सीईपीसी के चुनाव नतीजों को स्वीकार करने की जरूरत ।

सीईपीसी के चुनाव नतीजों को स्वीकार करने की जरूरत ।

  कुछ लोग कालीन उद्योग को क्षति पहुंचाने का कर रहे प्रयास-चेयरमैन


स्वतंत्र प्रभात 
 मुकेश कुमार (रिपोर्टर)

भदोही। कालीन निर्यात संवर्धन परिषद की गुरुवार को एक्सपो मार्ट में हुई बैठक में परिषद के चेयरमैन उमर हमीद ने कहा कि मैने हाल ही में दिल्ली और शेष भारत के सीओए सदस्यों के साथ बैठक की। उसके तुरंत बाद गुरुवार को भदोही के एक्सपो मार्ट में उत्तर प्रदेश के सीओए सदस्यों के साथ आपातकालीन बैठक बुलाई। जिसमे यूपी के सभी सदस्यों को सीईपीसी और कालीन उद्योग की मौजूदा स्थिति से अवगत कराया। कहा कि हाल ही में परिषद के चुनाव के बाद नई टीम गठित हुई है। जिसके बाद हमने उद्योग हित में कुछ निर्णय लिए और आरओडीटीईपी रोडटेप इंट्रेस्ट सबवेंशन एक्सपो मार्ट संचालन कालीन लेबल ब्रांडिंग और परिषद के आगामी आयोजनों पर काम करना शुरू किया। लेकिन सीईपीसी चुनाव हारने वाले भदोही के कुछ लोग कार्यों में बाधा डालने की नीयत से सीईपीसी के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया। विभिन्न मंचों पर न केवल अनर्गल आरोप लगाए जा रहे हैं बल्कि शिकायतें की जा रही हैं।

 हमने दृढ़ता से विधिवत सभी शिकायतों का जवाब भी दिया है। अब उन्होंने विकास आयुक्त हस्तशिल्प और वस्त्र मंत्रालय में सरकारी अधिकारियों को शिकायती पत्र लिखे हैं और आरटीआई दायर किया है। जबकि आरटीआई में सभी आरोप गलत तथ्यहीन और मनगढ़ंत हैं। लेकिन फिर भी उनका भी कानूनी और आधिकारिक रूप से जवाब भेजा गया है। फिर भी परिषद के कार्यों को बाधित करने का उनका अभियान नहीं रुका है और वे मंत्रालय और विकास आयुक्त हस्तशिल्प को राजनीतिक सहयोग लेकर अनर्गल शिकायतें लगातार कर रहे हैं। अब यदि हम लोग केवल मनगढ़ंत शिकायतों के ही जवाब ही देते रहेंगे तो परिषद या कालीन उद्योग के कार्यों को कब निष्पादित करेंगे। सवाल.जवाब में फंसे रहना हमारी दैनिक दिनचर्या बन गई है। इन परिस्थितियों में उद्योग पर ध्यान केंद्रित कर पाना मुश्किल हो रहा है।

 मैं यह स्पष्ट कर दूं कि यदि सबकुछ इसी तरह से चलता रहा तो निश्चित रूप से कालीन उद्योग का कार्य प्रभावित होगा जिसके लिए शिकायत करने वाले लोग ही जिम्मेदार माने जाएंगे। आज ही जब हम लोग कारपेट एक्सपो मार्ट में बैठक कर रहे थे तो सीईपीसी दिल्ली दफ्तर से सूचना मिली है कि विकास आयुक्त हस्तशिल्प कार्यालय को एक और शिकायत भेजी गई है। यह केवल परिषद को अस्थिर करने ही नहीं बल्कि कालीन उद्योग को नुकसान पहुंचाने का प्रयास है। जिसके लिए कालीन उद्योग के लोग ऐसे लोगों को माफ नहीं करेंगे। दुर्भाग्य की बात यह है कि जो लोग शिकायतें करने में रूचि दिखा रहे हैं उसमें से एक सीनियर मेंबर जो चुनाव के तत्काल बाद सीईपीसी द्वारा कराए चुनाव को निष्पक्ष बताकर सराहना कर चुके हैं। ऐसे में मैं यही आग्रह करुंगा कि हार को स्वीकार करना सीखें और चुनाव में जो भी नतीजा आया है उसे स्वीकार कर कालीन उद्योग की बेहतरी के लिए हमारे कदम से कदम मिलाकर सहयोग करें। बैठक में सीईपीसी के सभी सदस्य मौजूद रहे।


 

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