बाल एवं महिला हिंसा के खिलाफ सरकार सख्त : उप निदेशक

बाल एवं महिला हिंसा के खिलाफ सरकार सख्त : उप निदेशक

बाल एवं महिला हिंसा के खिलाफ सरकार सख्त : उप निदेशक



स्वतंत्र प्रभात।
प्रयागराज ।

हम बालिकाओं को गर्भ से सुरक्षा दे रहे हैं। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे-5 (एनएफएचएस-5) की रिपोर्ट में लिंगानुपात का आंकड़ा इसका ताजा उदाहरण है। जिसके अनुसार मंडल में लड़कियों का अनुपात अब लड़कों को पीछे छोड़ आगे बढ़ रहा है। यह जानकारी महिला एवं बाल विकास विभाग के तत्वधन सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफॉर) संस्था के समनव्य से आयोजित जागरूक मीडिया’ कार्यशाला को संबोधित करते हुए मण्डल के उप निदेशक महिला कल्याण पंकज कुमार मिश्र ने दी। 

कार्यशाला का मुखय उद्देश्य मिशन शक्ति 4.0 के सफल संचालन एवं महिला व बाल कल्याण की योजनाओं के प्रचार-प्रसार में मीडिया की अहम भूमिका पर चर्चा करना था । इसी क्रम मे थानों में महिला उत्पीड़न की सुनवाई, सीसीटीवी में सुनवाई, महिला थानों में सुनवाई और बाल निगरानी समिति संबंधी कई सवाल मीडिया ने किए। जिनके जवाब पंकज कुमार मिश्र ने दिये । उन्होने कहा कि ‘महिलाओं व बच्चों की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलंबन के उद्देश्य से मिशन शक्ति-4 अभियान शुरू किया गया है। इसे सही मायने में धरातल पर उतारने में मीडिया की अहम भूमिका है। सभी विभाग समनव्य बनाकर कार्य कर रहे हैं ताकि समाज के अंतिम पायदान पर खड़ी महिला और बच्चों तक हर संभव मदद पहुँचे व अभियान को गति मिले। 

महिला एवं बाल विकास विभाग के स्टेट कंसल्टेंट नीरज मिश्रा ने कहा कि बाल एवं महिला हिंसा के खिलाफ सरकार सख्त है। किसी भी मुसीबत में घर या बाहर कहीं भी हेल्पलाइन 1090, 181, 1098 के जरिये तत्काल राहत पहुंचाने का कार्य चल रहा है। हर थाने में महिला हेल्प डेस्क संचालित हैं। बाल संरक्षण आयोग एवं चाइल्ड लाइन बाल सुरक्षा के लिए 24 घंटे सक्रिय है। स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से भी महिलाओं एवं बालिकाओं को आगे बढ़ाया जा रहा है। इनके सपनों को उड़ान देने के लिए सरकार कई योजनाएँ चला रही है।

पुलिस क्षेत्राधिकारी व प्रभारी मिशन शक्ति आस्था जयसवाल ने कहा कि शहरी महिलाओं के साथ-साथ ग्रामीण महिलाओं को सशक्त होना जरूरी है। शोषण के विरुद्ध शुरुवात में ही महिलाएं अपनी आवाज उठाएँ। पुलिस उनकी सुरक्षा में 24 घंटे सेवा के लिए तत्पर है। महिलाओं के माध्यम से मिल रही शिकायतों का निष्तारण किया जा रहा है। कई मामले की जांच लंबित है जिनके जल्द से जल्द निष्तारण के लिए विभाग कार्य कर रहा है।

कार्यशाला में पीपीटी के माध्यम से महिला कल्याण विभाग की ओर से संचालित महिला एवं बाल विकास के क्षेत्र में जनपद की मण्डल स्तरीय उपलब्धियों की जानकारी साझा की गई। ऑनलाइन प्रस्तुतीकरण के माध्यम से बताया गया की प्रयागराज मण्डल में निराश्रित महिला पेंशन योजना के तहत बीते पाँच वर्ष में 78271 लाभार्थी लाभान्वित हुए हैं। वहीं रानी लक्ष्मीबाई महिला एवं बाल सम्मान कोष के तहत 335 महिलाओं तथा बालिकाओं को योजना के अंतर्गत 10.80 करोड़ की धनराशि दी गई। हक की बात जिलाधिकारी के साथ में प्रत्येक सप्ताह बड़ी संख्या में महिलाओं को जागरूक व लाभवांदित किया गया।

 वन स्टॉप सेन्टर के माध्यम से जनपद में अब तक 6 हज़ार 608 महिलाओं को मदद दी गयी है। वहीं 181 हेल्पलाइन से 31 हज़ार 371 महिलाओं तक सहायता पहुंचाई गई। मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत जून 2021 से अब तक 742 पात्र बच्चों को जिनमें 24 बच्चे (माता पिता दोनों दोनों संरक्षकको खोने वाले) हैं। सामान्य मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत 580 बच्चों को आर्थिक सहायता दी जा रही है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के तहत अब तक लगभग 1.10 लाख बालिकाओं को लाभ मिला है।

सीफार की प्रयागराज मण्डल प्रतिनिधि प्रीति सैनी नेकार्यक्रम के समापन के बाद सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया। मंच संचालन सह ज़िला विद्यालय निरीक्षक प्रभाकर त्रिपाठी ने किया। सीफार के राज्य प्रतिनिधि लोकेश कान्त त्रिपाठी ने संस्था के कार्य और आयोजन के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर फतेहपुर ज़िला प्रोबेशन अधिकारी नीरज कुमार, कौशाम्बी और प्रतापगढ़ के संरक्षण अधिकारी, सीफार के श्रवण शर्मा, मनभावन और विकास आदि उपस्थित रहे।
 

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