स्वतंत्र प्रभात
मिल्कीपुर क्षेत्र में इन दिनों अन्नदाता छुट्टा जानवरों से परेशान हैं । धान की रोपाई करने वाले किसान दिन-रात अपने खेतों की रखवाली कर रहे हैं । छुट्टा जानवर किसानों के लिए बहुत बड़ी चुनौती बन गए हैं । घर से दूर खेत खलिहान में जाकर जान जोखिम में डालकर फसलों की रखवाली करना कितना कठिन होता होगा एक किसान के लिए क्योंकि बाहर जंगली व हिंसक जानवरों तथा जहरीले जीव जंतुओं से भी खुद की सुरक्षा का ध्यान रखना एवं साथ ही साथ फसलों को बचाना भी बेहद आवश्यक होता है।
मिली जानकारी के अनुसार पिठला, इटौंजा ,अकमा कटघरा, तिंदौली ,बिरौली झाम व आसपास के गांव में मवेशियों की संख्या में दिन-प्रतिदिन बढ़ोतरी होती जा रही है ।सूत्रों की माने तो कुछ सांड ऐसे भी हैं जो लोगों के लिए खतरा बन चुके हैं । यही नहीं मवेशियों का झुंड सड़कों पर खड़ा होता है ,जिससे कि राहगीर आए दिन दुर्घटना का शिकार होते हैं । छुट्टा जानवरों की समस्या से निजात दिलाने के लिए पशु आश्रय स्थल का निर्माण कराया गया है किंतु संबंधित लोगों की लापरवाही के चलते आश्रय स्थलों में पशुओं को नहीं रखा जाता है । यह लोगों के लिए बड़ी समस्या है, परंतु जिम्मेदारों ने चुप्पी साध रखी है ।