टॉयलेट में गंदगी का अंबार,  कर्मचारियों-फरियादियों को होती है परेशानी

टॉयलेट में गंदगी का अंबार,  कर्मचारियों-फरियादियों को होती है परेशानी

 

विकास भवन में मूलभूत सुविधाओं का अभाव

स्वतंत्र प्रभात
अम्बेडकरनगर। जिले की विकास नीतियां तय करने वाला विकास भवन खुद बदहाल के आंसू रो रहा है। डेढ़ दर्जन से ज्यादा सरकारी दफ्तरों वाला विकास भवन भले ही जिले में स्वच्छता मिशन और घर-घर शौचालय निर्माण की करोड़ों की योजनाओं को क्रियान्वित करता है। विकास भवन में कार्यरत कर्मचारियों की मूलभूत सुविधायें नहीं मिल पा रही। टॉयलेट और पेयजल जैसी बुनियादी सुविधाएं ही लोगों को मयस्सर नही है और गंदगी का अंबार लगा हुआ है। जिसके चलते कर्मचारियों के साथ फरियादियों को भी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। बदहाली का शिकार विकास भवन
विकास भवन की 2 मंजिला इमारत में डेढ़ दर्जन सरकारी विभागों के कार्यालय हैं। जिसमें सैकड़ों कर्मचारी तैनात है। सीडीओ समेत तमाम जिला स्तरीय अधिकारियों के यहां कार्यालय हैं, लेकिन विकास भवन खुद बदहाली का शिकार बना हुआ है। विकास भवन में बने शौचालय में गंदगी फैली रहती है।

अफसरों की लापरवाही से स्वच्छता को लग रहा पलीता विकास भवन में बुनियादी सुविधाओं को लेकर जिम्मेदार अफसरों की लापरवाही लगातार बनी हुई है। विकास भवन में स्वच्छता और टॉयलेट जैसी बुनियादी जरुरतों का अभाव कर्मचारियों समेत फरियादियों के लिए भारी परेशानी का सबब बना है। इसके बावजूद विकास भवन को लेकर अफसर पूरी तरह बेपरवाह हैं।

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