तत्कालीन लेखपाल रहे कैलाश वर्मा ने भारी रिश्वत राशि लेकर शहर के कथित समाजसेवी को कब्जा करवा दी सीलिंग की जमीन

स्वतंत्र प्रभात 
 
लखीमपुर खीरी । एक तरफ मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार जहां सरकारी जमीनों को अवैध कब्जा मुक्त कराने के लिए पूरी तरह से प्रयासरत है और इसके लिए अपने मातहतो को सख्त आदेश भी जारी कर रहे हैं लेकिन तहसील में चंद माह पूर्व लगभग तैनात रहे भू माफियाओं के हमदर्द माने जाने वाले लेखपाल द्वारा मुख्यमंत्री के आदेशों को ताक पर सीलिंग की जमीन गाटा संख्या 150 व 151 जिसकी खाता संख्या 00598 ग्राम लखीमपुर निकट अजय मोटर्स स्थित भूमि रकबा 0.35 00 व 0.1000 हे॰ को भारी रिश्वत राशि लेकर शहर के एक नामचीन बहुचर्चित समाजसेवी को हैंड ओवर कर दी नाम ना छापने की शर्त पर एक जानकार व्यक्ति ने दबी जुबान से बताया कि शहर के  बीचो-बच रिक्त पड़ी करोड़ों रुपए की इस बेश कीमती जमीन को
 
एक चर्चित रसूखदार ट्रांसपोर्टर के हाथों बेच डाली लेखपाल कैलाश का या पहला मामला नहीं है सदर तहसील में अपनी 11 वर्ष की तैनाती काल में कैलाश वर्मा ने शहर के भू माफियाओं से सांठगांठ करके शहर की काफी सरकारी जमीन व तालाब भू माफियाओं को कब्जा करा कर करोड़ों रुपए का दर्शन कर लिए जाने की जन चर्चाओं का बाजार गर्म है एक व्यक्ति ने यह तक आरोप लगाया है कि उक्त सीलिंग की जमीन के मामले में 5 लाख बतौर सुविधा शुल्क कैलाश वर्मा द्वारा उक्त साधन संपन्न एवं दबंग किस्म के ट्रांसपोर्टर से वसूल किए है।
 

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