देहदानी राधा देवी को श्रद्धांजलि देने के लिए उमड़ी भीड़

देहदानी की श्रंद्धाजंलि सभा में उमड़ी भीड़ अलीगढ़। मानव कल्याण के लिए दधीचि के समान अपने शरीर का दान करने वालीदेहदानी, सेवा और त्याग की प्रतिमूर्ति, ममतामयी और करुणामयी स्वर्गीयश्रीमती राधा देवी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि देने के लिए आज भीड़ उमड़ पड़ी । देहदान एवं नेत्रदान को बढ़ावा देने के लिए श्रद्धांजलि सभा को ज्योतिपर्व का


देहदानी की श्रंद्धाजंलि सभा में उमड़ी भीड़


अलीगढ़। मानव कल्याण के लिए दधीचि के समान अपने शरीर का दान करने वाली
देहदानी, सेवा और त्याग की प्रतिमूर्ति, ममतामयी और करुणामयी स्वर्गीय
श्रीमती राधा देवी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि देने के लिए आज भीड़ उमड़ पड़ी ।
 देहदान एवं नेत्रदान को बढ़ावा देने के लिए श्रद्धांजलि सभा को ज्योति
पर्व का स्वरूप प्रदान किया गया । मंच पर स्वर्गीय राधा देवी के विशालकाय
चित्र के समक्ष ओम की आकृति बनाकर 251द्वीप प्रज्वलित किये गए।
 इस अवसर पर उदाहरण प्रस्तुत करते हुए परिवार ने तेरहवीं पर होने वाले
मृत्यु भोज की जगह गौ माता के लिए हरे चारे व गुड़ की व्यवस्था के साथ-साथ
केशव सेवा धाम में गौशाला निर्माण हेतु , गौशाला नगला मसानी में वृद्ध
आश्रम निर्माण हेतु , सरस्वती शिशु विद्या मंदिर आगरा मार्ग के भवन
निर्माण हेतु कई अन्य घोषणाएं दान स्वरूप की गई  ।
देहदान होने के कारण अंतिम क्रिया के रूप में दाह संस्कार नहीं होना था
अतः 11 मन आम की लकड़ी व 11 किलो हवन सामग्री और 5 किलो देसी घी विभिन्न
आर्य समाज मंदिरों में हवन हेतु प्रदान करने की घोषणा की । वहीं दाह
संस्कार में काम आने वाले घी की जगह श्री वार्ष्णेय मंदिर में आरती में
प्रयुक्त होने के लिए देसी घी का टीन देकर समाज को प्रेरणा देने का कार्य
किया ।
साथ ही एक गरीब कन्या की शादी कराने की घोषणा भी की गई  ।
इस अवसर पर नातिनी पूर्णिमा वार्ष्णेय एवम प्रशंसा वार्ष्णेय ने दादी माँ
के संस्मरण सुनाये ।
वहीं अर्चना वी राजन के भजन…..
जरा जीव बिचारो मन में ,तेरी आत्मा का क्या स्वरूप है ,
ये देह नही है , तेरी आत्मा
तू टी सतचित आनंद स्वरूप है …..
से श्रद्धांजलि अर्पित की ।उससे पूर्व आगरा आकाशवाणी के प0 हरिशंकर शर्मा
जी ने रामधुन से श्रद्धांजली सभा को प्रारम्भ किया ।
विदित रहे देहदानी स्वर्गीय श्रीमती राधा देवी ने अपना शरीर त्यागने से पुर्व
 छह पुत्र , छह पुत्रबधुएँ , एक पुत्री -दामाद, आठ नाती ,छह नातनी ,  दो
धेवते व  एक धेवती से भरा पूरा परिवार छोड़ा है । सभी पुत्र व पुत्री
विभिन्न समाजसेवी संस्थाओं से जुड़कर समाज सेवा का कार्य कर रहे हैं  ।
इस अवसर पर श्रद्धांजलि सभा का संचालन सीए संजय गोयल एवं सुश्री पूनम
बजाज ने संयुक्त रूप से किया ।
 देहदान कर्तव्य संस्था के अध्यक्ष डॉ एस के गौड ने नेत्रदान एवं देहदान
जैसे पुनीत कार्य के लिए सभी परिजनों का धन्यवाद दिया एवं सभी उपस्थित
लोगों को नेत्रदान एवं देहदान के लिए जागरूक करते हुए कहा कि आज अपने देश
में नेत्रों की बहुत आवश्यकता है और आपके नेत्रदान से अगर दो लोग इस
रंगीन  दुनिया को देख सकें  तो इससे बढ़कर क्या होगा ।  देहदान को
सर्वाधिक उत्तम दान बताते हुए कहा कि किसी व्यक्ति के दान के बाद मेडिकल
के छात्र उस पर विभिन्न प्रकार के शोध करके उच्च शिक्षा प्राप्त कर समाज
के लिए उपयोगी डॉक्टर  बनते हैं  । इसके लिए हमें  सभी को जागरूक करना है
 ।
इस अवसर पर देहदान कर्तव्य संस्था के अध्यक्ष डॉ एस के गौड,  सचिव जयंत
शर्मा , डॉ डी के वर्मा , हितेश छाबड़ा ,डॉ  सुनील वार्ष्णेय आदि ने
देहदानी स्वर्गीय राधा देवी के परिजनों को देहदान कर्तव्य संस्था का
प्रमाण पत्र सौंपा।

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