मांगों को लेकर सी.एम सिटी में सरकार के खिलाफ गरजे किसान

मांगों को लेकर सी.एम सिटी में सरकार के खिलाफ गरजे किसान

उप-मु मंत्री के नाम जिला उपायुक्त को सौंपा ज्ञापनबुजुर्गों की 5100 रूपए पेंशन न बढ़ाए जाने पर जताया एतराज करनाल, अपनी मांगों को लेकर किसानों ने प्रदेश में शासित गठबंधन सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। किसानों ने सरकार पर वायदा खिलाफ का आरोप लगाया है। वीरवार को किसानों ने जिला स्तर पर सरकार

उप-मु मंत्री के नाम जिला उपायुक्त को सौंपा ज्ञापनबुजुर्गों की 5100 रूपए पेंशन न बढ़ाए जाने पर जताया एतराज

करनाल, अपनी मांगों को लेकर किसानों ने प्रदेश में शासित गठबंधन सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। किसानों ने सरकार पर वायदा खिलाफ का आरोप लगाया है। वीरवार को किसानों ने जिला स्तर पर सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। वीरवार को भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले गांधी चौक पर काफी संख्या में किसान व अन्य ग्रामीण इक_ा होकर किसान पंचायत का आयोजन किया गया।

मांगों को लेकर सी.एम सिटी में सरकार के खिलाफ गरजे किसान

पंचायत की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष यशपाल राणा ने की। पंचायत के बाद किसान गांधी चौक से प्रदर्शन करते हुए सेक्टर-12 स्थित लघु सचिवालय पहुंचे। जिला उपायुक्त को उप-मुख्यमंत्री दुश्यंत चौटाला के नाम अपनी निम्न मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। किसानों ने चेतावनी देते कहा कि यदि उनकी मांगे पूरी नहीं हुई, तो किसान बढ़े स्तर पर सरकार के खिलाफ आंदोलन छेड़ेंगे। भाकियू के प्रदेश संगठन मंत्री श्याम सिंह मान व जिलाध्यक्ष राणा ने कहा कि प्रदेश की भाजपा व जजपा गठबंधन सरकार ने चुनाव से पहले किसानों व आम जनता से अनेकों वायदे किए थे।

लेकिन सरकार ने अपना कोई भी वायदा पूरा नहीं किया। प्रदेश के उपमु यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने चुनाव के दौरान बुजुर्गो से वायदा किया था कि वह पहली कलम से बुजुर्गो को 5100 रूपए पेंशन देने का काम करेंगे। लेकिन केवल 250 रुपए बढ़ाए गए। ऐसे में सरकार ने बुजुर्गो का अपमान किया है। वहीं किसानों से भी सरकार ने भी ऐसे ही लुभावने वायदे किए थे। चुनाव से पहले प्रदेश सरकार ने वायदा किया था कि किसानों को उनकी फसलों के उचित मुल्य दिए जाएंगे। लेकिन किसानों को उनकी फसलों के उचित दाम नहीं मिल रहे। प्रवक्ता सुरेंद्र सागवान ने बताया कि गांव गांव में पैंशन किसान पंचायतों को आयोजन करके 5100 रूपए की पैंशन न बढ़ाने की पोल खोली जाएगी।

इस मौके पर भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह घुम्मान, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रेमचंद शाहपुर, महिला विंग अध्यक्षा नीलम राणा, प्रदेश संगठन मंत्री शाम सिंह मान, प्रवक्ता सुरेंद्र सांगवान, सतीश कलसौरा, पाल सिंह महमुद पुर, नेकीराम, सतबीर मान,धनेतर राणा, विनोद राणा, बाबूराम डाबरथला, जयपाल शर्मा, फते सिंह झींडा, जोगिंद्र झींडा, रणजीत सिंह जलमाना, नछतर सिंह, दिलावर डबकोली, जगमाल, लक्ष्मण राणा, हुकम सिंह दादुपुर, दलजीत सिंह, जोगिंद्र सिंह, देशराज सहित काफी सं या में किसान मौजूद रहे।

बॉक्सविधयकों की तन वाह व अन्य भत्तों में हुई वृद्धि को वापिस ले सरकार: राणाकिसान यूनियन के जिलाध्यक्ष यशपाल राणा ने कहा कि पूर्व विधायकों को सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार के भत्ते व सुविधाएं दी जा रही है और जब किसानों व बुजुर्गो को पेंशन या कोई सुविधा देने की बात होती है, तो बजट नहीं होता। सरकार महंगाई बढ़ाकर आम लोगों की कमर तोडऩे पर लगी है, लेकिन पूर्व विधायकों की पेेंशन में कोई कमी नहीं आ रही। किसानों ने मौजूदों विधायकों की तन वाह व अन्य भत्तों में हुई वृद्धि को वापिस लिए जाने की मांग की है।

बॉक्सये है किसानों की मुख्य मांगेंभारतीय किसान यूनियन की मांग है कि बुढापा पेंशन 5100 की जाए, किसानों को गन्ने का 400 रुपए मुल्य, विधायकों की पेंशन रद्द की जाए। मौजूदों विधायकों की तन वाह व अन्य भत्तों में हुई वृद्धि को वापिस लिया जाए। किसान व मजदूर को कर्ज मुक्त किया जाए।

किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया, तो वह बड़ा आंदोलन छेडऩे पर मजबुर होंगे।फोटो 16 केएनएल सरकार के खिलाफ सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करते किसान।फोटो 16 केएनएल 13 मांगों को लेकर उप-मु यमंत्री के नाम उपायुुक्त को ज्ञापन सौंपते किसान।

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