नेपालियों के आवागमन पर जिम्मेदार नहीं लगा रहे प्रतिबंध

नेपालियों के आवागमन पर जिम्मेदार नहीं लगा रहे प्रतिबंध

महराजगंज। एक तरफ कोरोना को लेकर पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ है जिसको लेकर पूरे देश में लाॅकडाउन कर दिया गया। तथा घर से बाहर लोगों को निकलने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है साथ ही इंडिया-नेपाल बार्डर को भी पूरी तरह से बंद कर देने का भी आदेश दे दिया गया है।बताते

महराजगंज। एक तरफ कोरोना को लेकर पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ है जिसको लेकर पूरे देश में लाॅकडाउन कर दिया गया। तथा घर से बाहर लोगों को निकलने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है साथ ही इंडिया-नेपाल बार्डर को भी पूरी तरह से बंद कर देने का भी आदेश दे दिया गया है।बताते चलें कि परसामलिक थाना क्षेत्र के ग्राम सभा सेवतरी में सरकार के आदेशों का जरा भी पालन देखने को नहीं मिल रहा है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भोर में ही नेपाल के नागरिक बार्डर पार करके सीमावर्ती क्षेत्र के सेवतरी दूकानों पर आकर खरीददारी कर रहे हैं जहां एक तरफ कोरोना के मद्देनजर इंडिया नेपाल बॉर्डर को पूरी तरह से सीज कर दिया गया है उसके बाद भी नेपाली नागरिकों के आवागमन पर जिम्मेदार रोक नहीं लगा पा रहे हैं। अगर लोगों के आवागमन पर जिम्मेदार रोक नहीं लगा पाए तो सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।

◼आलू-प्याज भेज दिया जा रहा नेपाल
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भोर में नेपाली नागरिक बिना किसी रोक-टोक के आसानी से आकर ग्राम सभा सेवतरी के दुकानों से आलू-प्याज नेपाल ले जा रहे हैं एक तरफ लाॅकडाउन के कारण लोगों को घर से बाहर निकलना भी प्रतिबंध है जिसके कारण किराना स्टोर से ग्रामीण आलू और प्याज से काम चला रहे हैं आज उसे भी दुकानदार चंद पैसों के लालच में नेपाल भेज दे रहे हैं।

◼जिम्मेदारों पर उठ रहा बड़ा सवाल
सीमा पर तैनात सुरक्षाकर्मियों के तमाम चौकसी के दावों के बाद भी सुबह के भोर में नेपाली नागरिक भारत में कैसे प्रवेश कर रहे हैं यह एक सोचनीय प्रश्न है। एक तरफ सप्ताहिक बाजार बंद होने के कारण लोगों के रसोई में सब्जियों का टोटा पड़ गया है लेकिन लोग इस घड़ी में हरे सब्जियों के जगह आलू-प्याज तथा नमक खाने को मजबूर हैं। फिर भी लोगों को जरा भी दुख नहीं है। लेकिन आज वह लोगों के हिस्से का आलू-प्याज भी चंद पैसों के कारण नेपाल भेज दिया जा रहा है। ऐसे में अगर जिम्मेदार पूरी तरह से बार्डर के आवागमन के गतिविधियों पर नियंत्रण नहीं रख पाए तो सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों को संक्रमित होने से रोक पाना मुश्किल हो जाएगा।

◼ग्रामीणों का क्या कहना है
ग्रामीण अर्जुन पाण्डेय, विजय पटवा, जितेंद्र आदि लोगों का कहना है कि शनिवार के भोर में नेपाली नागरिक किराना स्टोर पर आकर आलू-प्याज व अन्य खाद्यान्न की चीजें थोड़ा थोड़ा करके नेपाल ले जा रहे हैं जिसपर पुलिस और एसएसबी कोई लगाम नहीं लगा पा रही है ऐसे में लोगों के आवागमन से गांव में भी लोग संक्रमित हो सकते हैं।

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