New Railway Line: हरियाणा में बिछाई जाएगी ये नई रेलवे लाइन, जमीनों के रेट होंगे हाई
2028 तक पूरा होगा रेल लाइन का निर्माण
रेल मंत्रालय के अनुसार नई रेल लाइन की कुल लंबाई 104 किलोमीटर होगी और इसके साथ सात नए रेलवे स्टेशन विकसित किए जाएंगे। यह कार्य अगले तीन वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है, यानी वर्ष 2028 तक इस मार्ग पर ट्रेनें चलना शुरू हो जाएंगी। यह रेल लाइन हरियाणा और राजस्थान—दोनों राज्यों के लिए विकास का नया मार्ग प्रशस्त करेगी।
मेवात क्षेत्र को मिलेगा विकास का नया आधार
नूंह, जिसे पहले मेवात के नाम से जाना जाता था, वर्ष 2005 में गुरुग्राम से अलग होकर जिला बना था। अभी तक यह जिला रेल मार्ग से नहीं जुड़ा था। इससे क्षेत्र में परिवहन, रोजगार, उद्योग और शिक्षा से जुड़े अवसर सीमित थे। नई रेल लाइन मेवात को देश के मुख्य रेल नेटवर्क से जोड़ेगी और यहां आर्थिक व सामाजिक विकास को मजबूती मिलेगी।
पर्यटन और उद्योग को मिलेगा बढ़ावा
इस रेल प्रोजेक्ट से सोहना, नूंह, फिरोजपुर झिरका और आसपास के क्षेत्रों में पर्यटन और औद्योगिक विकास तेज होने की उम्मीद है। यह योजना प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम (PMJVK) के तहत शुरू की गई है, जिसका लक्ष्य देश के 115 पिछड़े जिलों का सर्वांगीण विकास करना है। नूंह इन्हीं जिलों में शामिल है और रेल लाइन यहां विकास की गति को तेज करेगी।
1971 से लंबित मांग हुई पूरी
दिल्ली–अलवर मार्ग पर इस रेल लाइन की मांग पहली बार 1971 में गुरुग्राम के तत्कालीन सांसद चौधरी तैयब हुसैन द्वारा संसद में उठाई गई थी। इसके बाद कई बार इस मुद्दे को दोहराया गया। हाल के वर्षों में भिवानी–महेंद्रगढ़ के सांसद धर्मबीर सिंह और गुरुग्राम के सांसद व केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने भी इस परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण पहल की। आखिरकार केंद्र सरकार ने पिछले बजट में इसे मंजूरी प्रदान कर दी।
दिल्ली से अलवर तक बनेगा सीधा रेल संपर्क
नई लाइन के निर्माण के बाद दिल्ली से अलवर तक सोहना, नूंह और फिरोजपुर झिरका के रास्ते सीधा रेल मार्ग तैयार हो जाएगा। इससे न केवल लोगों का सफर आसान होगा, बल्कि मेवात क्षेत्र में रोजगार, व्यापार और शिक्षा के नए अवसर भी बढ़ेंगे।

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