Haryana: हरियाणा में मां-बेटे ने एक साथ पास किया CET एग्जाम , पहली बार में मिली सफलता
Haryana News: हरियाणा के नारनौल में मां और बेटे ने एक साथ हरियाणा की चर्चित सीईटी परीक्षा पास कर एक अनोखी मिसाल कायम की है। दोनों ने बिना किसी कोचिंग के प्रथम प्रयास में ही यह परीक्षा उत्तीर्ण की, जिसकी पूरे क्षेत्र में चर्चा हो रही है। यह उपलब्धि इसलिए भी खास है क्योंकि मां लक्ष्मी गृहिणी होने के साथ-साथ धारुहेड़ा में एक एनजीओ भी चलाती हैं, जबकि उनका बेटा उज्ज्वल गुरुग्राम से एमबीए की पढ़ाई कर रहा है।
लक्ष्मी की जीवन यात्रा भी प्रेरणादायक है। अटेली के पास स्थित गांव तोबड़ा में 1985 में जन्मी लक्ष्मी की शादी केवल 18 साल की उम्र में कोजिन्दा गांव के मेनपाल से हो गई थी। विवाह और पारिवारिक जिम्मेदारियों के बीच उन्होंने अपनी पढ़ाई कभी नहीं छोड़ी। शादी के बाद उन्होंने एएनएम का डिप्लोमा पूरा किया और अब सीईटी परीक्षा में भी सफलता हासिल की है। उनके पति मेनपाल धारुहेड़ा की एक प्राइवेट कंपनी में मैनेजर हैं जिसके कारण पूरा परिवार वहीं रहता है।
उज्ज्वल ने भी अपनी मां के साथ परिवार का नाम रोशन किया है। बीकॉम करने के बाद वह फिलहाल गुरुग्राम विश्वविद्यालय से एमबीए कर रहा है। उसकी मेहनत ने साबित किया है कि घर से मिलने वाली प्रेरणा व्यक्ति को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकती है।
लक्ष्मी सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय हैं। वे पूरे एनसीआर में ‘सीड ऑटो टेक’ नाम से एनजीओ चलाती हैं, जिसका उद्देश्य गरीबों को मुफ्त दवाइयां उपलब्ध कराना है। एएनएम होने के नाते उन्होंने समाज सेवा को अपना लक्ष्य बनाया और आज भी लगातार इन सेवाओं में जुटी हुई हैं।
इस उल्लेखनीय उपलब्धि पर कई संगठनों ने मां-बेटे को बधाई दी है। भारतीय बौद्ध महासभा जिला महेंद्रगढ़ की अध्यक्ष प्रेम यादव बुद्धवंशी, उपाध्यक्ष रोशनी देवी और अन्य पदाधिकारियों ने फोन पर दोनों को शुभकामनाएं दीं। वहीं संगठन की राज्य इकाई की उपाध्यक्ष आशा पूनिया ने कहा कि संविधान द्वारा दिए गए अधिकारों के कारण आज महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी क्षमता का परिचय दे रही हैं और यह उपलब्धि उसी का प्रमाण है।

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