ललितपुर की टॉप खबरे

ललितपुर की टॉप खबरे

नहीं रहे ललितपुर के मधुलिमये संदिग्ध परिस्थिति में नारायणी नदी पर स्थित रेलवे पुल के नीचे मिला शव हत्या व हादसे की बीच रही गुत्थी, पुलिस कर रही घटना की जाँच जनपद मेंं फैली शोक की लहर ललितपुर। समाजवादी विचारक व सहरियों को न्याय दिलाने के लिए जीवन भर संघर्ष करने वाले नेता मुरारी लाल

नहीं रहे ललितपुर के मधुलिमये संदिग्ध परिस्थिति में नारायणी नदी पर स्थित रेलवे पुल के नीचे मिला शव हत्या व हादसे की बीच रही गुत्थी, पुलिस कर रही घटना की जाँच जनपद मेंं फैली शोक की लहर 

ललितपुर। समाजवादी विचारक व सहरियों को न्याय दिलाने के लिए जीवन भर संघर्ष करने वाले नेता मुरारी लाल जैन की रेल दुघर्टना के दौरान मृत्यु हो गयी, तो वहीं उनके शव की हालत को देखते हुये, उनकी मृत्यु का कारण संदिग्ध नजर आ रहा है। हालाँकि मध्य प्रदेश शासन ने पैनल के द्वारा पोस्टमार्टम कराया है। पुलिस पूरे घटना क्रम की जाँच कर रही है। वह लखनऊ से आम आदमी पार्टी के सम्मेलन से वापस लौट रहे थे। उनकी मौत समाचार सुनकर पूरे जनपद में शोक की लहर दौड़ गयी। सहरियों को न्याय दिलाने के लिए उन्होंने शासन व प्रशासन से कई लड़ाईयाँ लड़ी, जिस कारण उन्हें आम जनता के बीच में आज का मधुलिमये कहा जाता था। जनपद में लम्बे अरसे से गरीबों व मजलूमों के लिए न्याय की लड़ाई लडऩे वाले नेता का सोमवार की सुबह देहान्त हो गया है। वह लखनऊ से रविवार को आम आदमी पार्टी की बैठक से वापस जनपद पुष्पक ट्रेन द्वारा आ रहे थे।

उनकी ट्रेन में नींद लग गयी, जब उनकी नींद खुली तो वह ललितपुर स्टेशन से निकल चुकी थी, धौर्रा के पास ट्रेन धीमा होता देख उन्होंन अपने भतीजे विवेक को फोन लगाया,जो कि कस्बा जाखलौन में निवास करता है, उससे कहा कि वह धौर्रा स्टेशन पर उतर रहे हैं, इसके बाद बोले धौर्रा स्टेशन निकल गया है, इस कारण वह अगले किसी स्टेशन पर उतरकर आयेंगे, बाद फोन लगाने की बात कहकर फोन को काट दिया। लेकिन उन्होंने नारायणी नदी के पुल का जिक्र किया, यही उनकी लाश उसी पुल के नीचे पड़ी मिली। डीआरएम झाँसी ने बताया कि नारायणी नदी से ट्रेन 96 किलोमीटर प्रतिघण्टा की रफ्तार से गुजरी है। साथ उसके बाद ट्रेन आगासौद में दो मिनट रूकी, जब वहाँ उत्कल एक्सप्रेस खड़ी थी, लेकिन वहाँ पर माना जा रहा है वह आगासौद पहुँचे ही नहीं, अगर वह आगासौद पहुँच जाते तो वह अपने भतीजे को फोन पर सूचित करते, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसलिए यह माना जा रहा है कि वह आगासौद नहीं पहुंचे, लेकिन पूरे प्रकरण में उनकी मौत का रहस्य नहीं खुल रहा है।

