मालगाड़ी का डिब्बा पटरी से उतरा, हड़कंप

मालगाड़ी का डिब्बा पटरी से उतरा, हड़कंप

-बीच के डिब्बे का चक्का निकल कर खाई में जा गिरा -ट्रैक की पटरी में भी हुआ फ्रैक्चर, रिलीफ ट्रेन पहुंची नजीबाबाद। हावड़ा-जम्मूतवी रेलवे ट्रैक पर नजीबाबाद स्टेशन से निकलकर सहारनपुर जा रही खाली मालगाड़ी अप डीसीएम एम्प्टी का एक डिब्बा फजलपुर रेलवे स्टेशन से करीब एक किलोमीटर दूर वेस्टर्न केबिन के समीप पटरी से उतर

-बीच के डिब्बे का चक्का निकल कर खाई में जा गिरा

-ट्रैक की पटरी में भी हुआ फ्रैक्चर, रिलीफ ट्रेन पहुंची

नजीबाबाद। हावड़ा-जम्मूतवी रेलवे ट्रैक पर नजीबाबाद स्टेशन से निकलकर सहारनपुर जा रही खाली मालगाड़ी अप डीसीएम एम्प्टी का एक डिब्बा फजलपुर रेलवे स्टेशन से करीब एक किलोमीटर दूर वेस्टर्न केबिन के समीप पटरी से उतर गया। मालगाड़ी के पटरी से उतरने की सूचना पर रेल विभाग में हड़कंप मच गया। नजीबाबाद से रेल पथ निरीक्षक का स्टाफ तथा मुरादाबाद से अधिकारी व कर्मचारी रिलीफ ट्रेन में सवार होकर दुर्घटना स्थल पर पहुंच गए।

रविवार की सुबह करीब सात बजकर 50 मिनट पर हावड़ा/स्यालदाह-जम्मूतवी रेलवे ट्रैक पर नजीबाबाद से होकर सहारनपुर की ओर दौड़ रही मालगाड़ी डीसीएम एम्प्टी फजलपुर रेलवे स्टेशन से आगे और मौज्जमपुर नारायण जंक्शन के बीच वेस्टर्न केबिन के समीप खंभा संख्या 1503 के 19/21 के समीप मालगाड़ी के बीच का एक डिब्बा पटरी से उतर गया। सूचना से रेलवे विभाग में हड़कंप मच गया। मालगाड़ी के डिब्बे के चक्के निकल कर रेलवे ट्रैक के साइड में खाई में जा गिरे। मालगाड़ी का संतुलन बिगडऩे से मालगाड़ी के डिब्बे की कप्लिंग और पटरी भी क्षतिग्रस्त हो गए। पावर के चालक क्रू ने डिब्बों के पटरी से उतरने की भनक लगते ही आपातकालीन ब्रेक लगाकर मालगाड़ी को रोक दिया।

मालगाड़ी का डिब्बा पटरी से उतरा, हड़कंप

हालांकि पटरी का ज्वाइंट टूटने से मालगाड़ी के 18 डिब्बे करीब 100 मीटर तक पटरी पर घिसटते चले गए। आनन-फानन में इस मामले की जानकारी नियंत्रण कक्ष मुरादाबाद को दी गई। सूचना मिलने के बाद  रेलवे विभाग के अधिकारी, कर्मचारी मौके पर पहुंचे और मालगाड़ी के दुर्घटनाग्रस्त  डिब्बे को अलग किया तथा पटरी की मरम्मत प्रारंभ कर दी। दुर्घटना की सूचना पर रूड़की के टीआई पीके सिंह, नजीबाबाद के स्टेशन अधीक्षक जय पाल सिंह, पीडब्लू आई केएल वर्मा व तकनीकी टीम मौके पर पहुंची। मुरादाबाद मंडल के उच्चाधिकारी भी रिलीफ ट्रेन से दुर्घटना स्थल पर पहुंच गए। इन अधिकारियों में अपर मंडल रेल प्रबंधक, मुख्य सुरक्षा अधिकारी, सीनियर डीसीएम के साथ-साथ लोको और तकनीकी विभाग के अधिकारी शामिल रहे। मालगाड़ी में कुल 42 डिब्बे जुड़े हुए थे। मरम्मत को पहुंची टीम ने दुर्घटनाग्रस्त डिब्बे को अलग कराकर अन्य 24 डिब्बों को मालगाड़ी के साथ गंतव्य के लिए रवाना कर दिया। ट्रैक की मरम्मत का काम शुरू कर दिया है। सूचना मिलते ही मुरादाबाद कन्ट्रोल से टीम नजीबाबाद पहुंची वहीं और मरम्मत कार्य मे जुटी थी। एसएस जय पाल सिंह ने बताया कि मालगाड़ी के शेष डिब्बो को भी शीघ्र रवाना कर दिया जाएगा।

