New Expressway: हरियाणा और यूपी के बीच 1350 करोड़ की लागत से बनेगा ये एक्सप्रेसवे, इन 31 गांवों की हुई मौज
परियोजना का पहला चरण खैर बाईपास का निर्माण है। लंबे समय से जाम की समस्या झेल रहे खैर कस्बे के लोगों के लिए यह बाईपास राहत लेकर आएगा। एनएचएआई ने इसे प्राथमिकता पर रखा है और अगले एक वर्ष में इसे पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है।
भूमि अधिग्रहण लगभग पूरा
इस परियोजना के लिए कुल 325 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित की जानी है, जिसमें से अब तक 200 हेक्टेयर से अधिक भूमि का अधिग्रहण पूरा किया जा चुका है। प्रशासनिक टीमें गांव-गांव जाकर किसानों को मुआवजा वितरित कर रही हैं। अधिकांश किसानों को भुगतान मिल चुका है और अधिग्रहण प्रक्रिया सुचारू रूप से आगे बढ़ रही है।
31 गांवों से होकर गुजरेगा हाईवे
अलीगढ़–पलवल एक्सप्रेसवे जिले के 31 गांवों से होकर गुजरेगा। इनमें ऐंचना, लक्ष्मणगढ़ी, उदयगढ़ी, बांकनेर और टप्पल प्रमुख हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में मिट्टी भराई, भूमि समतलीकरण और कट निर्माण का काम तेजी से किया जा रहा है, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी गति मिलेगी।
तेज गति से बढ़ रहा निर्माण कार्य
एनएचएआई ने लगभग छह महीने पहले निर्माण कार्य की शुरुआत की थी। शुरूआत में गति धीमी थी, लेकिन अब सीडीएस कंपनी की देखरेख में निर्माण कार्य तेजी से प्रगति पर है। सड़क निर्माण, मिट्टी भराई और समतलीकरण का कार्य लगभग पूरे जोश में चल रहा है।
72 किलोमीटर लंबा होगा एक्सप्रेसवे
यह एक्सप्रेसवे कुल 72 किलोमीटर लंबा होगा। इसके बनने के बाद अलीगढ़ से पलवल, यमुना एक्सप्रेसवे और ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे तक सीधा संपर्क स्थापित होगा। यह मार्ग एनसीआर की कनेक्टिविटी को और मजबूत करेगा तथा औद्योगिक और लॉजिस्टिक विकास को नई दिशा देगा।
यातायात और आर्थिक सुधार
एक्सप्रेसवे के चालू होने से अलीगढ़, नोएडा, गुरुग्राम और दिल्ली के बीच यात्रा समय में उल्लेखनीय कमी आएगी। खैर कस्बे के जाम की समस्या खत्म होगी और भारी वाहनों को वैकल्पिक मार्ग मिलेगा। इससे यात्रियों, स्थानीय निवासियों और व्यापारिक परिवहन सभी को राहत मिलेगी।
रोजगार और विकास की नई संभावनाएं
निर्माण कार्य में सैकड़ों स्थानीय मजदूरों, इंजीनियरों और आपूर्तिकर्ताओं को रोजगार मिल रहा है। एक्सप्रेसवे के पूरा होने के बाद क्षेत्र में औद्योगिक इकाइयों और लॉजिस्टिक हब के विकसित होने की संभावना है, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को नई ऊर्जा मिलेगी।
डेढ़ साल में पूरा होगा प्रोजेक्ट
सरकार का लक्ष्य है कि यह परियोजना अगले डेढ़ वर्ष में पूरी तरह तैयार हो जाए। इसके शुरू होते ही अलीगढ़ का हरियाणा, दिल्ली और एनसीआर से सीधा संपर्क स्थापित हो जाएगा। यह परियोजना किसानों, व्यापारियों और आम जनता सभी के लिए विकास की नई राह खोलेगी।

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