  यह बिन्दु दर्शाते हैं, हत्या की आशंकाचूँकि नारायणी नदी के पुल के नीचे जहाँ इनका शव मिला है, वहाँ पर शव छत विक्षत हो जाता, क्योंकि रेलवे पुल की ऊंचाई 15 मीटर से अधिक है। जिस पत्थर पर उनका शव पड़ा मिला वह नुकिला था, लेकिन इतनी ऊंचाई से गिरने के बाद भी वह आरपार नहीं हुआ है। अगर ट्रेन से वह गिरते तो उनका समान उनके साथ नहीं होता, किन्तु उनका समान उनके पास ही मिला। यह सभी बिन्दु हत्या की आशंका को दर्शाते हैं। चूँकि गरीबों की न्याय दिलाने में कई अमीरों की नजरों में वह खटक रहे थे। इसलिए उनके शत्रुओं की संख्या भी काफी बड़ गयी थी, इस हादसे को लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियायें आ रही हैं। 

ललितपुर की टॉप खबरे

छात्रों के हक की लड़ाई से रखा था राजनीति में कदमजनपद में मुरारी लाल जैन का लम्बा राजनैतिक इतिहास रहा है। यह नेहरू महाविद्यालय में छात्र संघ के उपाध्यक्ष रहे। इसके बाद इन्होंन 80 के दशक में नेमी चन्द्र जैन व राजेन्द्र रजक के साथ जनपद में महाविद्यालय की मांग को लेकर बड़ा छात्र आन्दोलन किया, जिसके चलते इन्हें एक पखवाड़े से अधिक समय जेल में काटना पड़ा, लेकिन आन्दोलन के कारण जनपद को रघुवीर सिंह महाविद्यालय मिला, जो आज भी जनपद में संचालित हो रहा है। यही इन्होंने सन 1984 में जनता दल से सदर विधानसभा का चुनाव लड़ा, जिसमें कांग्रेस उम्मीदवार राजेश खैरा की कढ़ी टक्कर दी थी, हालाँकि यह चुनाव नहीं जीत पाये थे। इनकी राजनैतिक शुरूआत लोकदल से हुई, इसके बाद वह जनता दल व उसके बाद समाजवादी पार्टी में यह राष्ट्रीय कार्यकारणी के सदस्य भी रह चुके थे। वर्तमान यह आम आदमी पार्टी के सह प्रदेश प्रभारी थे।

इन्होंने अपने राजनैतिक कैरियर में अपने सिद्धान्तों कभी समझौता नहीं किया, हमेशा ही गरीबों व मजलूमों की लड़ाई यह लड़ते रहे, यही कारण है कि यह कभी भी किसी संवैधानिक पद पर नहीं रहे, किन्तु लोगों के दिलों में इनका कद किसी संवैधानिक पद से कम भी नहीं रहा है। मधुलिमये से प्रभावित होकर सहरिया जाति के उत्थान में जुड़ेवैसे तो मुरारी लाल जैन हमेशा से ही गरीबों के लड़ते रहे हैं, किन्तु समाजवादी विचारोंं के निबन्धकार मधुलिमये से प्रभावित होकर वह सहरिया जन जाति के उत्थान के लिए उनके बीच में गये। यही नहीं उन्होंने जंगलों पर इस जनजाति के भूमि अधिकार की लड़ाई लड़ी, उन्होंने सहरिया आन्दोलनों में बढ़चढ़ हिस्सा लिया, यही कारण था कि उनके नेतृत्व के बिना जनपद में आजतक कोई सहरिया आन्दोलन सफल नहीं हो पाया है। इसीलिए उन्हें जनपद का मधुलिमये कहा जाता था। 

रेलवे प्रशासन की रही गलती चूँकि मुरारी लाल जैन पुष्पक एक्सप्रेस के सेकण्ड एसी कोच में सफर कर रहे थे, चूंकि एसी में किसी यात्री को उसके गन्तव्य स्थान पर पहुंचने पर कोच में तैनात यात्री अटैण्डर की जिम्मेदारी होती है, कि वह यात्री को सूचित करे। साथ अगर नींद में है, उसे जगाये। लेकिन उक्त घटना में ऐसा नहीं हुआ है। जिससे सीधे तौर रेलवे प्रशासन की लापरवाही भी सामने आ रही है। 

अवैध खनन रोकने को सुबह से देर शाम चलती रही कार्यवाही अफसरों ने पूरे दिन बेतवा किनारे डाला डेरा

