महाशिवरात्रि पर कुबेरनाथ धाम पर हर बरस लगता है भक्तजनों का तांता
पडरौना,कुशीनगर। कुशीनगर का कुबरेनाथ मंदिर के शिवलिंग की स्थापना रावण के भाई कुबेर ने की थी। पड़रौना राजपरिवार के सदस्यों ने इसे भव्य मंदिर का रूप दिया। यूं तो प्रत्येक दिन इस मंदिर में श्रद्धालुओं की चहल-पहल रहती है। पर महाशिवरात्रि में पूर्वी उप्र व पश्चिमी बिहार के श्रद्धालुओं का तांता लग जाता है।प्रदेश के गोरखपुर,
पडरौना,कुशीनगर। कुशीनगर का कुबरेनाथ मंदिर के शिवलिंग की स्थापना रावण के भाई कुबेर ने की थी। पड़रौना राजपरिवार के सदस्यों ने इसे भव्य मंदिर का रूप दिया। यूं तो प्रत्येक दिन इस मंदिर में श्रद्धालुओं की चहल-पहल रहती है। पर महाशिवरात्रि में पूर्वी उप्र व पश्चिमी बिहार के श्रद्धालुओं का तांता लग जाता है।
प्रदेश के गोरखपुर, बस्ती, महाराजगंज,देवरिया, संतकबीरनगर,सिद्धार्थनगर समेत बिहार के पश्चिमी चंपारण,बगहा, बेतिया,सीवान व गोपालगंज के श्रद्धाुलओं के बीच मंदिर की विशेष महत्ता है। कुबेरनाथ मंदिर के महंत के अनुसार इस मंदिर के संबध में बताया कि इस मंदिर की मान्यता है
कि यहां अभिषेक व रूद्राभिषेक से धन के देवता कुबेर प्रसन्न होते है। शुक्रवार से शुरू हो रहे महाशिवरात्रि के दृष्टिगत मंदिर प्रबंधन व जिला प्रशासन ने सुरक्षा व अन्य तैयारियों को व्यवस्थित रूप देना शुरू कर दिया है। मुख्य द्वार पर बैरिकेटिंग कर मेटल डिटेक्टर के साथ पुलिसकर्मी तैनात किए जा रहे है। मंदिर में अभिषेक विशेषकर रूद्राअभिषेक के लिए सूदूर क्षेत्रों के श्रद्धालु एक दिन पूर्व ही आने शुरू हो गए। जिले के कसया, पड़रौना रामकोला,खड्डा आदि शिवमंदिरों पर महा शिवरात्रि पर्व को लेकर प्रबंधक व्यवस्था को अंतिम रूप देते दिखे।
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