बिना कमर्शियल नक्शा पास संजय नाग ने बनवा डाली अवैध कमर्शियल कंपलेक्स
बिना कमर्शियल नक्शा पास संजय नाग ने बनवा डाली अवैध कमर्शियल कंपलेक्स
स्वतंत्र प्रभात लखनऊ
एलडीए के बिना कमर्शियल नक्शा पास किए संजय नाग ने बनवा डाली अवैध कमर्शियल कंपलेक्स जबकि लखनऊ विकास प्राधिकरण की तरफ से निर्माण को रोकने की नोटिस भी जारी की गई है यह बात स्वयं एलडीए के जेई संजय शुक्ला ने बताया जब इस मामले को लेकर पहली बार अखबार में खबर प्रकाशित की गई थी इस पर क्या कार्रवाई हुई या बात क्षेत्र के जेई संजय शुक्ला से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि कार्रवाई शुरू कर दी गई है और इस मामले को लेकर संजय नाग को नोटिस भी भेज दी गई है जिसके तहत निष्पक्ष पूर्ण विधिवत कार्रवाई एलडीए करेगा।
इतना सब होने के बाद आलम यह है कि इस कांप्लेक्स का निर्माण हुआ और इतनी तेजी से हुआ कि कांप्लेक्स तैयार होने के साथ-साथ पुताई कभी कार्य तेज गति से चल रहा है क्या इसकी कार्यवाही लखनऊ विकास प्राधिकरण की नोटिस तक ही सीमित है या एलडीए उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी जी के संज्ञान में भी है और अगर बीसी साहब के संज्ञान में है तो क्या यही है उचित कार्रवाई जो पूरी तरह से इन्लीगल कंपलेक्स खड़ी है जिस पर अब तक एलडीए की गाज गिर जानी चाहिए तो अभी तक जस की तस विकास का कार्य धड़ल्ले से एलडीए के ठेके पर चल रहा है।
अब ऐसे में सवाल बड़ा यह खड़ा होता है कि आखिर जेई संजय शुक्ला ने किस बात की नोटिस काटी है और अगर काटी भी है तो एलडीए इस पर क्या उचित कार्रवाई कर रहा है हालांकि स्थिति देखने से तो ऐसा बिल्कुल नहीं लगता कि कोई कार्रवाई इस मामले पर हो रही है क्योंकि संजय शुक्ला जिस-जिस तरह कह रहे हैं कि नोटिस कट गई और कार्रवाई हो रही है बावजूद इसके निर्माण अभी भी धड़ल्ले से चल रहा है तो ऐसे में कौन कहेगा एलडीए कार्रवाई के प्रति अपने मंसूबों में कामयाब होता नजर आ रहा है
आखिर सरकार यह कैसी विडंबना है की कार्रवाई के लिए जो समय लगता है वह समय क्या इसलिए ही दिया जाता है कि इस बीच कार्रवाई को लेकर जो समय लगता है उस बीच अवैध कब्जा व अतिक्रमण इस समय जल्द-जल्द से करवाया जा सके।
संजय शुक्ला की शहर पर धड़ल्ले से फल फूल रहा हूं अवैधकब्जा वह अतिक्रमण
सही शब्दों में कहा जाए तो इस मामले का अवैध कब्जे का पूरा शह जेई संजय शुक्ला का ही है जिसकी जवाबदेही भी संजय शुक्ला की ही बनती है कि आखिर उनके दायरे में आने वाले क्षेत्र के इस मामले पर वे इस कार्रवाई पर क्या अंजाम दे रहे हैं और इतना सब होने के बाद भी निर्माण अभी तक जिसका तक चल रहा है ऐसा क्यों? और फिर आखिरकार जेई संजय शुक्ला के कई मामलों में कार्रवाई की रफ्तार धीमी है पाई गई है।
एक ऐसा ही मामला इन्हीं के क्षेत्र प्रियदर्शनी कालोनी कमलेश वर्मा के यहां का भी चल रहा है जो की 3 फुट नाली की जगह में 4 मंजिला इमारत के रूप में मकान की दीवार खड़ी किए हैं इस मामले पर तो नोटिस पे नोटिस और सुनवाई पर सुनवाई ही चल रही है किस की अगली तारीख 19 अप्रैल को पुनः रखी गई है देखना होगा कि 19 तारीख की सुनवाई में क्या निष्कर्ष निकलता है
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