आखिर शिकायत पर हटाए ही गए एमएन ओझा

एनसीआर में कई वर्षों से थे प्रमुख मुख्य वाणिज्य की प्रबंधक।



स्वतंत्र प्रभात
प्रयागराज ब्यूरो।

अपने संपर्कों और जुगाड़ से उत्तर मध्य रेलवे में पिछले साढे 4 साल से अधिक समय से डटे प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधक एमएन ओझा को रेल मंत्रालय ने हटा दिया है। रोस्टर घोटाले के आरोपियों को बचाने समेत कई आरोपों में विवादित हो चुके श्री ओझा को प्रतीक्षारत रखा गया है। माना जा रहा है कि उन्हें जल्द ही उत्तर मध्य रेलवे से बाहर भेजा जा सकता है। अब उत्तर मध्य रेलवे के प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधक का काम एचएजी ग्रेड के अफसर शैलेंद्र कपिल देखेंगे जो वर्तमान में सीसीओ पद पर कार्यरत हैं।

उत्तर मध्य रेलवे के पीसीसीएम पद से हटाए गए एमएन ओझा पिछले वर्षभर से भारी विवादों में हैं। पत्रकार संतोष उपाध्याय की शिकायत के बाद उत्तर मध्य रेलवे के वाणिज्य विभाग में खुली भ्रष्टाचार की पोल ने एमएन ओझा को विवादों में ला दिया। संतोष उपाध्याय ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, प्रधानमंत्री कार्यालय, सीवीसी, रेलवे बोर्ड चेयरमैन, उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक समेत उन सभी जगहों पर इस घोटाले की जांच के लिए पत्र लिखे थे।

 इस प्रकरण की जांच रेलवे बोर्ड की विजिलेंस, उत्तर मध्य रेलवे की विजिलेंस के साथ ही कई अन्य जगहों से चल रही है।

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