
गैस एजेंसियों पर ग्राहको की भीड उडा रही है लाॅकडाऊन की धज्जियां।
गैस एजेंसियों पर ग्राहको की भीड उडा रही है लाॅकडाऊन की धज्जियां। संतोष तिवारी (रिपोर्टर ) भदोही। जिले में इस समय गैस एजेंसियों पर भारी भीड देखने को मिल रही है। और ग्राहक एजेंसी के संचालक के ऊपर कालाबाजारी और लापरवाही का आरोप लगा रहा है। कही कही तो नोंक झोक व विवाद की भी
गैस एजेंसियों पर ग्राहको की भीड उडा रही है लाॅकडाऊन की धज्जियां।
संतोष तिवारी (रिपोर्टर )
भदोही।
जिले में इस समय गैस एजेंसियों पर भारी भीड देखने को मिल रही है। और ग्राहक एजेंसी के संचालक के ऊपर कालाबाजारी और लापरवाही का आरोप लगा रहा है। कही कही तो नोंक झोक व विवाद की भी नौबत आ रही है। लेकिन गैस एजेंसी वाले के कार्यों की शिकायत अक्सर सुनने को मिलती है। इस समय लाॅकडाऊन के सख्ती के बावजूद भी गैस एजेंसी पर भारी भीड सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उडाने में सहायक हो रही है। और भारी भीड देखने को मिल रही है।
गोपीगंज क्षेत्र के घनश्यामपुर में स्थित खुशी गैस एजेंसी के संचालक ने इस भीड और अन्य दिक्कतों की वजह बताते हुए कहा कि गैस की मांग बढने तथा आपूर्ति कम होने से भीड लग रही है। कहा कि इस समय लाॅकडाऊन के समय मांग लगभग दुगुनी हो गई है लेकिन आपूर्ति प्रतिदिन न होने से ग्राहको की भीड बढ रही है। जो कभी कभार एजेंसी के कर्मचारियों से कहासुनी भी करते है। इस भीड को काबू में करने के लिए प्रशासन से भी कहा गया लेकिन प्रशासन के तरफ से लोगों को अपने ढंग से समझा बुझाकर कार्य करने की बात कही गई है। एजेंसी संचालक ने कहा कि एजेंसी के ऊपर लोग कालाबाजारी और मनमानी का आरोप लगाते है जो निराधार है। हर एजेंसी संचालक चाहता है कि उसकी अधिक से अधिक बिक्री हो तो मै क्यों लोगों को सिलेण्डर न दूंगा।
इसमें देरी की वजह केवल यह है कि गैस की गाडी नियमित नही आती है जिससे समस्या बनी है। लेकिन अधिकारी और जिम्मेदार दिन रात लगे है कि इस समस्या का समाधान किया जाये और सभी को सिलेण्डर नियत समय पर दिया जाये। कहा कि जिला का जो गैस एजेंसी का समूह है वह भी इस समस्या से अधिकारियों को अवगत करा चुका है। सभी ग्राहको से निवेदन है कि यदि किसी भी तरह की समस्या है तो एजेंसी के कर्मचारियों से मिलकर अपनी समस्या रखे न कि किसी भी दलाल या तीसरे व्यक्ति के माध्यम से कार्य कराने का प्रयास करे। कहा कि सभी ग्राहक इस बात का भी ध्यान दें कि लाॅकडाऊन और सोशल डिस्टेंसिंग का नियम न टूटे।
कहा कि इस कोरोना महामारी के दौरान जहां सभी लोग अपने घरों में है वही एजेंसी के कर्मचारी जान हथेली पर रखकर लोगों की सेवा के लिए बैठे है तो इनसे विवाद करना कहां तक उचित है। सभी ग्राहको को अपनी समस्या के साथ साथ एजेंसी की भी समस्या का ध्यान देना जरूरी है। क्योकि हम सब भी चाहते है कि ग्राहक हमसे संतुष्ट रहे और हम हमेशा बेहतर सेवाएं देते रहे।
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