तालबेहट। प्राकृतिक संपदाओं का दोहन कर अवैध खनन का काले कारोबार कर रहे खनन माफिया के खिलाफ पूरे दिन पुलिस व प्रशासन के अफसर बेतवा किनारे डेरा डाले रहे। अफसरों की इस कार्यवाई से खनन कारोबारियों में हडकंप मचा रहा। समाचार लिखे जाने तक देर शाम ग्राम गेवरा गुन्देरा में बेतवा किनारे अफसर जमे रहे। विगत कई महीनों से तालबेहट व पूराकलां क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में नदी, नाले व पहाड़ों को चीरकर खनन कारोबारी खनन का कारोबार कर रहे थे।

ललितपुर की टॉप खबरे

ग्राम गेवरा गुन्देरा के नजदीक बेतवा नदी में लिफ्टर मशीन डाल कर बालू का अवैध कारोबार किया जा रहा है। जिसके संदर्भ में सोमवार को खबर प्रकाशन के बाद प्रशासन के अफसर हरकत में आए और जिलाधिकारी योगेश शुक्ल के निर्देश पर उपजिलाधिकारी मुहम्मद कमर, क्षेत्राधिकारी देवेन्द्र सिंह पुलिस बल के साथ ग्राम गेवरा गुन्देरा पहुंचे। जहां अफसरों ने जांच पड़ताल कर बेतवा में डली लिफ्टर मशीन को नदी से निकालने की कवायद शुरू कर दी। इसके साथ ही पुलिस कर्मियों ने बेतवा नदी के किनारे रखी बालू को भी जब्त कर लिया।

मौके पर पहुंचे अफसरों को ग्रामीणों ने बताया कि निकलने बाली बालू को लेकर जाने बाले टे्रक्टर ट्राली खेतों की फसलें नष्ट कर रहे है जिस पर अफसरों ने उनसे शिकायती पत्र लिए। देर शाम तक अधिकारी बेतवा किनारे बालू व मशीन जब्ती की कार्यवाई को अंजाम दे रहे थे। प्रशासन की इस कार्यवाई से खनन कारोबारी, माफिया में हडकंप मचा हुआ है। 

बहुत खूब: एक आदमी के बना दिये दो मृत्यु प्रमाण पत्र तहसील पाली का मामला 

पाली। पाली नगर पंचायत मे योजनाओं का लाभ लेने के लिए आए दिन नए-नए कारनामे सामने आ रहे है। ऐसा ही एक ताजा मामला जनपद ललितपुर की नगर पंचायत पाली का आया है। जहां नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी ने एक व्यक्ति को दो बार मार दिया और दोनो बार मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिए। दरअसल पाली हजारिया वार्ड निवासी स्वर्गीय जगदीश नारायण चौरसिया तनय रामरतन चौरसिया दरअसल पाली हजारिया वार्ड का निधन 07 अगस्त 2016 को हो गया था।

ललितपुर की टॉप खबरे

नगर पंचायत ने उनका मृत्यु प्रमाण पत्र रजिस्ट्रेशन सं या 258 के तहत भी जारी कर दिया। लेकिन नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी ने इसी व्यक्ति को दस्तावेजो मे एक बार फिर मार दिया। मृत्यु की तिथि करीब 09 महीने बढ़ाकर 28 अप्रैल 2017 कर दी। सबसे दिलचस्प बात तो ये है कि नगर पंचायत ने इसका भी रजिस्ट्रेशन सँ या 258 ही रखा। अब अधिशासी अधिकारी अगर कहे कि उनसे गलती से हो गया, तो फिर पुरानी रजिस्ट्रेशन सं या भी वही रही। यह प्रमाण पत्र अधिशासी अधिकारी कैलाश नारायण शर्मा के द्वारा बनाए गए थे। एक ही व्यक्ति की दो मृत्यु होने का मामला सामने आते ही नगर पंचायत पाली मे हडक़ंप है। उधर उपजिलाधिकारी अनिल कुमार ने इस मामले मे जांच करने की बात कही है। उन्होंने कहा है कि जो भी जाँच मे दोषी पाया जाएगा उस पर बैधानिक कार्यवाही की जाएगी।

