
उप जिलाधिकारी पी एल मोर्य के प्रयासों से खत्म हुआ धरना प्रदर्शन
तहसील क्षेत्र के रतौलीडीह गांव में कटान पीड़ित दे रहे थे 24 घंटों से धरना
लहरपुर (सीतापुर) लहरपुर तहसील क्षेत्र के रतौलीडीह गांव में शारदा नदी के कटान पीड़ितों का दूसरे दिन भी धरना जारी था और धरना स्थल पर लगातार क्षेत्र के पीड़ितों की संख्या बढ़ती चली जा रही थी। प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि शासन प्रशासन के उच्च अधिकारी जब तक मौके पर नहीं आते और मांगों को नहीं मानते, तब तक यह धरना अनवरत जारी रहेगा। सूचना मिलते ही लहरपुर उप जिलाधिकारी पी एल मौर्य अपने दल बल के साथ बीती 10 दिसंबर को देर शाम धरना स्थल पर पहुंचे और धरना दे रहे सैकड़ों ग्रामीणों के बीच खड़े होकर आम जनता से सीधे संवाद स्थापित करना शुरू किया।
उप जिलाधिकारी पी0 एल0 मौर्य ने अपनी कुशल प्रशासनिक क्षमता दिखाते हुए एक एक पीड़ित की बात सुनी और समस्याओं को मौके पर ही संज्ञान में लेकर संबंधित विभागों के उच्च अधिकारियों से दूरभाष पर बात की। उप जिलाधिकारी के मानवीय दृष्टिकोण व ठोस आश्वासन के बाद चल रहा धरना देर रात समाप्त हो गया। धरना दे रहे ग्रामीण अभिषेक द्विवेदी, रामखेलावन, सियाराम, रामऔतार, सुरेश, श्रीराम, ओमकार, प्रमोद, ओमप्रकाश ने कहा कि उप जिलाधिकारी ने जो आश्वासन दिया है उससे वह पूरी तरह से संतुष्ट हैं। उन्होंने कहा कि उपजिलाधिकारी ने जो व्यवहार आंदोलनकारियों के सम्मुख प्रस्तुत किया है,
उससे वह सब बहुत ज्यादा प्रभावित हैं। उधर उपजिलाधिकारी पीएल मौर्य ने कहा कि कटान पीड़ितों की मांग पर आवासहीनो को आवास, प्राथमिक विद्यालय व पक्की सड़क बनाने का काम जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा। उपजिलाधिकारी ने प्रदर्शनकारियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि बिजली पहुंचाने को तार खींचने का काम भी जल्द शुरू कराया जाएगा। बाढ़ पीड़ित जो तटबंध बनाने की मांग कर रहे हैं, उसके लिए शारदा विभाग की टीम पिछले दिनों आई थी, इस दिशा में भी कार्य आगे बढ़ रहा है। उप जिलाधिकारी ने कहा कि रतौलीडीह है के पास शारदा नदी के किनारे 1 किलोमीटर तक तटबंध पहले से स्वीकृत है।
उन्होंने कहा कि इसकी निर्माण लागत लगभग ₹ ग्यारह करोड़ है। उन्होंने कहा कि तटबंध का निर्माण कार्य शुरू होने के बाद जरूरत के हिसाब से उसकी लंबाई बढ़ाने की कार्य योजना शासन को भेजी जाएगी।
उन्होंने कहा कि चूंकि ग्रामीण कुल 4 किलोमीटर तक तटबंध बनाने की मांग कर रहे हैं, इसके चलते ऐसा ही किया जाएगा। गौरतलब है कि 2 वर्ष पूर्व इसी रतौलीडीह गांव में सामाजिक कार्यकर्ता रिचा सिंह के नेतृत्व में 15 दिनों तक धरना प्रदर्शन चला था। मौके पर पहुंचे तत्कालीन अधिकारी धरना प्रदर्शन को समाप्त नहीं करा पाए थे। उप जिलाधिकारी पी एल मौर्य द्वारा 24 घंटे के अंदर धरने को समाप्त करा देना उप जिलाधिकारी की जहां कुशल प्रशासनिक क्षमता को माना जा रहा है। वही प्रदर्शनकारियों से सीधा संवाद भी प्रमुख माना जा रहा है।
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