भारत की आजादी के बाद होगी मोबाइल ऐप से आठवीं जनगणना

भारत की आजादी के बाद होगी मोबाइल ऐप से आठवीं जनगणना

भारत की जनगणना 2021 का प्रशिक्षण में मौजूद डीएम व अन्य अलीगढ़। डीएम/प्रमुख जनगणना अधिकारी की अध्यक्षता में भारत की जनगणना 2021 का प्रशिक्षण हुआ संम्पन, एडीएम वित्त/जिला जनगणना अधिकारी मौजूद रहे।जिलाधिकारी/प्रमुख जनगणना अधिकारी चंद्र भूषण सिंह की अध्यक्षता में एडीएम वित्त/जिला जनगणना अधिकारी विधान जायसवाल के नेतृत्व में भारत की जनगणना 2021 के प्रथम

भारत की जनगणना 2021 का प्रशिक्षण में मौजूद डीएम व अन्य

अलीगढ़। डीएम/प्रमुख जनगणना अधिकारी की अध्यक्षता में भारत की जनगणना 2021 का प्रशिक्षण हुआ संम्पन, एडीएम वित्त/जिला जनगणना अधिकारी मौजूद रहे।जिलाधिकारी/प्रमुख जनगणना अधिकारी चंद्र भूषण सिंह की अध्यक्षता में एडीएम वित्त/जिला जनगणना अधिकारी विधान जायसवाल के नेतृत्व में भारत की जनगणना 2021 के प्रथम चरण (मकान सूचीकरण एवं मकानों की गणना तथा राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर को अद्यतन करना) के संबंध में कलेक्ट्रेट के नवीन सभागार में प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। यह प्रशिक्षण डिप्टी डायरेक्टर अरुण कुमार जनगणना नेशनल ट्रेनर के द्वारा प्रोजेक्टर पर पीपीटी के माध्यम से दिया गया। डिप्टी डायरेक्टर ने बताया कि देश में हर 10 साल बाद जनगणना का कार्य सन 1872 से निरंतर किया जा रहा है यहां भारत की आजादी के बाल की आठवीं जनगणना है जो जनसंख्या गणना, आवासीय स्थिति, संपत्ति, जनसंख्या संरचना, एससी/एसटी, भाषा संस्कृति,शिक्षा, प्रजनन क्षमता जैसे विभिन्न मानकों पर शहर के वार्ड स्तर पर लोगों की संख्या की सूची सूचना उपलब्ध कराने का सबसे बड़ा स्रोत है। अबकी बार यह जनगणना मोबाइल ऐप के माध्यम से की जाएगी

जिसको 16 मई से 30 जून 2020  तक  प्रथम चरण में व्यापक प्रचार प्रसार करते हुए गणना प्रारंभ होगी। देश में जनगणना का कार्य हर 10 साल बाद होता है ऐसे में जनगणना 2021 में होनी है जनगणना कार्य कार्य दो चरणों में किया जाएगा प्रथम चरण अप्रैल से सितंबर 2020 तक प्रत्येक घर और उसमें रहने वाले व्यक्तियों की सूची बनाई जाएगी। जबकि द्वितीय चरण 9 फरवरी से 28 फरवरी 2021 तक पूरी जनसंख्या की गणना का कार्य होगा। रिवीजनल राउंड 1 मार्च से 5 मार्च तक चलेगा, यह कार्य घर- घर जाकर मोबाइल ऐप के माध्यम से पूर्ण किया जाएगा। पहली बार आंकड़ों के संकलन के लिए मोबाइल ऐप का इस्तेमाल किया जाएगा, इस बार जनगणना में लगे प्रगणक को मोबाइल इंसेंटिव भी दिया जाएगा। जनगणना तथा एनपीआर में लगे कार्यरत कर्मचारियों को दी जाने वाली मानदेय राशि पी एफ एम एस तथा डीवीटी के माध्यम से सीधे उनके बैंक खातों में भेजी जाएगी।

एडीएम वित्त जायसवाल ने बताया कि इस बार जनगणना में लगे कर्मियों का स्थानांतरण नहीं किया जाएगा। प्रॉमिनेंट पर्सन 1 सप्ताह में तैयार कर लें। समस्त चार्ज अधिकारी में क्षेत्र का बराबर में विभाजन होगा। मतगड़ना में जितना भी है व्यय करेंगे उसका यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट दिया जाएगा। प्रगणक से ऊपर जो भी अधिकारी होंगे वह सुपरवाइजर होंगे, आवश्यकता पड़ने पर आंगनवाडी कार्यकत्री या एएनएम को भी जनसंख्या में लगाया जा सकता है। एनपीआर 2010 में बन गया है अब केवल अद्यतन करना है।

सीएमएमएस पोर्टल पर एनपीआर से समस्त संबंधित डाटा उपलब्ध है। इस बार लखनऊ एवं दिल्ली से भी मॉनिटरिंग की जाएगी कि प्रगणक एवं सुपरवाइजर के द्वारा क्या कार्य किया जा रहा है वहीं से मॉनिटर कर सकेंगे। इस प्रशिक्षण में एडीएम वित्त/जिला जनगणना अधिकारी विधान जायसवाल, सहायक जनगणना विनोद यादव, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी प्रवीन कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी पारुल शिशौदिया, समस्त एसडीएम, समस्त तहसीलदार, समस्त जोनल अधिकारी नगर निगम एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

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