Haryana: हरियाणा में स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर को मिलेगी रफ़्तार, सीएम सैनी ने किया ये ऐलान
दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस में BJP प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली, कई विधायक, मेयर तथा खेल जगत से जुड़ी हस्तियों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने भरोसा जताया कि भारत 2026 और 2028 के ओलंपिक में अपनी मेडल टैली में उल्लेखनीय सुधार करेगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा में स्पोर्ट्स मैनेजमेंट में सोच और अप्रोच तेजी से बदल रही है, और सेमिनार से निकले निष्कर्ष टैलेंट को साइंटिफिक मैनेजमेंट से जोड़कर भविष्य में सकारात्मक परिणाम देंगे। उनका कहना था कि भारतीय खेलों को आगे बढ़ाने के लिए देसी खेल शैली, हमारे प्रतीक और पारंपरिक खेल संस्कृति को बिना अंधी नकल किए प्रोत्साहित करना होगा।
कॉन्फ्रेंस में यह भी जोर दिया गया कि भारतीय खेल ढांचा ऐसा विकसित किया जाए जो देश की भावना को प्रतिबिंबित करे। मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल सिर्फ एक गतिविधि नहीं, बल्कि रोजगार, नवाचार और विज्ञान पर आधारित विशाल उद्योग बन चुका है। उन्होंने स्पष्ट किया कि फंड की कमी खेल विकास में बाधा नहीं बनेगी। हरियाणा सरकार ने पिछले 11 सालों में खेल क्षेत्र में ₹989 करोड़ से अधिक का निवेश किया है और वर्तमान वित्तीय वर्ष में 589.69 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान रखा गया है।
उन्होंने बताया कि राज्य में अब तक तीन स्टेट-लेवल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, 21 जिला स्तरीय स्टेडियम, 163 राजीव गांधी ग्रामीण स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, 245 ग्रामीण स्टेडियम, 382 इंडोर जिम, 10 स्विमिंग पूल, 11 सिंथेटिक एथलेटिक्स ट्रैक, 14 हॉकी एस्ट्रोटर्फ, दो सिंथेटिक फुटबॉल ग्राउंड और नौ मल्टीपर्पस हॉल बनाए जा चुके हैं।
क्रीड़ा भारती के नेशनल ऑर्गनाइजेशन मिनिस्टर प्रसाद महानकर ने कहा कि यह कॉन्फ्रेंस स्पोर्ट्स में इनोवेशन को बढ़ावा देगी और एथलीटों के प्रमोशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। हरियाणा स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर अशोक कुमार ने कहा कि सेमिनार का उद्देश्य भारतीय संस्कृति को आधुनिक खेल प्रबंधन के साथ जोड़ना है।
कार्यक्रम में BJP के स्टेट प्रेसिडेंट मोहनलाल बड़ौली, विधायक कृष्णा गहलावत, निखिल मदान, पवन खरखौदा, मेयर राजीव जैन, ओलंपिक रेसलर योगेश्वर दत्त, जिलाध्यक्ष अशोक भारद्वाज, बिजेंद्र मलिक सहित कई अधिकारी उपस्थित रहे।

Comment List