कांग्रेस प्रत्याशी ने आदर्श चनाव आचार संहिता का उड़ाया मज़ाक़

कांग्रेस प्रत्याशी ने आदर्श चनाव आचार संहिता का उड़ाया मज़ाक़

कैराना

कोंग्रेस हाईकमान से प्रत्याशी घोषित होने के बाद अपने फॉर्म हाउस पर काफिले के साथ पहुंचे अख़लाक़ अहमद ने उड़ाई आदर्श चुनाव आचार संहिता व कोविड प्रोटिकोल की धज्जियां।

बृहस्पतिवार को पार्टी हाईकमान द्वारा कैराना विधानसभा सीट से अख़लाक़ अहमद को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। प्रत्याशी के रूप में घोषणा होते ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं में हर्ष की लहर दौड़ गई और बड़ी संख्या में उनके फॉर्महाउस पर जमा हो गए। थोड़ी देर बाद ही अख़लाक़ अहमद बड़े काफिले के साथ फार्म हाउस पर पहुंचे, जहाँ आदर्श चुनाव आचार संहिता व कोविड प्रोटोकोल की धज्जियां उड़ाई गईं।
इस दौरान अख़लाक़ अहमद ने बिना नाम लिए दोनों सियासी चबूतरों पर तंज़ कसते हुए कहा कि दोनों ही राजनीतिक घरानों ने जनता को लूटा है। फ़र्ज़ी मुक़दमे दर्ज कराकर उनकी खून पसीने की कमाई को बर्बाद किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि आजतक क्षेत्र के लोगों को रोजगार तक नहीं दे पाए। यहां का बेरोज़गार युवा प्रतिदिन हरियाणा राज्य में रोजगार के लिए जाता है जो बड़े दुख की बात है। इस दौरान कई युवा हादसे का शिकार होकर आज हमारे बीच से चले गए हैं।उन्होंने कहा कि मेरा किसी से कोई मुकाबला नहीँ है, मैं तो विकास ,महंगाई,शिक्षा व बेरोज़गारी के मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाऊंगा।
  बिना अनुमति जुटाई भीड़,प्रशासन अंजान 
 कैराना विधानसभा सीट से कोंग्रेस पार्टी के प्रत्याशी अख़लाक़ अहमद टिकट मिलने के बाद लम्बे-चौडे काफिले व सेकंडों समर्थकों की भीड़ के साथ अपने फॉर्महाउस पर पहुंचे, जहां कार्यकर्ताओं द्वारा फूल मालाओं से उनका भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान नेता जी आदर्श चुनाव आचार संहिता व कोविड गाइडलाइन का पालन करना भी भूल गए। 
उत्साह इतना था कि एक बार भी नेता जी ने सोचा तक नहीँ, कि आदर्श चनाव आचार संहिता का पालन करना भी है या नहीँ।
बेखौफ नेताजी, लापरवाह कार्यकर्ता
वाह! रे नेताजी टिकट मिलते ही भूल गए नियम- कानून बेखौफ नेताजी कुर्सी पाने के लिए इतने उत्साहित नज़र आए कि उन्होंने न सिर्फ आदर्श चुनाव आचार संहिता को ठेंगा दिखाया,बल्कि अपने सैंकड़ों कार्यकर्ताओं की जान जोखिम में डालकर कोविड गाइडलाइन का उल्लंघन भी किया। बताते चलें कि जनपद शामली में कोरोना पॉज़िटिव मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है,लेकिन लापरवाह कार्यकर्ता स्वंय व दूसरों की जान की परवाह किए बिना ही कोविड गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाते नज़र आए, जबकि कोविड गाइडलाइन का सख़्ती के साथ पालन कराने के लिए चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक पार्टियों को सख्त हिदायतें दे रखी हैं।

About The Author: Swatantra Prabhat