भदोही पुलिस पर फर्जी एनकाउंटर का आरोप, मृतक के परिजनों ने मुठभेड़ को फर्जी बताया ।

भदोही पुलिस पर फर्जी एनकाउंटर का आरोप, मृतक के परिजनों ने मुठभेड़ को फर्जी बताया । ए •के • फारूखी (रिपोर्टर) भदोही । बीती रात पुलिस बदमाश मुठभेड़ में मारे गए अभियुक्त दीपक उर्फ रवि पुत्र छोटेलाल गुप्त के परिजनों ने दीपक को गोली मारने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की

भदोही पुलिस पर फर्जी एनकाउंटर का आरोप, मृतक के परिजनों ने मुठभेड़ को फर्जी बताया ।

ए •के • फारूखी (रिपोर्टर)

भदोही ।

बीती रात पुलिस बदमाश मुठभेड़ में मारे गए अभियुक्त दीपक उर्फ रवि पुत्र छोटेलाल गुप्त के परिजनों ने दीपक को गोली मारने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की है। मृतक के छोटे भाई सागर गुप्ता ने पुलिस के बयान को सिरे से खारिज करते हुए एनकाउंटर को फर्जी बताया है । कहा कि यह एनकाउंटर नहीं बल्कि एक हत्या है।जबकि पुलिस प्रशासन द्वारा मुठभेड़ का दावा किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश के भदोही जनपद में फर्जी एनकाउंटर का मामला सामने आया है ।

पुलिस ने दावा किया है कि वाराणसी जनपद से वह 50 हजार का इनामिया बदमाश वाराणसी जेल से फरार चल रहा था । बीती रात लगभग 1:30 बजे थानाध्यक्ष सुरियांवा और एसटीएफ की टीम चेकिंग कर रही थी । कि सुरियांवा के चकिया तिराहे पर दो अज्ञात मोटरसाइकिल से आते दिखे। रोकने पर उन्होंने ताबड़तोड़ गोलियां चलाना शुरु कर दी। जिसमें, एसटीएफ के कांस्टेबल सचिन कुमार के बुलेट प्रूफ जैकेट में गोली लगी एवं स्वाट प्रभारी अजय सिंह पैर में गोली लगने से लहूलुहान हो गए। गोली उनके पैर में घुसती हुई पार कर गई।

वही जवाबी कार्रवाई में जहां 50000 का इनामी बदमाश दीपक ढेर हो गया । वही उसका साथी मौका पाकर फरार होने में सफल रहा। जबकि दूसरी तरफ एनकाउंटर में मारे गये दीपक की बहन रितु गुप्ता व उसके पति दीपक गुप्ता ने अलग-अलग दिए बयान में एनकाउंटर को फर्जी करार दिया है । मृतक के जीजा दीपक गुप्ता ने बताया कि ग्राम सूधीपुर थाना शिवपुर जनपद-वाराणसी से उसे बाईक बनवाते 25 जून को ही उठाया गया और कोर्ट में हाजिर नहीं किया गया।

उसके बाद 25 तारीख को शिवपुर थाने में उसके गुमशुदगी की एफ आई आर दर्ज कराकर उसके गुमशुदगी का बैनर भी छपवाया गया । जो वाराणसी में चौतरफा लगवाया गया है। अब 14 दिन बाद पुलिस द्वारा उसकी एनकाउंटर से मौत बताई जा रही है । कहा कि 14 साल की उम्र में मुठभेड़ में मारा गया दीपक उर्फ रवि नाबालिक जेल से फरार हो गया था ।इसके बाद वाराणसी में ही रह कर काम करता था। इस पर नाबालिग में ही हत्या का आरोप है ,जो अभी भी लंबित चल रहा है ।

परिजनों ने एनकाउंटर में मारे गए दीपक को गोली मारने वाले पुलिस अफसर के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की है । मृतक के भाई सागर गुप्ता और बड़ी बहन रेनू गुप्ता ने संयुक्त रुप से पुलिस अधीक्षक राम बदन सिंह के बयान को खारिज करते हुए एनकाउंटर को फर्जी बताया है । कहा कि पुलिस वालों ने उसके भाई को घटनास्थल पर जब ढ़ेर किया तब उसके पास न तो पिस्तौल थी और न ही वह पिस्टल रखता था। उन्होंने मांग की है । कि इसकी जांच माननीय उच्च न्यायालय के न्यायाधीश से कराई जाए और संबंधित अफसरों के खिलाफ हत्या को लेकर प्राथमिकी दर्ज की जाए।

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