खिरकिया : अस्पताल में जन्मजात बच्चे की मौत,परिजनों ने किया हंगामा

चिकित्सा प्रभारी ने अस्पताल को किया सील

अस्पताल को सील करते अधिकारी

प्रमोद रौनियार

कुशीनगर, उत्तर प्रदेश। जनपद के पड़रौना कोतवाली अंतर्गत खिरकिया बाजार में अवैध रुप से संचालित सरवरी बेगम हॉस्पिटल में शनिवार को दोपहर थाना रामकोला क्षेत्र की ग्राम सभा रघुछपरा निवासी शबनम खातून पत्नी आलम को प्रसव पीड़ा होने पर बीते शनिवार को 11बजे दिन में एक प्रसूता सरवरी हॉस्पिटल में भर्ती हुई। जंहा देर शाम 7 बजे मरा हुआ बच्चा पैदा हुआ और प्रसूति महिला स्वस्थ रही। वहा परिजनों द्वारा डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल पर हंगामा शुरू कर दिया। परिजनों के विरोध को पर रात 11 बजे पहुंचे प्रथमिक स्वास्थ्य केंद्र कुबेर स्थान के प्रभारी रजनीश श्रीवास्तव के द्वारा अस्पताल को सील कर दिया गया।

पडरौना कोतवाली खिरकिया बाजार में संचालित सरवरी बेगम हॉस्पिटल में शनिवार को दोपहर में रामकोला क्षेत्र के रघुछपरा निवासी एक प्रसव पीड़ा होने पर परिजन सरवरी बेगम हॉस्पिटल पर पहुंचे।जहाँ देर रात महिला को डिलिवरी के दौरान मरा बच्चा पैदा हुआ। जिसको लेकर परिजनों ने अस्पताल के चिकित्सक पर लापरवाही करने का आरोप लगाते हुए शोर मचाया उसके बाद अस्पताल प्रशासन ने आनन फानन में मामले को रफा दफा करा दिया। 

बच्चे की मरने की सूचना व परिजनों का हंगामा सून कर कुछ मिडिया के लोग पहुंच गए।मिडिया वालों को देखते ही अस्पताल के मालिक आग बबुला होकर अपशब्दों का प्रयोग करते हुए भगाने लगा। जिसके बाद उच्चाधिकारी के निर्देश पर सीएमओ ने कुबेरस्थान चिकित्साधिकारी प्रभारी डा०रजनीश श्रीवास्तव व बी पी एम संतोष श्रीवास्तव ,बीओसी पीयूष मिश्रा, देर रात 11 बजे पहुंच गए ।और अस्पताल से सम्बधिंत कागजात मांगे जो अस्पताल संचालक नहीं दिखा पाये तथा मौके पर किसी रजिस्टर्ड डॉक्टर का होना नही पाया गया । जिस पर कार्यवाही करते हुए 11 बजे रात को सरवरी बेगम अस्पताल को सील कर दिया गया।

इस सम्बन्ध कुबेर स्थान प्रभारी डॉक्टर रजनीश श्रीवास्तव ने बताया कि इस हॉस्पिटल को कुछ दिन पहले ही नोटिस जारी किया गया था कि जब तक इसके मानक पूरा नही हो जाते तब तक हॉस्पिटल संचालित नही होगा, लेकिन इनके द्वारा बिना किसी डॉक्टर के रहते मरीज को एडमिट किया गया है इस लिए इसे सील कर दिया गया है। रात को हुई इस कार्यवाही से खिरकिया बाजार में चल रहे अवैध अस्पतालों के संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है।

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