खिरकापुरा में मची पेयजल के लिए त्राहि-त्राहि

खिरकापुरा में मची पेयजल के लिए त्राहि-त्राहि

मोहल्ले की कई गलियों में नहीं आये चार माह से नल ललितपुर। कोरोना संक्रमण महामारी की मार से तो पूरी दुनिया जूझ रही है, लेकिन शहर के अधिकांश मोहल्लो में हजारो लोग पानी के लिए संघर्ष कर रहे हैै। मोहल्लोंं में कई दिनों से पेयजल आपूर्ति ठप हो जाने से बाशिंदें हैंडपंप पर लाइन लगाने


मोहल्ले की कई गलियों में नहीं आये चार माह से नल


ललितपुर।

कोरोना संक्रमण महामारी की मार से तो पूरी दुनिया जूझ रही है, लेकिन शहर के अधिकांश मोहल्लो में हजारो लोग पानी के लिए संघर्ष कर रहे हैै। मोहल्लोंं में कई दिनों से पेयजल आपूर्ति ठप हो जाने से बाशिंदें हैंडपंप पर लाइन लगाने को मजबूर है। तो वहीं मोहल्ला खिरकापुरा के आधा दर्जन हैंडपंप खराब पड़ेे है। जलसंस्थान के अधिकारियो व कर्मचारियों की लापरवाही के कारण पानी के टैंकरो को पिछले तीन दिन से नहीं भेजा जा रहा है, जिससे सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती हुई नजर आ रही है। इतना ही नही उच्च अधिकारियों को भी जलसंस्थान के अधिकारी गुमराह कर रहे है।


शहर के मुहल्ला खिरकापुरा वार्ड नंबर 2 में पेयजल की समस्या गहराने लगी है। यहां मैन रोड़ के अलावा किसी भी गलियों के नलों से बूंद तक नहीं टपकती है। पूरे मुहल्ले में लगभग पन्द्रह हजार की जनसंख्या है, जो कि हैंडपंपों के सहारे दिन भर हैंडपंपों से पानी भरती नजर आती है। इस मुहल्ले में जनपद के सदर विधायक रामरतन कुशवाहा का निवास है, फिर भी जल संस्थान के अधिकारी व कर्मचारी अपनी लापरवाही से वाज नहीं आ रहे है। खिरकापुरा पार्षद मुकेश रजक द्वारा पेयजल पूर्ति के लिए चार टैंकर की मांग की गई थी, लेकिन जल संस्थान द्वारा एक ही टैंकर भेजा जा रहा था, लेकिन वो भी तीन दिन से नहीं भेजा गया, जिससे मुहल्लेवासियों में पेयजल के लिए त्राहि-त्राहि मची हुयी है। मुहल्ले में पहले नल के एक हजार के लगभग कनेक्शन थे, लेकिन अमृत योजना के अंतर्गत ढाई हजार नये कनेक्शन हो गये, जिससे पाइप लाइन की क्षमता से अधिक कनेक्शन होने के कारण मुहल्ले में नलों में पानी नहीं आ रहा, साथ ही विभाग द्वारा अमृत योजना के जो कनेक्शन दिये गये है, उसके लिए नई कोई पाइप लाईन नहीं विछाई गई।

उनमें से भी अधिकांश घरों में पानी नहीं पहुंच रहा है। ऐसे में जलापूर्ति सुचारू नहीं हो पा रहीं है। इससे स्थानीय नागरिकों की परेशानी बढऩे लगी है।
विष्णुपुरा स्थित कालौनी के पास लगे हैंडपंप में मात्र एक या दो डिब्ब पानी ही निकलता उसके आद वह पानी छोड़ देता है, मुहल्लेवासियों ने जल संस्थान से पानी के टैंकरों की मांग थी, लेकिन जल संस्थान द्वारा एक भी टैंकर पानी उपलब्ध नहीं कराया गया। मोहल्ले वासियों ने बताया कि मुहल्ले के मैन रोड़ के अलावा किसी भी गली में नल नहीं आते, पाइप लाइन तो है, लेकिन नलों से बूंद नहीं टपकती।

जिससे पेयजल की भारी किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। पानी की सप्लाई न आने से लोग बूंद बूंद पानी के लिए भटक रहे है। देश में कोरोना वायरस को लेकर शारीरिक दूरी बनाना महत्वपूर्ण है। लेकिन जब नलों में पानी नहीं आता साथ ही विभाग द्वारा कोई पेयजल के लिए टैंकर नहीं आते तो दिन भर तपती धूप में हैंडपंपों पर लाइन लगी रहती है।

इनका कहना है-
विष्णुपुरा स्थित कालौनी के पास हैंपपंपों ने पानी छोड़ दिया है, जिससे हैंडपंप से एक या दो डिब्बे ही पानी उगलता है, उसके बाद घंटों इंतजार करना पड़ता है, अगर विभाग द्वारा नल की पाइप लाइन डलवा दी जाये तो काफी हद तक पेयजल की किल्लत दूर हो सकती है।
मुन्नी बरार

इनका कहना है-
मोहल्ले में पहले पेयजल के लिए एक ही टैंकर आता था, लेकिन उसका कोई समय निश्चित नहीं था। लेकिन अब विगत तीन दिन से वह भी नहीं आया, जिससे पेयजल के लिए त्राहि-त्राहि मची हुयी है। जल संस्थान को तपती धूम में विभाग द्वारा टैंकरों के माध्यम से पेयजल उपलब्ध कराना चाहिए।
घनश्याम बरार


जल संस्थान में व प्रशासन को दर्जनों शिकायती पत्र भेजने के बाद भी पानी की समस्या पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। हमेशा से ही यहां पानी की समस्या आ रही है, जल संस्थान से चार पेयजल आपूर्ति के लिए बड़वाडा, विष्णुपुरा,पठापुरा व सिर्धनंदपुरा के लिए चार टैंकरों की मांग की गई थी, लेकिन विभाग द्वारा एक ही टैंकर भेजा जा रहा था, अब वो भी तीन दिन से नहीं आया। जब इसके बारे मे विभाग से बात की जाती, तो कोई न कोई बहाना बनाकर न भेजने के लिए कहा जाता है।
मुकेश रजक
पार्षद- वार्ड नंबर 2

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