चचेरे भाइयों की मौत के मामले में लीपापोती करने में जुटी कोतवाली पुलिस

चचेरे भाइयों की मौत के मामले में लीपापोती करने में जुटी कोतवाली पुलिस

मृतकों के परिजनों से मिले क्षेत्रीय विधायक सुनील वर्मा, की शोक संवेदना।


स्वतंत्र प्रभात 


लहरपुर सीतापुर। एक तरफ जहां पुलिस रस्सी को सांप और सांप को रस्सी बना सकती है तो वहीं बड़ी से बड़ी घटना को भी बेहतरीन प्रबंधन के चलते महज औपचारिकताओ में बदल कर रख देती है बात कर रहे हैं बीते 5 अक्टूबर की रात दो चचेरे भाइयों की दुर्घटना में हुई वीभत्स मौत की जिसमें मनोज पुत्र राम बिसुन 40 व कामता पुत्र लक्ष्मण 24 निवासी काजीटोला देर शाम केसरीगंज स्थित मौसिया मिष्ठान की दुकान से काम कर  घर को वापस आ रहे थे


 केसरीगंज तहसील रोड मुख्य मार्ग स्थित वीर बाबा के निकट आम की लकड़ी से भरी हुई ओवरलोड ट्राली में जा टकराने के चलते दोनों अति गरीब नवयुवक काल के गाल में समा गए जिसके चलते मृतकों के परिजनों द्वारा न्याय पाने के लिए सड़क जाम कर आक्रोश व्यक्त कर सड़क जाम किया जाने लगा। घटना की जानकारी मिलते ही जहां स्थानीय पुलिस के हाथ पांव फूलने लगे वही मौके पर पुलिस क्षेत्राधिकारी राजु कुमार साव, तालगांव कोतवाली प्रभारी अनिल कुमार व कोतवाली प्रभारी लहरपुर मनीष कुमार सिंह सहित भारी पुलिस बल को बुलाना पड़ा। भारी पुलिस बल की मौजूदगी में पीड़ित परिवार पर ही भारी दबाव बनाकर घटनास्थल से

 जाम हटवाया गया। वही देर रात तक बिना नंबर की आम से लदी ओवरलोड ट्रैक्टर ट्राली को जेसीबी के माध्यम से फौरन खाली भी कराया जाने लगा इसकी जानकारी जब अस्पताल में परिजनों को मिली तो शव को सील करवाना छोड़ घटनास्थल की तरफ भागे लेकिन तब तक पुलिस ट्राली से जेसीबी के माध्यम से एक तिहाई लकड़ी उतार कर ट्रैक्टर ट्राली को कुछ देर के लिए मौके से हटवा भी दिया, जिस पर मृतकों के परिजनों द्वारा आक्रोश व्यक्त किया गया। 


इस आक्रोश को देखते हुए कोतवाली प्रभारी मनीष सिंह के द्वारा पुनः ट्रैक्टर ट्राली को थाने पर बाकी बची लदी हुई लकड़ी के साथ खिंचवा लिया गया। गौरतलब है कि परिजनों द्वारा जब घटना की प्राथमिकी दर्ज कराई गई तो उसमें भी कोतवाली प्रभारी मनीष सिंह के हस्तक्षेप के चलते बिना नंबर की ट्रैक्टर ट्राली को अज्ञात वाहन बता कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। अब सवाल यह उठता है की प्राथमिकी में ना तो गाड़ी मालिक का नाम पता दर्ज किया गया है 

और न ही लकड़ी के ठेकेदार का। सूत्रों की माने तो गाड़ी मालिक व लकड़ी ठेकेदार से पुलिस दो मौतों का सौदा कर घटना को संछिप्त कर दिया गया। सूत्रों की माने तो लहरपुर क्षेत्र में लकड़ी व कबाड़ के वृहद स्तर पर चल रहे व्यापार को जहां पुलिस क्षेत्राधिकारी सहित लाखों का वारा न्यारा कर रही है वही घटित घटना को फौरी स्तर पर दबाकर उच्चाधिकारियों तक बात पहुंचने से रोका भी जा रहा है


 इधर मृतक के परिजनों के गरीबी के साथ-साथ कमाऊ व्यक्ति के गुजर जाने के चलते रो-रो कर बुरा हाल है वही गाड़ी मालिक व लकड़ी ठेकेदार पुलिस संरक्षण के चलते तनाव मुक्त होकर परिजनों पर सुलहनामा का दबाव बना रहा है। 


घटना की जानकारी मिलने पर क्षेत्रीय विधायक सुनील वर्मा ने भी रविवार दोपहर को मृतक के परिजनों से मुलाकात की, और शोक संवेदना व्यक्त करते हुए परिजनो को सांत्वना देने के साथ-साथ विधायक सुनील वर्मा ने मृतक परिवार को प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत आवास का लाभ व  मृतक मनोज की पुत्री की शादी में ₹51000 का अनुदान निजी स्तर पर देने की घोषणा की।

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