन के खून आदि की जांच नहीं कर सकता है। वहीं अल्ट्रासाउंड के लिए सोनोलाजिस्ट की तैनाती होनी चाहिए। वहीं इन नियमों का भी हॉस्पिटल में पालन नहीं हो रहा है।
और धड़ल्ले के साथ मानकों की अनदेखी की तस्वीरें मौजूद हैं इसकी जानकारी जिले के सभी अधिकारियों को है। इसके बावजूद कभी कोई कार्यवाही नहीं की जाती है आखिर किसकी सरपरस्ती में संचालित हो रहा है यह जानना भी जरूरी है ऐसे हॉस्पिटल व क्लिनिक को किसका संरक्षण मिल रहा है जल्द ही अगली सुर्खियों में यह भी बताना बेहद जरूरी है।
About The Author
Related Posts
Post Comment
आपका शहर
26 Jul 2024 17:00:38
स्वतंत्र प्रभात। एसडी सेठी। दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने जानकारी दी है कि सरकार कांवडियों को उचित सेवा प्रदान...
अंतर्राष्ट्रीय
25 Jul 2024 17:50:50
Internation Desk पेंसिल्वेनिया में एक रैली के दौरान पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक शूटर के निशाने पर थे। लेकिन इससे...
Online Channel
![](https://www.swatantraprabhat.com/media-webp/2024-05/swatantra_prabhat_media.jpg)
खबरें
शिक्षा
![](https://www.swatantraprabhat.com/media-webp/2024-05/new-yashoda.png)
Comment List