उन्नाव। पांच लाख की आबादी को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के लिए शुरू हुई अमृत योजना फिलहाल मुसीबत का सबब बनी हुई है। पानी कीआपूर्ति के लिए पाइप बिछाने के नाम पर की गई मनमानी ने शहर की सड़कों को खस्ताहाल कर दिया। अब गहरी सीवर लाइन बिछाने के नामपर शहर की प्रमुख सड़कों पर सुस्त रफ्तार से हो रहा है। वर्ष 2018 में अमृत योजना के तहत काम शुरू हुआ था। शासन ने 2020 में इसयोजना को पूर्ण करने का जिम्मा जल निगम को सौंपा गया था। पहले चरण में जल निगम ने शहर के हर वार्ड में पाइप बिछाने के लिए सड़कोंको खोदा था। जल निगम को जिम्मेदारी थी गई थी कि वह पाइप बिछाने के बाद सड़क को दोबारा बनाएंगे। बारिश के मौसम में यह सड़केंशहरियों के लिए मुसीबत बन गई थी। तमाम शिकायतों के बाद भी जल निगम ने सड़कों की हालत नहीं सुधारी। योजना का काम जल्द पूरा होनेव शुद्ध पेयजल मिलने की उम्मीद में लोग टूटी सड़कों पर ही सफर करते रहे। उधर पेयजल आपूर्ति की शुरुआत होने से पहले ही जल निगम नेगहरी सीवर लाइन का काम शुरू कर दिया। शहर के प्रमुख मार्गों पर खुदाई कर चैंबर बनाए जा रहे हैं। शहर में इन चैंबर की वजह से हर रोजजाम लगता है। जाम न लगने पाए इसको लेकर जल निगम की ओर से कोई कवायद भी नहीं की गई है। शहरियों को इंतजार है कि उन्हें कबअमृत मिल सकेगा।
उन्नाव के लोगो को कब मिलेगी जाम से राहत
पांच लाख की आबादी को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के लिए शुरू हुई अमृत योजना फिलहाल मुसीबत का सबब बनी हुई है।