स्वतंत्र प्रभात -:
कहानी शुरू हुई, जब 49,568 पदो पर अक्टूबर 2018 में पुलिस में एक भर्ती निकाली गई, जिसकी परीक्षा 27 और 28 जनवरी 2019 में कराई गई जिस परीक्षा को कराए हुए भी 2 साल पूरे हो चुके हैं और अभी तक अभ्यार्थियों की जॉइनिंग नहीं हो पाई है।
मार्च 2020 में अंतिम परिणाम भी घोषित कर दिया गया और तो और 49,568 अभ्यर्थियों में से सिर्फ 14,000 अभ्यार्थी अक्टूबर माह में ट्रेनिंग पर भी भेज दिए गए, लेकिन बचे हुए 35,568 अभ्यार्थियों को यह कहकर ट्रेनिंग पर नहीं भेजा गया, कि अभी कोरोना महामारी चल रही है इसलिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना भी अनिवार्य है।
उत्तर प्रदेश की यह सरकार इस भर्ती की ट्रेनिंग को चार चरणों में पूरा कराने की बात कर रही है मतलब सीधा सा कहना यह है की 2023 तक ट्रेनिंग कंप्लीट हो पाएगी, मतलब पूरे 5 साल में भर्ती पूरी हो पाएगी इसी के चलते अब तक 2 अभ्यार्थी जोकि दूसरे और तीसरे चरण में ट्रेनिंग पर जाने वाले थे वह मानसिक दबाव में आकर आत्महत्या भी कर चुके हैं। अब और इंतजार नहीं होता समाज और घरवाले जीने नहीं दे रहे।
छात्रों ने बहुत बार ट्विटर के जरिए और अन्य चिट्ठी के माध्यम से भी सरकार से बहुत गुहार लगाई है लेकिन एक सरकार है जिसके कान पर जूं तक नहीं रेंगती। छात्रों का कहना है – “कि प्रदेश में पिछली सरकार ने भी एक साथ 35,568 अभ्यर्थियों की ट्रेनिंग कराई है इसलिए अब बचे हुए 35,568 अभ्यार्थियों की ट्रेनिंग एक साथ हो सकती है जिसमें से लगभग 23,000 अभ्यर्थियों की ट्रेनिंग के लिए उत्तर प्रदेश में ही जगह उपलब्ध है बाकी 10,000 से 12,000 अभ्यार्थियों को अन्य राज्यों जैसे बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान आदि में ट्रेनिंग के लिए पिछली सरकार की भांति भेजा जाए जिससे अभ्यर्थियों में मानसिक तनाव और आत्मग्लानि ना उत्पन्न हो “
प्रदेश सरकार से छात्र बार-बार गुहार लगा रहे हैं कि ट्रेनिंग 2 चरणों में ही पूरी कराई जाए, पुलिस का दूसरा बैच भी मई माह में ट्रेनिंग पर जाने को प्रस्तावित है। उम्मीद है अभ्यर्थियों की इस आवाज को प्रदेश सरकार को भर्ती बोर्ड द्वारा संज्ञान में जरूर लिया जाएगा। 6 माह में भर्ती पूरी करने का दावा करने वाली सरकार सिर्फ झूठे दावे ही करती है 9 से 10 महीने तो हमारे अंतिम चयन को हो चुके हैं ।
[…] 49,568 यूपी पुलिस भर्तियों का इम्तिहान, आख… […]