
खाद्यान्न वितरण में कोटेदार की मनमानी सिर चढ़ बोल रही है.
सोशल डिस्टेंसिंग ताक पर रख कर किया जा रहा वितरण, जिम्मेदार अधिकारी बेखबर नरेगा मजदूर,व पंजीकृत श्रमिकों सहित दिहाड़ी मजदूर से हो रही वसूली. मामला विकास खण्ड विजयीपुर के पहाड़पुर गांव का. फतेहपुर ,मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नोबेल कोरोना वायरल के मद्देनजर हुए लॉकडाउन से प्रभावित श्रमिकों को राहत देने के लिए बड़ा फैसला किया
सोशल डिस्टेंसिंग ताक पर रख कर किया जा रहा वितरण, जिम्मेदार अधिकारी बेखबर
नरेगा मजदूर,व पंजीकृत श्रमिकों सहित दिहाड़ी मजदूर से हो रही वसूली.
मामला विकास खण्ड विजयीपुर के पहाड़पुर गांव का.
फतेहपुर ,मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नोबेल कोरोना वायरल के मद्देनजर हुए लॉकडाउन से प्रभावित श्रमिकों को राहत देने के लिए बड़ा फैसला किया है। मुख्यमंत्री ने फैसला किया है कि उचित दर की दुकानों पर बुधवार से राशन बांटा जाएगा। इसमें अंत्योदय कार्डधारकों, नरेगा मजदूरों, श्रम विभाग में पंजीकृत श्रमिकों व नगर विकास विभाग के दिहाड़ी मजदूरों को नि:शुल्क राशन दिया जाएगा। यदि किसी व्यक्ति, परिवार, समुदाय, कस्बा या कॉलोनी को होम क्वारांटाइन किया गया है तो उस तक होम डिलीवरी के माध्यम से राशन पहुंचाने की सुविधा दी जाएगी।
लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों के ढिलाखोरी रवैये से कोटेदार रामस्वरूप द्वारा सरकारी निर्देशों का खुला उल्लंघन करते हुए ग़रीब मजदूरों को लूटने का काम किया जा रहा है कोटेदार द्वारा अशिक्षित ग्रामीणों से मनमाने तरीके से पैसे लेकर खाद्यान्न दिया जा रहा है व ज्यादातर मामले ऐसे सामने आए हैं जहाँ पर घटतौली करते हुए गरीब मजदूरों को खाद्यान्न दिया जा रहा है । ताजा मामला खागा तहसील से लगभग 25 किलोमीटर दूरी ग्राम पंचायत पहाड़पुर का ग्राम पंचायत की गरीब जनता कोटेदार रामस्वरूप की मनमानी का शिकार हो रही है l ग्राम पंचायत में कोटेदार की मनमानी सिर चढ़कर बोल रही है कोटेदार द्वारा गरीब श्रमिकों से मनमाने तरीके से पैसा लिये जाने की बात ग्रामीण दुर्गा प्रसाद पुत्र राम सजीवन, देव सिंह पुत्र भैरव, केशव पुत्र फतेह अली, अनीता देवी पत्नी यशवंत, रामू पुत्र सुरेश, राकेश गुप्ता पुत्र छोटेलाल गुप्ता द्वारा कही जा रही है सरकार जहां अप्रैल के दूसरे चरण में 15 अप्रैल से कार्डधारकों को पांच किलो प्रति यूनिट की दर से निशुल्क राशन (चावल) दिये जाने की बात कह रही है व इस संबंध में जरूरी निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
कोविड-19 महामारी को ध्यान में रखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की बात कह रही है व हर राशन की दुकान पर सेनिटाइजर-साबुन व पानी रखा जाएगा ताकि हाथ धुलने के बाद ही ई-पॉस का इस्तेमाल किये जाने के निर्देश दिये हैं लेकिन कोटेदार रामस्वरूप सेनिटाइजर-साबुन व पानी रखना सूचित नही समझा इसी के चलते कोरोना संक्रमण के डर से कई लाभार्थियों ने राशन नही लिए आपको बता दें जिस दिन से वितरण हो रहा है कोटेदार द्वारा लगातार एक जगह भीड़ इकट्ठा करके वितरण हो रहा है सोशल मीडिया में भीड़ की कई वीडियो फोटो भी वायरल हो रहा है फिर भी जिम्मेदार बेखबर हैं
सरकार द्वारा राशन की दुकानों पर एकदम से भीड़ जमा न हो और मानक के मुताबिक सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे, इसके लिए हर दुकानदार रोस्टर के हिसाब से राशन वितरण करेगा। केन्द्र सरकार ने तीन महीने तक 5 किलो चावल या गेहूं व एक किलो दाल देने का ऐलान किया है। ये राशन पहले से दिए जा रहे राशन के अतिरिक्त दिया जाएगा। वहीं राज्य सरकार ने एक अप्रैल से राशन दिए जाने का ऐलान किया है। अभी तक पांच अप्रैल से राशन दिया जाता था l *सबसे बड़ी सोंचने वाली बात यह है कि क्या जिला प्रशासन कोटेदार रामस्वरूप की मनमानी पर रोक लगाने में कामयाब हो पायेगा या फिर ऐसे ही गरीब जनता को लूटने का कारोबार चलता रहेगा ।
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