जच्चा-बच्चा केंद्र पर गरीब प्रसूति महिलाओं की जीवन के साथ एएनएम खेल रही क्रुरता का खेल जच्चा की मौत

Kushinagar News

◆ पीड़ित परिजनों के पहुचने के पहले अस्पताल में ताला जड़ कर एएनएम हुई फरार। कभी पीएससी तो कभी प्राइवेट अस्पताल में शव को लेकर भटकता रहा पीड़ित परिवार

कुशीनगर,उत्तर प्रदेश।

जनपद के विशुनपुरा ब्लाक क्षेत्र के हिरनही ग्राम सभा मे स्थित स्वास्थ्य उपकेन्द्र पर एएनएम गीता देवी की लापरवाही से एक प्रस्तुता कि मृत्यु हो गयी।इन अस्पतालों में ऐसे ऐसे कितनो की जिंदगी जा रही है यह किसी को पता नही पर यह तो एक आलोक में है।

कोतवाली पडरौना क्षेत्र के ग्राम सभा सोहनपुर निवासी जितेन्द्र यादव की पत्नी सरिता देवी जो जटहां बाजार थाना क्षेत्र के ग्राम माघी कोठीलवा में गई थी।यहा प्रसव पीड़ा हुई तो मायके वाले बीते बुधवार को प्रसूति महिला को लेकर हिरनही जच्चा बच्चा केंद्र पर ले गये। वहा की एएनम गीता देवी द्वारा प्रसूती महिला की डिलेवरी की इलाज करना शुरू की।

बताया जा रहा है कि बच्चे की पैदाईस में देरी होने लगी तो एएनम ने प्राइवेट पार्ट को ब्लेड से सर्जरी कर दी।प्रसूता की किसी तरह बच्चा तो हो गया। लेकिन उसका शरीर से ब्लड काफी तेजी के साथ होने लगा तो एएनएम घबड़ाकर पडरौना कोतवाली क्षेत्र के ग्राम ठोड़ी मोड़ पर स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में ले गई। वहा पर पीड़िता को टाका लगवा कर तत्काल घर भेज दिया। तब तक प्रसूता की शरीर से ज्यादा रक्त स्राव होने के कारण मौत हो गयी।

परिजन मृतक प्रसूता को लेकर हिरनही एएनम सेंटर जा रहे थे तब तक किसी की सूचना पर एएनएम गीता देवी स्वास्थ्य उपकेन्द्र को बन्द कर रफू चक्कर हो गई। जिसके बाद परिजन प्राइवेट हॉस्पिटल पर पहुँच कर उस एएनम को बुलाने की शोर मचा रहे थे। तब तक किसी ने इसकी सूचना कोतवाली पडरौना को दे दिया। सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस पहुँच गई और घटना की विधिक कार्यवाही करने के बजाय मामले को शांत करवाते हुए की अंतिम संस्कार करने के लिए घर भेज दिया।

विशुनपुरा सीएचसी प्रभारी रामदास कुशवाहा की सुनिए क्या बोले यह मामला हमारे संज्ञान में नही है।इस घटना की एएनएम ही जबाब दे सकती है।उन्होंने कहा गीता देवी को हिरनही स्वास्थ्य केंद्र से जटहां ट्रांसफर कर दिया गया है।एएनएम रात में कैसे अस्पताल में पहुच जा रही है।यह भी हमे पता नही है। अकेला स्टॉप है कोरोना का टीकाकरण चल रहा है। अस्पताल का रजिस्टर भी उसी के पास है स्वास्थ्य केंद्र पर मिलेगी नही तो कोई रजिस्टर की जांच करेगा अपसेन्ट है परजेंट हैं। ये है प्रभारी चिकित्साधिकारी विशुनपुरा की कहानी।

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