बालू से भरा ट्रेक्टर ट्राली जब्त किया

तालबेहट। अफसरों के निर्देश पर खनन की रोकथाम को पुलिस सक्रिय हो गई है। तेरई फाटक पुलिस ने गश्त के दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग से एक बालू से भरा ट्रेक्ट्रर ट्राली जब्त कर लिया। पकड़े गए चालक के खिलाफ अवैध खनन का मामला दर्ज कर लिया गया।चौकी इंचार्ज संदीप सिंह पुलिस बल के साथ गश्त कर रहे थे तभी वनगुंवा खुर्द की ओर से एक बालू से भरी टे्रेक्टर ट्राली आती दिखाई दी। जिस पर पुलिस ने ट्रेक्टर ट्राली रोक कर चालक विनोद पुत्र हीरालाल निवासी रामपुर से बालू से संबंधित प्रपत्र दिखाने को कहा। जिस पर चालक कोई प्रपत्र नही दिखा सका। पुलिस चालक सहित ट्रेक्टर ट्राली को कोतवाली ला कर पकडे गए चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। 

फांसी लगातार जान देने का किया प्रयास

तालबेहट। कोतवाली क्षेत्र के ग्राम बिजरौठा के मजरा दिगारा में धेरलू तनाव के चलते एक महिला ने फांसी लगातार जान देने का प्रयास किया। परिजनों द्वारा देख लेने पर तत्काल उसे फंदे से उतार कर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया। जहां से उसे मेडीकल कॉलेज रैफर कर दिया गया।बताया गया कि दिगारा निवासी भारती 35 वर्ष पत्नी हरदयाल धरेलू कारणों के चलते कई दिनों से परेशान थी। सोमवार की सुबह उसने अपने कमरे में रस्सी से फांदा लगाकर जान देने की कोशिश की तभी परिजनों द्वारा देख लिया और उसे बचाया गया।

कार चालक पर गैर इरादन हत्या का मुकदमा दर्ज

ललितपुर। महरौनी कोतवाली क्षेत्र के ग्राम सिंगेपुर निवासी अरविंद पुत्र पूरन ने महरौनी कोतवाली में तहरीर देकर बताया कि विगत रोज वह अपनी मां रामकुंवर (55) को लेकर जिला मुख्यालय में अपने रिश्तेदार के यहां शादी समारोह में शामिल होने आया था। रात को जब वह अपनी मां के साथ मोटरसाइकिल से घर वापस लौट रहा था। तभी रास्ते में ग्राम खितवांस के पास सामने से तेज रफ्तार में आ रही कार क्रमांक यूपी 14 बीएन 8632 के लापरवाह चालक प्रतिपाल पुत्र दशरथ निवासी ग्राम प्यासा थाना मड़ावरा ने जोरदार टक्कर मार दी। घटना में मां व बेटे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। ग्रामीणों की मद्द से उन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया गया। जहां डाक्टरों ने वृद्धा रामकुवंर को मृत घोषित कर दिया। तहरीर के आधार पर पुलिस ने उक्त लापरवाह कार चालक के खिलाफ गैर इरादन हत्या समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत करके आगे की कार्रवाई आरंभ कर दी।

अनशन पर बैठे पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष को धक्के मारकर उठाया

ललितपुर। शहर कोतवाली अंतर्गत घंटाघर परिसर पर सहरिया समुदाय के लोगों के साथ अनशन पर बैठे समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष को पुलिस ने धक्के मारकर उठाया और पकड़ कर कोतवाली ले गए। कुछ समय बाद पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया।गौरतलब है कि मां शवरी जयंती पर सहरिया समुदाय के लोग शहर सदनशाह स्थित गिन्नौट बाग में समारोह आयोजित करने की अनुमति लेने जिला प्रशासन के पास गए थे। प्रशासन ने जब अनुमति नहीं दी तो सहरिया समुदाय के लोग सदर क्षेत्राधिकारी कार्यालय के सामने स्थित घंटाघर परिसर पर अनशन करने बैठ गए। सहरिया लोगों का समर्थन करने समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष शिशुपाल यादव भी घंटाघर पहुंचकर अनशन पर बैठ गए। जब अनशन की जानकारी कोतवाली पुलिस को हुई तो वह मौके पर पहुंचे और अनशन कर रहे पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष को धक्के मारकर उठा दिया। केवल इतना ही नहीं गाड़ी में बैठाकर कोतवाली ले गए। हालाकि पुलिस ने कुछ समय बाद उन्हें छोड़ दिया। उक्त घटना क्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर बायरल हो रहा है।

राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित निबन्ध एवं चित्रकला प्रतियोगिता इन्टैक चैप्टर ने कराई सम्पन्न

 ललितपुर। महात्मा गांधी की 150वीं जयन्ती पर्व के उपलक्ष्य में इण्डियन नेशनल ट्रस्ट फॉर ऑर्ट एवं कल्चरल हैरिटेज की विरासत शिक्षा और संचार सेवा प्रभाग नई दिल्ली द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित निबन्ध एवं चित्रकला प्रतियोगिता इन्टैक ललितपुर चैप्टर द्वारा सम्पन्न कराई गयी। जिसमें विभिन्न विद्यालयों के 190 छात्रों ने प्रतिभाग किया। उक्त प्रतियोगिता में महात्मा गांधी जी द्वारा भारतीय समाज, विरासत और संस्कृति के प्रति योगदान की व्याख्या करते हुए 750 शब्दों में निबन्ध लिखना एवं गांधी जी द्वारा भारतीय संस्कृति से जुड़ाव दर्शाते हुये उसका चित्रण करना था। जिसमें कक्षा 7 से 9 तक के छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लेकर निबन्ध लिखे और आकर्षक चित्र बनाये।

ललितपुर की टॉप खबरे

राष्ट्रीय स्तर आयोजित उक्त प्रतियोगिता के 10 विजेता छात्रों को दिल्ली का शैक्षिक भ्रमण कराये जाने के साथ आकर्षक पुरस्कार प्रदान किये जायेंगे तथा सभी प्रतिभागी छात्रों को इन्टैक द्वारा प्रमाणपत्र प्रदान किया जायेगा। इस अवसर पर केन्द्रीय विद्यालय के प्रधानाचार्य एस. के. शर्मा ने कहा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की स्मृति में आयोजित इस प्रतियोगिता से छात्रों को बापू के जीवन दर्शन और उनका देश के प्रति योगदान जानने, समझने और प्रेरणा लेने का अवसर मिलेगा। वहीं छात्रों को ऐसी प्रतियोगिताओं के माध्यम से अपनी प्रतिभा को मुखरित करने का मौका मिलता है तथा उनमें आत्म विश्वास की भावना बढ़ती है। 

इन्टैक संयोजक सन्तोष कुमार शर्मा ने कहा कि पूज्य बापू के विचार आज भी प्रासंगिक हैं,  उनके विचारों से देश की एकता और अखण्डता अक्षुण्ण रह सकती है। आज की नौजवान पीढ़ी के लिए आज भी बापू एक आदर्श के रूप में जीवंत है। इस प्रतियोगिता के माध्यम से बापू के त्याग, बलिदान और उनके संदेश के प्रति युवा पीढ़ी को जागृत करना ही उद्देश्य है। कलाविद् ओ0 पी0 बिरथरे ने प्रतिभागी छात्रों को विरासत संरक्षण के प्रति जागरूक किया तथा छात्रों को कला निखारने हेतु आकर्षक टिप्स दिये। यह प्रतियोगिता केन्द्रीय विद्यालय में चूड़ामणि, राजकीय बालिका इण्टर कालेज में पूनम मलिक, राजकीय इण्टर कालेज में राजेन्द्र त्रिपाठी, सिद्धिसागर अकादमी में निदेशिका रीता जैन, रानी लक्ष्मीबाई पब्लिक स्कूल में प्रधानाचार्य राजेन्द्र सिंह, सेन्ट्रल पब्लिक स्कूल में निदेशक डी0 एस0 विवेक ने सम्पन्न कराई तथा छात्रों को महात्मा गांधी के जीवन दर्शन से रूबरू कराया।फोटो पी1

