बालश्रम कराने से पुलिस की छवि धूमिल ।
बालश्रम कराने से पुलिस की छवि धूमिल । ए • के• फारूखी (रिपोर्टर ) ज्ञानपुर, भदोही । अनलॉक के दौरान कोतवाली पुलिस ज्ञानपुर द्वारा बच्चों के बाल श्रम का मामला सामने आया है । खुलासा हुआ है कि कोतवाली परिसर में कड़ी धूप को नजरअंदाज कर नाबालिग के हाथों से झाड़ू लगवाया जाता है ।
बालश्रम कराने से पुलिस की छवि धूमिल ।
ए • के• फारूखी (रिपोर्टर )
ज्ञानपुर, भदोही ।
अनलॉक के दौरान कोतवाली पुलिस ज्ञानपुर द्वारा बच्चों के बाल श्रम का मामला सामने आया है । खुलासा हुआ है कि कोतवाली परिसर में कड़ी धूप को नजरअंदाज कर नाबालिग के हाथों से झाड़ू लगवाया जाता है ।
आज गरीबी में पलती जिंदगी सबसे बड़ा अभिशाप है । दो जून की रोटी के जुगाड़ के लिए हड्डियां गला देने वाली मेहनत इन नाबालिग बालको से कराई जाती है। जिस उम्र में इनके हाथों में कलम कापी होनी चाहिए ,उन हाथों से इनसे झाड़ू लगाया जाता है ।
और मेहनत के बाद भी इन्हें पैसे के नाम पर नाममात्र सिक्के देकर भगा दिया जाता है।उपरोक्त चित्र में झाड़ू लगाता हुआ बालक बोला कि पुलिस का नाम तो नहीं बताएंगे अगर नाम लिया तो बुरी तरह से पीटे जाएंगे।
सोचिए इस मासूम के दिल पर क्या बीत रहा है। और क्या बीत रहा होगा, उस मां के दिल पर, जिसने अपने कलेजे के टुकड़े के लिए न जाने कितने सपने देखें होंगे ।
लेकिन इन सपनों को पुलिसकर्मी नजरअंदाज करते हुए मां बाप को अपमान का जहर पीने को मजबूर कर दे रहे हैं। प्रशासन को सब कुछ पता होने के बावजूद नजरअंदाज कर आंखें मूंदे रहते हैं, जो जांच का विषय है ।
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