पुआल में लगी भयंकर आग, मची अफरा-तफरी

पुआल में लगी भयंकर आग, मची अफरा-तफरी

बाईपास रोड पर पुआल के ढेर में आग से 55 लाख का नुकसान, शाम तक सुलगती रही आग शामली कैराना। हाईटेंशन विद्युत लाइन से निकली मामूली चिंगारी से पुआल के कूप धधक उठे। भयंकर आग लगने की सूचना पर अधिकारियों में हड़कंप मच गयाइ। आग बुझाने के लिए कई जिलों से फायर सर्विस विभाग की गाड़ियां

बाईपास रोड पर पुआल के ढेर में आग से 55 लाख का नुकसान, शाम तक सुलगती रही आग

पुआल में लगी भयंकर आग, मची अफरा-तफरी

शामली कैराना। हाईटेंशन विद्युत लाइन से निकली मामूली चिंगारी से पुआल के कूप धधक उठे। भयंकर आग लगने की सूचना पर अधिकारियों में हड़कंप मच गयाइ। आग बुझाने के लिए कई जिलों से फायर सर्विस विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंची। एसडीएम ने भी मुआयना किया। तमाम प्रयासों के बावजूद भी आग पर शाम तक काबू नहीं पाया जा सका। अभी तक करीब 55 लाख रूपये का नुकसान बताया जा रहा है। वहीं, फायर सर्विस विभाग आग बुझाने की जद्दोजहद कर रहा है।   कैराना-भूरा बाईपास किनारे बिक्री के लिए पुआल स्टॉक की गई थी। गुरूवार सुबह करीब आठ बजे ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन विद्युत लाइन से निकलीं चिंगारी पुआल के कूप पर गिर गई, जिसके बाद पुआल में आग लग गई। कुछ ही देर बाद आग ने विकराल रूप धारण कर लिया।

इस पर आसपास के लोगों में अफरा-तफरी मच गई। मामले की सूचना अग्निशमन विभाग को दी गई, जिस पर जिलेभर से दमकल की कई गाड़ियां मौके पर पहुंची, लेकिन घंटों बाद भी आग पर काबू नहीं पाया जा सका। एसडीएम मणि अरोड़ा, तहसीलदार रनबीर सिंह, मुख्य अग्निशमन अधिकारी दीपक शर्मा भी मौके पर पहुंच गए। आग पर दमकल गाड़ी से जहां पानी डालकर उसे बुझाने का प्रयास किया गया, वहीं आग फैल ना पाए, इसके लिए दो जेसीबी मशीनों को लगवाकर पुआल के ढेर के चारों ओर खाई खुदवा दी गई।

पुआल में लगी भयंकर आग, मची अफरा-तफरी

घटनास्थल के पास में ही खेत पर लगी ट्यूबवैल भी चलवा दी। लेकिन, काफी प्रयासों के बाद भी आग पर काबू नहीं पाया जा सका। शाम तक पुआल के ढेर में आग सुलगती रही। वहीं, राजस्व टीम आग के स्पष्ट कारण और नुकसान के आंकलन के लिए रिपोर्ट तैयार करने में जुट गई है।भेज दी बूढी गाड़ी, हुई खराबपुआल के कूप में कुछ ही देर में आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। इसकी सूचना अग्निशमन विभाग को दी गई, जिस पर अग्निशमन की गाड़ी मौके पर पहुंची। पीड़ित तसलीम के भाई मोहसिन का आरोप है कि दमकल की गाड़ी मौके पर आते ही खराब हो गई, जिस कारण आग फैलती चली गई। इसी का नतीजा है कि आग पर काबू नहीं पाया जा सका है। आग लगने के कारण करीब 55 लाख रूपये का नुकसान अभी तक हो चुका है।

