कोरोना के बढते मामले से पूर्ण लाॅकडाऊन बेहतर।
कोरोना के बढते मामले से पूर्ण लाॅकडाऊन बेहतर। संतोष तिवारी (रिपोर्टर ) भदोही । कोरोना वायरस के संक्रमण को बढने से रोकने के लिए सरकार ने यथासंभव प्रयास कर रही है। लेकिन लोग है कि सरकार और प्रशासन की बातों को केवल मजाक के रूप में मानकर केवल खिलवाड़ कर रहे है। लोगो को ऐसा
कोरोना के बढते मामले से पूर्ण लाॅकडाऊन बेहतर।
संतोष तिवारी (रिपोर्टर )
भदोही ।
कोरोना वायरस के संक्रमण को बढने से रोकने के लिए सरकार ने यथासंभव प्रयास कर रही है। लेकिन लोग है कि सरकार और प्रशासन की बातों को केवल मजाक के रूप में मानकर केवल खिलवाड़ कर रहे है। लोगो को ऐसा अहसास हो रहा है कि यह मुझे और मेरे परिवार को नही हो सकता है। इसलिए शासन प्रशासन के तरफ से बचाव के लिए बताये गये दिशा निर्देश को क्यों माने? वैसे कोरोना के बढते संक्रमण के पीछे आम नागरिक के साथ साथ स्थानीय प्रशासन की भी काफी लापरवाही है। लापरवाही में मुख्य वजह सख्ती में ढील है।
जो संक्रमण को फैलाने में अहम भूमिका निभा रही है। पिछले माह तक अधिकतर ऐसे मामले सामने आ रहे थे जिसमें अन्य प्रदेश से आये लोग शामिल थे। लेकिन अब ऐसे भी मामले प्रकाश में आने लगे है जो लोग स्थानीय है और उनकी भी रिपोर्ट पाजिटिव आ रही है। संक्रमण फैलने कीे मुख्य वजह केवल प्रशासन की लापरवाही से ऐसा हो रहा है। कुछ मामले में आम आदमी भी इस संक्रमण को बढाने में सहायक हो रहे है।
सरकार ने लोगों को सहूलियत देने के लिए सामाजिक दूरी बनाये हुए सीमित लोगो की संख्या में अपने कार्यों को पूरा करने का निर्देश जारी किया। सभी को सैनिटाइजर का प्रयोग करने का आदेश दिया। और लोगों से निश्चित दूरी पर रहने की बात तो की। लेकिन यह आदेश कही कही दिखा लेकिन अधिक जगह केवल इस नियम का मजाक बनते देखा जा सकता है। देखा जा सकता है कि चाहे सरकारी स्थल हो या निजी स्थल लोगों की भीड सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां मनमानी ढंग से उडा रही है।
केवल कहने मात्र को सोशल डिस्टेंसिंग है। किसी किसी जगह पर तो आम आदमी की बात छोडिये सरकारी अधिकारी भी मनमानी करते देखे जाते है। लेकिन पुलिस और प्रशासन के लोग केवल आम आदमी को ही निशाना बनाते है किसी सरकारी आदमी या बडे आदमी को निशाना बनाना नही चाहते है। स्थानीय प्रशासन शादियों के लिए भी सीमित संख्या में लोगों को सम्मिलित होकर शादी की अनुमति दी। लेकिन प्रशासन के लोग कभी यह नही ध्यान दिया कि आदेश के हिसाब से लोग है या अधिक? केवल कागजी खानापुर्ति करके प्रशासन के लोग भी सरकार को मूर्ख बनाने में अहम भूमिका निभाते है।
आखिर जब तक संक्रमण कम नही हो रहा है तो धार्मिक स्थलों को खोलने का क्या औचित्य है। दुकानों पर लगने वाली भीड पर कोई बोलने वाला नही है। कभी कभार पुलिस कार्यवाही करते देखी जाती है। पता नही प्रशासन को पता है या नही कि ग्रामीण क्षेत्रों में भोज का आयोजन भी हो रहा है जहां पर दूर दूर के लोग आकर एक दूसरे के सम्पर्क में आ रहे है। बहुत जगह धार्मिक समारोह भी देखे व सुने जा रहे है।कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार और प्रशासन को एकदम सख्ती बरतने की जरूरत है।
नही तो वह दिन दूर नही होगा जब कोरोना के मामले में भारत विश्व के पहले नंबर पर होगा। इसमें चाहे शासन प्रशासन के लोग हो या आम आदमी तनिक भी लापरवाही न करें। क्योकि किसी एक की छोटी लापरवाही पूरे समाज और देश को नुकसान पहुंचाने में सहायक हो सकती है। खासकर स्थानीय पुलिस प्रशासन के लोग अपने क्षेत्र में पूर्ण सख्ती के साथ सरकार के निर्देश का पालन कराये और जो लोग उस नियम को न माने उस पर कार्यवाही करें। चाहे वह खास आदमी हो या आम आदमी। सामाजिक कार्यकर्ता, जन प्रतिनिधि और मीडिया के लोग भी इस संक्रमण को बढने से रोकने में अहम भूमिका निभायें।
क्योकि इस महामारी में देश का हर एक नागरिक सरकार के निर्देश का पालन करें और कोरोना को हराने में सहयोगी साबित हो। यदि संक्रमण फैलने से न रूके तो एक बार फिर सरकार पूर्ण रूप से लाॅकडाऊन का सख्ती से लागू कराने का आदेश देकर देश को बचाये। क्योकि देश में जिस तेजी से कोरोना पांव पसार रहा है। इससे तो लग रहा है कि यदि देश का हर एक नागरिक इसको लेकर सचेत न हुआ तो स्थिति बडी भयावह होगी। आंकडों पर यदि नजर दौडाई जाये तो इधर कुछ दिनीं से काफी तेजी से संक्रमण के मामले आ रहे है।
और स्थिति काफी संवेदनशील हो गई है। इसके लिए लोगों को शासन प्रशासन के बात का अक्षरशः पालन करना चाहिए। सभी लोगों को जरूरत है कि इस महामारी से बचने का केवल एकमात्र उपाय है कि सरकार के तरफ से जारी दिशा निर्देश का पालन करें। क्योकि थोडी सी भी लापरवाही पछताने का मौका भी नही देगी और जब तक लोग सोचेंगे तब तक स्थिति काफी बदल जायेगी। हालांकि इस महामारी के बचाव के लिए बताये गये दिशा निर्देश का पालन करने से काफी राहत मिल सकती है।
और पिछले दिनों के बचाव के वजह से ही भारत की स्थिति इतनी जनसंख्या के बावजूद भी कुछ देशों से बेहतर है। यह बेहतरी और बनी रह सकती है भारत के लोग कोरोना से जीत सकते है बस केवल एक काम करना है वह है सरकार के तरफ से जारी सभी दिशा निर्देशों का पालन करना। और अपने साथ साथ और लोगों को भी जागरूक करना जरूरी है।
सरकार को चाहिए कि इस समय कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए पूर्ण लाॅकडाऊन लागू करें और इसे न मानने वालों पर कडी से कडी कार्यवाही करे। सरकार को इस समय राजनीति और आर्थिक स्थिति को ध्यान न देकर केवल लोगों के जीवन के बचाव को पहली प्राथमिकता देकर यह कठोर फैसला लेना नितांत आवश्यक है। और आम लोगो को भी सरकार के निर्देश को मानना जरूरी है।
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