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संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

असन्तोष की ज्वाला में जल रही जनेता ने अपने कलेजे के समान पुत्री को झील में फेंक कर की हत्या

असन्तोष की ज्वाला में जल रही जनेता ने अपने कलेजे के समान पुत्री को झील में फेंक कर की हत्या सभी मनुष्य जिस समाज मे रहते है उससे सम्मान की आशा रखते है। सम्मान सभी को प्रिय है,अपमान अप्रिय है।वर्तमान में समाज मे बुराइयां पनप रही है। आदमी स्वार्थ के वशीभूत होकर अपने ही परिवारजन और खून के रिश्ते पर...
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एक नई सोच, एक नई दिशा: जनरेशन बीटा का दौर

एक नई सोच, एक नई दिशा: जनरेशन बीटा का दौर साल 2025 का आगमन केवल एक नया वर्ष नहीं, बल्कि मानव सभ्यता के इतिहास में एक नई शुरुआत का प्रतीक बनेगा। यह समय उस पीढ़ी के आगमन का गवाह बनेगा, जो समाज, संस्कृति और तकनीक के त्रिवेणी...
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