पुआल में लगी भयंकर आग, मची अफरा-तफरी

आबादी के डर से अटकी सांसेंबाईपास पर जिस स्थान पर पुआल के कूप में भयंकर आग लगी, वहां से महज 200 मीटर की दूरी पर आबादी का क्षेत्र है। पुआल में आग लगने के बाद हवा भी तेल चल पड़ी। इसके बाद मौके पर पहुंचे फायर कर्मचारियों की सांसें अटकी रही, क्योंकि उन्हें आबादी का डर सता रहा था।बाईपास पर लगे हैं कई स्टॉकपुआल को कुछ लोगों द्वारा बिक्री के लिए स्टॉक किया जाता है। ऐसे ही बाईपास रोड किनारे कई स्थानों पर पुआल के बड़े स्टॉक लगाए गए हैं। इनकी दूरी भी ज्यादा नहीं हैं। यदि एक स्थान पर पुआल के ढेर में आग लग जाएं, तो दूसरे स्टॉक तक आग की लपटें पहुंचने का डर जरूर सताया नजर आता है। पुआल को इतने बड़े पैमाने पर स्टॉक किसकी शह पर लगाए जाते हैं और क्या इसकी अनुमति भी ली जाती है ? यह भी सवाल उठ रहे हैं। बहरहाल, पुआल के स्टॉक के कारण भविष्य में भी हादसे की आशंका बनी हुई है।

पहले भी होते रहे अग्निकांड14 दिसंबर 2019 को आर्यपुरी बाईपास पर पुआल के ढेर में भयंकर आग लगी थी। उस समय करीब 15 लाख रूपये की पुआल जलकर राख हो गई थी। इस पर अगले दिन तक काबू पाया जा सका था। इसके अलावा करीब पांच वर्ष पूर्व भी बाईपास किनारे लगे पुआल के कूप में आग लगी थी। तब मौके पर मेरठ तक की फायर ब्रिगेड की गाड़ी को बुलाना पड़ा था, क्योंकि आबादी नजदीक थी। किसी तरह आठ दिन बाद आग पर काबू पाया गया था।—विभाग का रोना, संसाधनों का न होनाशामली जिले की बात करें, तो फायर सर्विस विभाग के पास में अग्निकांड से निपटने के लिए पर्याप्त संसाधन भी नहीं है। बताते हैं कि पूरे जिले में दो बड़ी गाड़ी हैं, जिनमें पांच-पांच हजार लीटर पानी आता है। बाकी छोटी हैं, जिनमें 400-400 लीटर पानी आता है।

दोनों बड़ी गाड़ी करीब 30 साल पुरानी हैं। यही वजह है कि इन बूढ़ी गाड़ियों के भरोसे आग पर आसानी से काबू नहीं पाया जाता है। विभाग भी संसाधनों का रोना रो देता है।—कई जिलों से मंगाई दमकल, पानी के टैंकआग के विकराल हो जाने के बाद शामली ही नहीं, बागपत, मुजफ्फरनगर आदि जिलों से भी दमकल विभाग की गाड़ियों को मौके पर बुला लिया गया। इसके अलावा जिलेभर से नगर पंचायत एवं नगर पालिकाओं से पानी के टैंक मंगाए गए। दमकल विभाग के साथ ही स्थानीय लोग भी आग बुझाने के प्रयास करते नजर आए। लेकिन, आग बार-बार सुलगती रही

सात बीघा में तीन बीघा पुआल जलीपुआल के ढेर करीब सात बीघा भूमि पर लगाए गए हैं। इनकी धीरे-धीरे बिक्री की जाती है। आग के कारण करीब तीन बीघा पुआल जलकर राख हो गई है। जबकि बाकी पुआल की ओर आग न बढ़ पाएं, इसके लिए मशक्कत की जा रही है। आग लगने के कारण राशिद, इकराम, इस्लाम, भूरा, तस्लीम, जुल्फान व बूदा को नुकसान हुआ है। ये सभी मोहल्ला आलखुर्द व बिसातियान के रहने वाले हैं।इनका कहना-आग पर काबू पाने के प्रयास किए जा रहे हैं। दमकल की गाड़ियों को मौके पर लगाया गया है। इसमें कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है। आग पर भी जल्द ही काबू पा लिया जाएगा।- दीपक शर्मा, मुख्य अग्निशमन अधिकारी

Tags:

About The Author

Post Comment

Comment List

आपका शहर

अंतर्राष्ट्रीय

Online Channel