एसएसबी ने दो मजदूरों को कैंप ले जाकर पीटा, पुलिस से कार्यवाही की मांग

एसएसबी ने दो मजदूरों को कैंप ले जाकर पीटा, पुलिस से कार्यवाही की मांग

6 घंटे तक बैठाए रखने के बाद देर शाम को दोनों मजदूरों को छोड़ा

महराजगंज। सोनौली कोतवाली क्षेत्र के भारत नेपाल सीमा से सटे तिलहवां टोले के पास एसएसबी जवानों ने बीते शुक्रवार को दो मजदूरों को पकड़ लिया और कैंप में ले जाकर उन्हें जमकर पीटा तथा 6 घंटे तक बैठाए रखने के बाद देर शाम को दोनों मजदूरों को छोड़ दिया।
 
जानकारी के मुताबिक बुद्धू सहानी पुत्र सुरेश साहनी निवासी वार्ड नंबर 4 तिलहवा सोनौली तथा विनय पुत्र राजाराम निवासी बिहार दोनों एसएसबी की मार से चोटिल हैं, जो तिलाहवा टोले पर रहकर मेहनत मजदूरी करते हैं। एसएसबी की पिटाई से चोटिल दोनों युवकों ने एसएसबी जवानों के खिलाफ पुलिस को तहरीर देकर कार्यवाही की मांग किया है। युवकों ने सोनौली पुलिस को दिए गए तहरीर में एसएसबी जवानों पर आरोप लगाया है कि बीते शुक्रवार को करीब 10 बजे दोनों मोटरसाइकिल से 5- 5 पीस टाइल्स लेकर नेपाल की तरफ जा रहे थे कि तभी रास्ते में ही एसएसबी के जवानों ने उन्हें रोक लिया और यह कह कर कैंप ले गए कि चलो हमें पहुंचा दो और फिर चले आना।
 
दोनों युवक उन्हें बाइक पर बैठाकर डांडाहेड कैम्प ले गए, जिसके बाद एसएसबी जवानों ने उन दोनों को कैम्प में मोटरसाइकिल सहित बैठा लिया और तस्करी करने का गंभीर आरोप लगाते हुए बुरी तरह उन्हें पीटने लगे। दोनों युवकों ने एसएसबी जवानों पर यह भी आरोप लगाया है कि उनके बैकसाइड, हाथ और जंघे पर बुरी तरह पीटा गया जिसका निशान उनके शरीर पर मौजूद है। दोनों युवकों ने अपने चोट के निशान को दिखाते हुए बताया कि एसएसबी के जवानों ने जिस तरह से हमारे साथ व्यवहार किया उस तरह का व्यवहार पशुओं के साथ भी नहीं किया जाता है।
 
दोनों युवकों ने बताया कि देर शाम को हमें जवानों ने छोड़ दिया हम किसी तरह दर्द से कराहते हुये पैदल गांव में आए और अपना इलाज कराए। वहीं पीड़ितों ने पूरे मामले से सोनौली पुलिस को तहरीर देकर अवगत कराया और एसएसबी जवानों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।
इस संबंध में सोनौली कोतवाल महेंद्र यादव ने बताया कि उक्त मामले में उन्हें अभी तहरीर नहीं मिली है, तहरीर मिलते ही जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

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