शिक्षा विभाग मे जांच के बाद नही होती है कार्यवाही जांच की फाइल दफन कर दिया जाता है

शिक्षा विभाग मे जांच के बाद नही होती है कार्यवाही जांच की फाइल दफन कर दिया जाता है

शिक्षा विभाग में भष्ट्राचार जमकर हो रही है फर्जी शिक्षको पर कब होगी कार्यवाही दूसरे के जमीन पर मान्यता लेने वाले विद्यालयो पर कार्यवाही क्यो नही कर रही है शिक्षा विभाग एक महीने पहले नोटीस देने के वावजूद भी मान्यता पर नही कार्यवाही कर रहे है बेसिक शिक्षा अधिकारी ऐसे मे शिक्षा विभाग में भष्ट्राचार


शिक्षा विभाग में भष्ट्राचार जमकर हो रही है फर्जी शिक्षको पर कब होगी कार्यवाही दूसरे के जमीन पर मान्यता लेने वाले विद्यालयो पर कार्यवाही क्यो नही कर रही है शिक्षा विभाग एक महीने पहले नोटीस देने के वावजूद भी मान्यता पर नही कार्यवाही कर रहे है बेसिक शिक्षा अधिकारी ऐसे मे शिक्षा विभाग में भष्ट्राचार बढता जा रहा है।


बस्तीः बस्ती जिले में शिक्षा विभाग का कारनामा दूसरे के जमीन पर मान्यता लेकर चला रहे हैं विद्यालय विद्यालय की जमीन 22 मीटर है जबकि मां नेता की फाइल में लगी जमीन 27 मीटर दिखाई जा रही है 5 मीटर से अधिक जमीन एक किसान का जबर्दस्ती कब्जा करके उस पर विद्यालय बना लिया गया शिक्षा विभाग के खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा गलत रिपोर्ट लगाकर एमपीएस स्कूल की मान्यता दिला दिया उप जिला अधिकारी द्वारा जांच किया गया तो जमीन दूसरे के नाम दर्ज है दोनों पाटीदारों में एक बटे दो हिस्सा का बंटवारा दाखिल हुआ बंटवारे में जमीन विद्यालय प्रबंधक के नाम से बाहर दिख रही है भवन निर्माण जो हुआ है वह जमीन गांव के एक गरीब किसान की है जिस पर जबरदस्ती मालिकाना हक जमा रहे हैं रिपोर्ट आने के बावजूद भी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एवं खंड शिक्षा अधिकारी की मिलीभगत से एम पी एस ग्लोबल विद्यालय पर नोटिस काटने के बावजूद भी मान्यता समाप्त की क्यों नहीं की जा रही है जबकि बीएसए का कहना है कि नोटिस काट दिया गया है मां नेता पर कार्रवाई जल्द की जाएगी इसी तरह हरैया तहसील क्षेत्र के बड़ेरिया कुंवर में रामजानकी पूर्व माध्यमिक विद्यालय मंदिर के जमीन के नाम मान्यता ले लिया जबकि मंदिर के पुजारी द्वारा विरोध भी किया गया लेकिन दबंग फर्जी खतौनी पेश कर विद्यालय की मान्यता प्राप्त कर लिया मंदिर के सरवराकार द्वारा न्यायालय से फर्जी खतौनी का आदेश निरस्त करा दिया अब राम जानकी विद्यालय के नाम कोई जमीन नहीं है जिस पर जांच खंड शिक्षा अधिकारी सुभाष वर्मा करके रिपोर्ट बेसिक शिक्षा अधिकारी को भेज दिया लेकिन विश्व बेसिक शिक्षा अधिकारी का कहना है कि अभी रिपोर्ट नहीं आई है रिपोर्ट आने के बाद हम मान्यता समाप्ति की कार्रवाई करेंगे इस तरह शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार की जड़े जमा लिया है जिले में फर्जी शिक्षकों का जमावड़ा लगा हुआ है लेकिन शिक्षा विभाग जांच के नाम पर खानापूर्ति करती है कार्रवाई करने के नाम पर कन्नी काट रहे हैं बेसिक शिक्षा अधिकारी ऐसे में बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है जिले में दाग का भ्रष्टाचार कब समाप्त होगा फर्जी शिक्षकों पर कार्रवाई होगी या दूसरे जमीन पर मान्यता लेकर विद्यालय चलाने वालों पर कार्रवाई करते हुए कब खत्म होगा क्योंकि गुमराह करके मान्यता लिया गया जिस पर बेसिक शिक्षा अधिकारी या जिला प्रशासन ऐसे लोगों के ऊपर कार्रवाई करते हुए भाई आर दर्ज कराई जाए हरैया ब्लाक के बड़ा गांव में एक फर्जी शिक्षिका 25 वर्ष दूसरे के प्रमाण पत्र पर नौकरी करके सरकार को चूना लगा रही है जिसकी सूचना जिले के आला अधिकारियों को होने के बावजूद भी कार्रवाई करने से गुरेज क्यों कर रहे हैं शिक्षा विभाग भ्रष्टाचार कब खत्म करेगा ऐसे शिक्षकों पर कार्रवाई कब होगी इस बात पर भी ऐसे बोलने से इंकार कर रहे हैं सारा मामला जांच में ही दफन कर दिया जा रहा है खुलासा करने के बजाए बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा फाइल बंद कर दी जा रही है लेकिन फर्जी जमीन पर मान्यता लेने वाले विद्यालयों पर कार्रवाई कब होगी बस्ती जिले में शिक्षा विभाग की लंबी दास्तान दर्ज है फिर भी फिर भी कार्रवाई नहीं होती है क्योंकि दरबार लगाने वाले बेसिक शिक्षा अधिकारी आज जब उनसे सवाल जवाब किया जाता है तो वह मीटिंग का बहाना बनाकर चले जाते हैं ऐसे में कैसे सुधरेगी जिले की शिक्षा व्यवस्था कब होगी फर्जी शिक्षकों पर कार्रवाई एवं फर्जी मानो मान्यता लेने वाले विद्यालयों पर कार्रवाई करने से क्यों डर रहा शिक्षा विभाग इन भ्रष्ट अधिकारियों पर कब कार्यवाही होगी।

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