ट्रेन में बोगियां कम होने पर दैनिक यात्रियों का प्रदर्शन

ट्रेन में बोगियां कम होने पर दैनिक यात्रियों का प्रदर्शन

 
पीलीभीत-शाहजहांपुर रेल मार्ग पर ट्रेन की बोगियां कम होने पर दैनिक यात्रियों ने स्टेशन परिसर में प्रदर्शन किया। आरोप लगाया कि यात्रियों की संख्या ज्यादा होने के बाद भी ट्रेन की बोगियां कम कर दी गई हैं। ऐसे में यात्रियों को बैठने में दिक्कत हो रही है।
मंगलवार को रेलवे स्टेशन पर यात्रियों ने शाहजहांपुर से पीलीभीत आने वाली ट्रेन में बोगियां कम होने पर हंगामा किया। दैनिक यात्री स्टेशन अधीक्षक के कार्यालय पहुंचे, तो वहां ताला पड़ा था। इसके बाद उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी।
 
स्टेशन अधीक्षक आए तो यात्रियों ने समस्या बताई। दैनिक यात्रियों ने बताया कि ट्रेन में बोगियों की संख्या कम कर दी गई है। इससे यात्री असुरक्षित यात्रा करने के लिए मजबूर हैं। उनका कहना था कि पूर्णागिरि का मेला चलने से इस समय ट्रेन में अत्यधिक भीड़ रहती है। पूर्वांचल के तीर्थयात्री शाहजहांपुर से बीसलपुर, पीलीभीत होते हुए टनकपुर तक यात्रा करते हैं। बोगियां कम होने से उन्हें भी बहुत परेशानी हो रही है
स्टेशन अधीक्षक ने कहा कि नई गाड़ियां चलाने के कारण ब्रांच ट्रेनों की बोगियां कम की गई है। यह उच्चाधिकारियों की ओर से तय किया जाता है। अधिवक्ता हेमंत मिश्रा ने स्टेशन अधीक्षक से उच्चाधिकारियों से बात कराने के लिए कहा। काफी हंगामे के बाद स्टेशन अधीक्षक ने सीनियर डीओएम से मोबाइल पर बात की।
 
सीनियर डीओएम ने बताया कि शीघ्र ही समस्या का निस्तारण किया जाएगा। कम की गई बोगियां बढ़ा दी जाएंगी। सीनियर डीओएम से टाइम टेबल के परिवर्तन के लिए भी कहा गया। इस पर उन्होंने लिखित प्रत्यावेदन देने को कहा। यात्रियों ने कहा कि यदि समस्या का निस्तारण नही हुआ तो आंदोलन किया जाएगा।
अधिवक्ता हेमंत मिश्रा ने मंडल रेल प्रबंधक परिचालन को ट्रेन में भीड़ के फोटो भी भेजे। प्रदर्शन करने वालों में अधिवक्ता हेमंत मिश्रा, रामानंद मिश्र, संजय सिंह, उपेंद्र बाजपेयी, सुजीत सक्सेना, राम सिंह, शैलेंद्र दीक्षित, सुधीर मिश्र, विमल गौड़, धनपाल प्रजापति, राजेश्वर वर्मा, बाबूराम राठौर, शुभम गुप्ता, अनुज मिश्रा, कौशल गंगवार, जितेंद्र समेत संख्या में लोग शामिल रहे।
 
 
अफसरों और विधायक ने नहीं सुनी तो लोगों ने सड़क पर गड्ढे में लगी दी केले की पौध
पीलीभीत से माधोटांडा तक 30 किलोमीटर लंबा मार्ग है। इस सड़क की हालत काफी दयनीय है। सड़क को फिर से बनाने के लिए प्रस्ताव ही भेजा जाता है, इसके बाद मामला जहां का तहां ठहर जाता है। इतना जरूर होता है कि अधिकारियों के निर्देश पर पैचवर्क का काम शुरू करा दिया जाता लेकिन इससे कई राहत नहीं मिल पाती। 
गड्ढों के पास नहीं लगा संकेतक 
करीब तीन माह पहले हुए पैचवर्क के बाद अब फिर यहां गड्ढे हो गए हैं। सड़क को ठीक करने के लिए लोगों ने अधिकारियों के साथ ही विधायक से भी मांग की। इसके बाद भी कुछ नहीं हो सका। यहां तक कि हादसों को रोकने के लिए लोक निर्माण विभाग की ओर से गड्ढों के पास कोई संकेतक भी नहीं लगाए गए। ऐसे में दो पहिया वाहन चालक दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं।
विभाग की अनदेखी के चलते राहगीरों ने अब गसुरक्षा की दृष्टि से गड्ढों में केले की पौध को लगा दिया है। जिससे वाहन चालक दूर से पौधों को देख लें और संभल कर निकलें। गड्ढों में केले की पौध लगाने का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल भी हो रहा है। 
डीएम संजय कुमार सिंह ने बताया कि माधोटांडा- पीलीभीत मार्ग को लेकर लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता से पूछा गया है। उनको इसे ठीक कराने के लिए कहा गया है।

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