प्रथम दृष्टया तकनीकी खामी होने के संकेत

 नजीबाबाद। नजीबाबाद से निकल कर जा रही मालगाड़ी के एक डिब्बे का चक्का निकल जाने के बाद मालगाड़ी के ट्रैक से उतरने के मामले में रेलवे अधिकारी  निरीक्षण में जुटे है। वहीं एक रेल अधिकारी का कहना है कि प्रथम दृष्टया मालगाड़ी के जिस डिब्बे का चक्का निकला है, उसमें कुछ तकनीकी खामी होने का अनुमान है। इस के सम्बन्ध में मालगाड़ी को जिस स्थान से फिट मीमो दिया गया होगा उसकी जांच के बाद ही पता चलेगा।

लाकडाउन न होता तो हो सकता था बड़ा हादसा

नजीबाबाद। फजलपुर व मौअज्जमपुर नारायण जंक्शन के बीच अप लाइन पर दौड़ रही मालगाड़ी का डिब्बा खंभा संख्या 1503 के 19/21 के बीच पटरी से उतर गया। गनीमत रही कि कप्लिंग टूट जाने व पहिया निकलकर रेलवे ट्रैक के किनारे खाई में गिरने के बाद मालगाड़ी का डिब्बा डाउन लाइन से विपरीत दिशा में झुक गया। जिससे डाउन लाइन का संचालन जारी रहा। हालांकि उक्त ट्रैक पर रिलीफ ट्रेन के पहुंचने पर दोनों स्टेशनों के बीच डाउन लाइन पर भी रेल यातायात बाधित रहा। माना जा रहा है कि देश भर में नोवल कोरोना वायरस कोविड-19 को लेकर केन्द्र सरकार की ओर से जारी लाकडाउन की वजह से एक बड़ा हादसा होते-होते बच गया। क्योंकि इस दौरान देश भर की सभी 13 हजार पांच सौ 23 यात्री ट्रेनें रद्द कर दी गयी हैं।

मालगाड़ी का डिब्बा पटरी से उतरा, हड़कंप

मालगाड़ी के पटरी से उतर जाने के बाद सहारनपुर से मुरादाबाद के बीच अप लाइन पर दौड़ रही सभी मालगाडिय़ों को विभिन्न स्टेशनों पर रोक दिया गया। इस दुर्घटना के मामले में अधिकारी विभिन्न बिंदुओं पर जांच कराने की बात कह रहे हैं। उधर यह भी संभावना जतायी जा रही है कि लाकडाउन के दौरान शायद रेलवे ने सोशल डिस्टेंसिंग के पालन में रेलवे पटरियों की मरम्मत के काम में भी कुछ गिरावट की होगी।

जिसके चलते रेल ट्रैक की देखरेख में भी निश्चित ही कमी आयी होगी। हालांकि दुर्घटना से सम्बन्धित संयुक्त रिपोर्ट बनाने वाले संचालन व तकनीकी अनुभागों के रेलवे उच्चाधिकारी अधिकारी मालगाड़ी के संचालन से पहले बने फिट मीमो वाले स्टेशन पर जांच कराए जाने की बात कह रहे हैं। अब देखना है कि इस दुर्घटना में किस पर गाज पड़ती है।

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