भाकियू ने पांच सूत्रीय मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन

 ललितपुर। भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) ने पांच सूत्रीय मांगों को लेकर  एक ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा है।  सौंपे ज्ञापन मण्डल उपाध्यक्ष कीरत बाबा ने बताया कि सन 2018 में खरीब की फसल अतिवृष्टि एवं बाड से फलस नष्ट हो गयी थी। जिसका 83 करोड 1 लाख रूपये मुआवजा आया था। चुनाव होने के कारण धनराशि वापिस हो गयी थी। अभी 21 करोड़ के लगभग 2020  मेंं आया था्र, जिसको सही समय पर वितरण नही किया जा रहा है उसे अति शीघ्र  वितरण कराया जाये, ग्राम टोड़ी से गोविंद सागर बांध की डूलावन डी वाई  नहर मेंं मानक के हिसाब से पानी नही आ रहा है। इसलिए  करमई  टोडी बमहोरी बार भेलौनी मोतीखेरा एवं दसरारा आदि के किसानों  की फसले सिनचित नही हो जाती तब तक नहर को चालू रखा जाये।

सोमवार शाम तक मोतीखेरा टेल तक पानी पहुंचा तो मंगलवार को घण्टाघर पर अनशन पर बैठेंगे। जिसकी जिम्मेवारी शासन-प्रशासन की होगी, सन 2018 मेंं 18164 के किसानों का बीमा बैंक मेनिजर द्वारा कटा लिया गया था लेकिन पोर्टल पर बैंक मैनिजरों के ना डालने के कारण किसानों  को बीमा नही मिला है। उनकों  2020 तक मय ब्याज के किसानोंं को बीमा दिया जाये। एवं दोसी मैनेजरोंं   पर सक्त कार्यवाही की जाये। जिला ललितपुर के सभी बैंकों मेंं कुुछ किसानों के खातोंं के रोक लगी है

उसकी अति शीघ्र रोक  को हटाया जाये एवं किसानो का पैसा बैंकों मेंं रूका हुआ है। जिससे किसान परेशान है उनका अति शीघ्र पैसा दिलाया जाये, जिससे खेती हो सके। राजकीय इण्टर कॉलेज  बार मं 2500 छात्र, छात्रायें है और मात्र 2 सरकारी अध्यापक है। वहां पर अंग्रेजी व विज्ञान के कोई अध्यापक नही है। जिससे बार क्षेत्र के छात्र-छात्राओंं का भविष्य अन्धकार मेंं है। उन्होंने चेतावनी देते हुये बताया कि यदि मई के बाद अध्यापक की पूर्ति नही की जायेगी तो अनशन पर बैठन को बाध्य होंंगे। ज्ञापन पर राकेश, राजेश, अभिषेक, प्रकाश, पुरूषोत्तम , चन्द्र सिंह, मुन्ना , गोपाल आदि के हस्ताक्षर अंकित थे। 

सन्त गाडगे का 145वां जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया

ललितपुर की टॉप खबरे

ललितपुर। संत गाडगे महाराज जन सेवा समिति के तत्वाधान मेंं शान्ति नगर स्थित सन्त गाडगे धर्मशाला मेंं सन्त गाडगे का 145वां  जन्मोत्सव बड़ी धूम-धाम से  मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता  फूलचन्द्र रजक ने की। इस दौरान संत गाडगे महाराज जन सेवा समिति प्रवन्धक राजेन्द्र रजक ने कहा कि गाडगे बाबा को शिक्षा से बड़ा लगाव था। वे स्वयं तो अनपढ़ थे, लेकिन वे ज्ञानी थे। वह समाज के सभी वर्गो को अपने-अपने बच्चोंं को पढ़ाने के लिये प्रेरित करते रहते थे। वे गरीबोंं से कहते थे कि अपने बच्चों को हर हालत मेंं पढाना लिखाना सिखाओ। इसके लिये जरूरत पढ़े तो घरा के टूटे फूटे बरतन बेच देना। मिट्टी के बर्तन या हाथ में रोटी लेकर खा लेना। चाहे एक समय भूखा रहना पड़े, लेकिन बच्चोंं को पढ़ाने लिखाने का काम अवश्य करोंं। इस दौरान सीडीराम, महेश शंकर, पूरन सिंह निरंजन, आल्हा प्रसाद,  रतीराम पटेल, लक्ष्मी नारायण  विश्वकर्मा,  सखीराम, गन्धर्व  सिंह, हरिमर्दन सिंह, राजपूत सहित अनेको लोग मोजूद रहे।

Tags:

About The Author

Post Comment

Comment List

आपका शहर

अंतर्राष्ट्रीय

Online Channel