हिंदू युवा वाहिनी भारत पार्टी का समाजवादी पार्टी में हुआ विलय…

हिंदू युवा वाहिनी भारत पार्टी का समाजवादी पार्टी में हुआ विलय…

स्वतंत्र प्रभात – कभी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बहुत करीबी होने का दावा करने वाले सुनील सिंह ने आज शनिवार को समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली। समाजवादी पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में शनिवार को पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव की मौजूदगी में सुनील सिंह ने अपनी पार्टी हिंदू युवा वाहिनी भारत पार्टी

स्वतंत्र प्रभात –

कभी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बहुत करीबी होने का दावा करने वाले सुनील सिंह ने आज शनिवार को समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली। समाजवादी पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में शनिवार को पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव की मौजूदगी में सुनील सिंह ने अपनी पार्टी हिंदू युवा वाहिनी भारत पार्टी का समाजवादी पार्टी में विलय करने की भी घोषणा की।

ऐसी खबर मिली है कि शनिवार को पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव के साथ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में सुनील सिंह के साथ ही बहुजन समाज पार्टी के निष्काषित सीएल वर्मा ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इतना ही नहीं सुनील सिंह ने तो अपनी पार्टी का समाजवादी पार्टी में विलय भी किया।

इस अवसर पर समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने कहा कि हमारी पार्टी तो नौजवानों की पार्टी है। अब युवा नेता जनता को पार्टी की विचारधारा बताएं। नौजवानों का मैं स्वागत करता हूं, अब तो पार्टी नौजवानों के हाथों में होगी। नौजवान ही सपा का भविष्य है। समाजवादी पार्टी की सात क्रांति तो जन-जन तक जानी चाहिए। हमने कभी भी देश तथा प्रदेश में भेदभाव की राजनीति नहीं की। कभी की काले-गोरे का भेद नहीं किया।

सुनील सिंह ने छोड़ा योगी आदित्यनाथ का साथ:-

योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने से पहले उनके संरक्षण वाली हिंदू युवा वाहिनी के सिपहसालार रहे सुनील सिंह समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। इतना ही नहीं अपने दल का भी विलय कर दिया। सुनील सिंह 2002 में हिंदू युवा वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष बने थे। लंबे समय तक योगी आदित्यनाथ के करीबियों में शामिल रहे सुनील सिंह ने 2017 के विधानसभा चुनाव के पहले बगावत कर दी थी। योगी आदित्यनाथ के मना करने के बाद भी उन्होंने भाजपा के खिलाफ प्रत्याशियों की घोषणा की थी। वाहिनी से निकाले जाने के बाद उन्होंने 2018 में हिंदू युवा वाहिनी (भारत) नाम से नया संगठन बनाया था।

गोरखपुर में थाने में तोड़-फोड़ समेत अन्य मामलों में सुनील को 2018 में जेल भेजा गया और बाद में एनएसए भी लगा। 2019 के लोकसभा चुनाव में गोरखपुर से पर्चा भरा लेकिन उसे खारिज कर दिया गया। सुनील सिंह का कहना है कि प्रदेश सरकार ने तीन वर्ष में विकास के नाम पर केवल शिगूफा दिया है। अखिलेश यादव में युवा उम्मीद देख रहे हैं, इसी कारण आज से समाजवादी पार्टी में शामिल होने का फैसला किया है।

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