कल है चंद्रग्रहण, जानिए किसके लिए है शुभ और अशुभ…

कल है चंद्रग्रहण, जानिए किसके लिए है शुभ और अशुभ…

स्वतंत्र प्रभात – क्या आप जानते है की चन्द्र ग्रहण क्यों पड़ता है। यह शुभ होता है या नहीं। जब चंद्र ग्रहण पड़ता है तब चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य लाइन में आ जाते है। जब चंद्र ग्रहण पड़ता है तब इस स्थिति में पृथ्वी के कारण सूर्य की रोशनी चंद्रमा पर नहीं पड़ पाती है।

स्वतंत्र प्रभात –

क्या आप जानते है की चन्‍द्र ग्रहण क्यों पड़ता है। यह शुभ होता है या नहीं। जब चंद्र ग्रहण पड़ता है तब चंद्रमा, पृथ्‍वी और सूर्य लाइन में आ जाते है। जब चंद्र ग्रहण पड़ता है तब इस स्थिति में पृथ्‍वी के कारण सूर्य की रोशनी चंद्रमा पर नहीं पड़ पाती है। ऐसी स्थिति में पृथ्‍वी की पूर्ण या आंशिक छाया चंद्रमा पर पड़ती है। धार्मिक परंपराओं के अनुसार चंद्रग्रहण और सूर्यग्रहण को शुभ नहीं माना जाता हैं, लेकिन वैज्ञानिकों के मुताबिक यह पूरी तरह से सामान्य घटना है। इस साल का पहला चंद्रग्रहण कल यानि 10 जनवरी को पड़ने जा रहा है। यह एक उपच्‍छाया चंद्रग्रहण है, रात 10 बजकर 37 मिनट पर शुरू होगा और 11 जनवरी को सुबह 2 बजकर 42 मिनट तक चलेगा।

वैज्ञानिकों के लिए यह एक खगोलीय घटना

माना जाता है की एक खगोलीय घटना होने की वजह से वैज्ञानिकों के लिए यह चंद्र ग्रहण विशेष महत्‍व रखता है। वैज्ञानिक इस दौरान कई गणनाएं करते हैं। खास बात यह है की चंद्रग्रहण को नंगी आंखों से भी देखा जा सकता है। इसमें कोई परेशानी नहीं है। लेकिन, धार्मिक मान्‍यता के अनुसार चंद्रग्रहण को नंगी आंखों से देखना शुभ नहीं माना जाता है। और तो और गर्भवती महिलाओं को तो ग्रहण के दौरान विशेषरूप से सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। शास्‍त्रों के अनुसार चंद्रग्रहण के दौरान सोना नहीं चाहिए। भोजन करना, पूजा करना, कंघी करना, ब्रश करना, स्‍नान करना और घर से बाहर जाने से भी मना किया जाता है।

क्या है उपच्छाया चंद्र ग्रहण

जानकारी के लिए बता दे की 10 जनवरी को उपच्छाया चंद्रग्रहण लग रहा है। ऐसा चंद्रग्रहण तब लगता है, जब सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्‍वी आ जाती है। हालांकि, इस स्थिति में सूर्य, चंद्रमा और पृथ्‍वी तीनों एक सीधी लाइन में नहीं होते। इस दौरान चंद्रमा की छोटी-सी सतह पर अंब्र (पृथ्वी के बीच के हिस्से से पड़ने वाली छाया) नहीं पड़ती। चंद्रमा के बाकी हिस्‍से में पृथ्‍वी के बाहरी हिस्‍से की छाया पड़ती है, जिसे पिनम्‍ब्र या उपच्छाया कहा जाता है। हिंदू शास्‍त्रों के अनुसार, उपच्‍छाया चंद्र ग्रहण में सूतक मान्‍य नहीं होता है। इस चंद्रग्रहण को यूरोप, ऑस्‍ट्रेलिया, अफ्रीका और एशिया में रहने वाले लोग देख सकेंगे। इसलिए भारत में चंद्रग्रहण को देखा जा सकेगा।

चंद्रग्रहण को नंगी आंखों से भी देख सकते हैं

जैसा की हम सब जानते है की सूर्य ग्रहण को नंगी आंखों से देखने के लिए मना किया जाता है, लेकिन चंद्रग्रहण के साथ ऐसा बिल्‍कुल नहीं है। अगर आप इस खूबसूरत खगोलीय घटना का लुत्‍फ उठाना चाहते हैं, तो आप नंगी आंखों से भी चंद्रग्रहण को निहार सकते हैं। इससे आपकी आंखों पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ेगा। हां, अगर आप चंद्रग्रहण को टेलिस्‍कोप की सहायता से देखेंगे, तो आपको एक अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा, जिसे आप शायद ही कभी भुला पाएं। अगर आप चंद्रग्रहण देखना चाहते हैं, तो बस आपको अब कुछ ही घंटों को इंतजार करना है। वैसे बता दें कि 10 जनवरी के बाद इस साल ही 5 जून, 5 जुलाई और फिर 30 नंवबर को भी चंद्रग्रहण पड़ने वाला है। आप भी इस खगोलीय घटना का आनंद ले सकते है।

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