
विद्यालय की बालिकाओं को निशुल्क सैनेटरी नैपकिंस का वितरण किया
सोहरामऊ प्राथमिक विद्यालय, की शिक्षिका स्नेहिल पांडेय ने अपने जन्म दिन पर विद्यालय की बालिकाओं को निशुल्क सैनेटरी नैपकिंस का वितरण किया
उन्नाक/उत्तर प्रदेश सरकार के सोच ईमानदार ,काम दमदार नामक सरकारी स्कूल शिक्षा के कायाकल्प बैनर व होर्डिंग के माध्यम से पूरे प्रदेश में छा जाने और दिखने वाली राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त ,सोहरामऊ प्राथमिक विद्यालय, की शिक्षिका स्नेहिल पांडेय ने इस वर्ष भी अपनी मुहिम को लगातार बल देने का प्रयास किया है। जिसकेलिए उन्होंने अपने जन्मदिन को चुना। अपने जन्मदिन पर बालिका स्वास्थ्य एवं माहवारी जागरूकता पर महिला सशक्तिकरण की मिसाल को स्वास्थ्य से जोड़ते हुए
विद्यालय की बालिकाओं को निशुल्क सैनेटरी नैपकिंस का वितरण किया। गुरुवार को विद्यालय तथा गांव की लगभग 100 बालिकाओं को उन्होंने निशुल्क वितरित स्वप्रयासों से पैड्स एकत्र करने के पश्चात उन्होंने शिक्षा के साथ पीरियड संबंधित सुरक्षा की ओर कार्य करना शुरू किया है। किशोरावस्था की बालिकाओं तथा उनकी माताओं को महावारी स्वच्छता से संबंधित जानकारी दी तथा स्नेहिल पांडेय ने बताया इसके लिए जन्मदिन से अच्छा अवसर नहीं हो सकता था
। उत्तर प्रदेश सरकार के प्रचार के बैनर और होर्डिंग में आने को वह अपने सभी विभागीय अधिकारियों एवं सहकर्मी शिक्षकों का धन्यवाद देती हैं और काफी प्रसन्नता व्यक्त करती हैं कि उनके चेहरे को प्रदेश सरकार ने इस योग्य समझा। उन्होंने कहा है ,निःशुल्क पैड वितरण प्रत्येक माह के शनिवार को किया जायेगा। उनके इस नवाचारी प्रयास से ग्रामीण महिला अभिभावकों तथा बालिकाओं में संतुष्टि की और प्रसन्नता की भावना आई है।
तथा अपने स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता आई है झिझक दूर हुई है। कक्षा 6 सात और आठ में पढ़ने वाली बालिकाओं पूजा, अंजलि, खुशबू, अनामिका, नंदिनी, महक, पलक, प्रियंका आदि बालिकाओं का कहना है कि मैडम के पैड बांटने की वजह से अब हमें शर्म का अनुभव नहीं करना पड़ता है। तथा हमें मेडिकल स्टोर में जाकर अपने पैसे भी नहीं खर्चने पड़ते हैं। हर माह हम विद्यालय से ही सेनेटरी पैड ले लेते हैं।
उन्नाव/प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न वितरण योजना समेत अन्य योजनाओं के माध्यम से खाद्यान वितरण में लापरवाही तीन कोटेदारों को महंगी पड़ी। डीएम की संस्तुति के बाद जिला पूर्ति अधिकारी ने उनका लाइसेंस निरस्त कर दिया गया है। जबकि, बीघापुर के पाटन की उचित दर विक्रेता का लाइसेंस निलंबित कर दिया है। वहीं जिलापूर्ति अधिकारी ने सभी कोटेदारों को वितरण में लापरवाही पर कार्रवाई के लिए चेतावनी दी है।
जिला पूर्ति अधिकारी रामेश्वर प्रसाद ने बताया कि कुछ समय पहले सफीपुर नगर पंचायत के उचित दर राशन विक्रेता कृपा शंकर पर वितरण में अनियमितता के आरोप लगाते हुए शिकायत की गई थी। इसकी जांच में मामला सही पाये जाने पर डीएम रवींद्र कुमार को रिपोर्ट भेजी गई। जिसपर उन्होंने कार्रवाई के निर्देश दिये। इसी तरह से सदर तहसील के गांव बुलंदपुर बिधनू गांव के कोटेदार मुन्नू के खिलाफ भी ग्रामीणों की शिकायत पर जांच हुई। आरोप सही पाये गये। इसके अलावा बीघापुर तहसील के गांव कुंभी की उचित दर राशन विक्रेता बिदेश्वरी को भी राशन वितरण में अनियमितता भारी पड़ी।
डीएम की संस्तुति पर तीनों दुकानदारों के लाइसेंस निरस्त कर दिये गये हैं। जिला पूर्ति अधिकारी ने बताया कि बीघापुर तहसील के गांव पाटन स्थित राशन विक्रेता प्रीती पर भी लगाये आरोपों की जांच की गई। इसी कारण से कार्रवाई के तहत उनका लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है। डीएसओ राजेश्वर प्रसाद ने कहा कि जनपद के सभी कोटेदारों को निर्देशित किया जाता है कि जिस तरह से राशन वितरण में लापरवाही के चलते उक्त चारों राशन विक्रेताओं पर कार्रवाई की गई है, उसे देखते हुए सभी कार्ड धारक आवश्यक वस्तुओं के वितरण में किसी प्रकार की लापरवाही की गई तो उनके विरुद्ध भी कार्रवाई की जायेगी।
उन्नाव/आयुष्मान कार्ड बनाने की धीमी गति से योजना में अपेक्षित प्रगति नहीं हो पा रही है। हालत यह है कि अब तक जनपद में अंत्योदय योजना के 356458 लाभार्थियों में से मात्र 8812 के ही कार्ड बन पाए हैं। जबकि, इसके लिए विभिन्न टीमों द्वारा इसके लिए कैंप आदि चलाये जा रहे हैं। अब लक्ष्य को पूरा करने के लिए राशन वितरण दिवस पर जिले की सभी राशन दुकानों पर कैंप आयोजित किये जायेंगे।
इसके लिए जिला पूर्ति अधिकारी ने डीएम के निर्देश पर वितरण दिवसों में दुकान वार कैंप लगाने के लिए अधिकारी कर्मचारी की तैनाती कर दी है। इतना ही नहीं प्रतिदिन की रिपोर्ट भी मुख्यालय में तैयार की जाएगी। जिला पूर्ति अधिकारी रामेश्वर प्रसाद ने बताया कि सात से 31 दिसंबर तक होने वाले राशन वितरण दिवसों में आयुष्मान कार्ड बनाये जायेंगी। इसमें क्षेत्रीय कामन सर्विस सेंटर के वीएलई की तैनाती की जायेगी।
इसके लिए डीआइयू टीम के सदस्य अपने अपने आवंटित ब्लाक के गांवों के प्रधानों और कोटेदारों के समन्वय स्थापित करते हुए इसका संचालन किया जायेगा। डीएसओ ने बताया कि ब्लाक व तहसील स्तरीय कर्मचारियों अधिकारियों को तय तिथि पर आयुष्मान कार्ड बनवाने की प्रक्रिया को पूरा करना है।
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