असोथर पुलिस की लापरवाही ने ले ली किशोरी की जान

असोथर पुलिस की लापरवाही ने ले ली किशोरी की जान

असोथर पुलिस की लापरवाही ने ले ली किशोरी की जान हत्यारों ने निर्मम हत्याकर शव कुएं में फेंका बीस दिन थाने के चक्कर लगाता रहा मृतका का पिता थाना पुलिस की शह में दबंग आरोपी घूमते रहे खुलेआम फतेहपुर , जिले के असोथर थाना क्षेत्र के एक गांव से अपहरण हुई किशोरी का शव थाना

असोथर पुलिस की लापरवाही ने ले ली किशोरी की जान


हत्यारों ने निर्मम हत्याकर शव कुएं में फेंका


 बीस दिन थाने के चक्कर लगाता रहा मृतका का पिता


थाना पुलिस की शह में दबंग आरोपी घूमते रहे खुलेआम 


फतेहपुर , जिले के असोथर थाना क्षेत्र के एक गांव से अपहरण हुई किशोरी का शव थाना क्षेत्र के ही एक कुएं से बीस दिन बाद बरामद हुआ है किशोरी की निर्ममता से हत्या की गई थी। जबकि दुष्कर्म के अंदेशे से भी इंकार नहीं किया जा सकता। किशोरी के गायब होने के बाद उसके पिता ने थाने में जानकारी देकर गांव के ही एक दबंग पर किशोरी को गायब करने का आरोप लगाया था।

जिसको पकड़ने के बजाय पुलिस ने गांव जाकर दोनो पक्षों में समझौता कराकर किशोरी को आरोपी से एक हफ्ते में उसके परिजनों को वापस करने की बात कहकर मामले को टरका दिया था। टरकाने की स्थिति यह हुई कि उसी आरोपी ने किशोरी के साथ दुष्कर्म किया और बाद में अपने दोस्तों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी।            

आपको बता दें कि असोथर थाना क्षेत्र के एक गाँव में बीते सात अप्रैल की रात एक 17 वर्षीय किशोरी अपने घर से ग़ायब हो गई थी। जब अगले दिन सुबह घर वालों को किशोरी के ग़ायब होने का पता चला तो उन्होंने अपने स्तर से खोजबीन शुरू कर दी। लोकलाज के भय से परिजन एक दो दिन शांत रहे फिर थाना पुलिस को इसकी जानकारी दी।

पुलिस ने सब जगह ढूढने की बात कहकर मामले को टरकाया। मगर जब कई दिन किशोरी का कुछ पता नहीं लग पाया तो परिजन पुनः 12 अप्रैल को असोथर थाने पहुँचे और गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। साथ ही गाँव के ही दिनेश सिंह भदौरिया पर किशोरी को गायब करने का संदेह जताया।

परिजनों को शंका थी कि उनकी बेटी और दिनेश सिंह के बीच कुछ चल रहा है। मगर पुलिस ने दबंग आरोपी को पकड़ने के बजाय लगभग पन्द्रह दिन उसे खुलेआम घूमने दिया।

उससे बड़ी बात तो यह है कि थानेदार ने मय फोर्स गांव जाकर दोनो पक्षो में सुलह कराई और आरोपी से एक हफ्ते में बेटी को परिजनों को वापस करने पर कोई कार्यवाही न करने की बात कही। मगर किशोरी के एक हफ्ते में वापस न आने पर परिजनों ने पुलिस पर आरोपी को पकड़ने का दबाव बनाया।

तब मामला फंसता देख दिनेश सिंह भदौरिया को पूछताछ के लिए पुलिस ने उठा लिया। दिनेश पहले तो इंकार करता रहा लेक़िन पुलिस ने जब सख़्ती बरती तो वह टूट गया और उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर ग़ायब किशोरी का शव एक कुएं से बरामद कर लिया है।

शव कई दिन पुराना होने के कारण उससे भयंकर दुर्गंध आ रही थी। शव की दुर्दशा देख वहां मौजूद लोग बरबस यह कहने को मजबूर हो रहे थे कि पुलिस टरकाने और सुलह कराने के बजाय अगर आरोपी को समय से पकड़ लेती तो संभव था कि किशोरी की जान बच जाती।            

वहीं घटना को स्वीकार करते हुए आरोपी दिनेश सिंह ने बताया कि उसका और किशोरी का बीते एक साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था।इस बीच बीते सात अप्रैल की रात किशोरी अपने घर से भागकर मेरे ट्यूवेल पर आ गई थी और भगा ले जाने की जिद करने लगी।

अलग अलग बिरादरी का होने के चलते मैने उससे शादी करने से असमर्थता जताई। जिसके बाद उसे रास्ते से हटाने के लिए मैंने अपने एक साथी प्रेमनारायण की मदद से किशोरी को दुपट्टे से गला घोटकर मौत के घाट उतार दिया और शव को भूसे की झाल में भरकर कुएं में फेंक दिया।

एसओ हेमराज ने बताया कि प्रेमी दिनेश सिंह भदौरिया और उसके साथी के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कर प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथी की तलाश जारी है।

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