
टिड्डी दलों के हमले में फसलों को हुई भारी क्षति
ब्यूरो रिपोर्ट-जयदीप शुक्ला गोण्डा- रविवार की शाम और सोमवार की सुबह टिड्डी दल ने करनैलगंज के विभिन्न क्षेत्रों में धावा बोलकर फसलों को क्षति पहुंचायी। टिड्डी दल के करनैलगंज की ओर आने की सूचना पहले ही प्राप्त हो चुकी थी जिससे लोग सतर्क हो गये थे। रविवार की शाम को टिड्डी दल जिले की सीमा
ब्यूरो रिपोर्ट-जयदीप शुक्ला
गोण्डा-
रविवार की शाम और सोमवार की सुबह टिड्डी दल ने करनैलगंज के विभिन्न क्षेत्रों में धावा बोलकर फसलों को क्षति पहुंचायी।

टिड्डी दल के करनैलगंज की ओर आने की सूचना पहले ही प्राप्त हो चुकी थी जिससे लोग सतर्क हो गये थे। रविवार की शाम को टिड्डी दल जिले की सीमा में प्रवेश कर भंभुआ क्षेत्र में रुक गया था। सोमवार की सुबह वह करनैलगंज होते हुए चौरी, बटौरा आदि स्थानों पर फसलों को क्षति पहुंचाते हुए गोण्डा की ओर बढ़ गया। पहले से ही सतर्क रहे किसानों ने टिड्डी दल के पहुंचते ही थाली, कनस्टर, ढोल आदि बजाना शुरू कर दिया तथा आग जलाकर धुआं भी फैला दिया जिससे करोड़ों की संख्या में आयी टिड्डियों में से बहुत ही कम नीचे उतरीं और फसलों सहित पेड़ों को क्षति पहुंचायी। लोगों के पहले से ही सतर्क होने के कारण टिड्डियां अधिक क्षति नहीं पहुंचा सकीं।
मनकापुर में पहुंची टिड्डियों को किसानों ने भगाया
सोमवार दोपहर करीब 2 बजे अचानक करोड़ो की संख्या में टिड्डि दलों ने मनकापुर में किसान के फसलों पर हमला बोल दिया जिससे किसानो में हड़कम्प मच गया। किसानो ने ताली व थाली और सुतली बम दागकर टिड्डियों को भगाया।

सोमवार अचानक दोपहर के समय करोड़ों की संख्या में टिड्डी दलों के मनकापुर क्षेत्र में पहुँचने से किसानों में हड़कम्प मच गया। टिड्डियों का दल किसानों के फसलों पर काफी देर तक मंडराता रहा।अचानक टिड्डियों के हमले से इलाके के किसानों में फसलों को बर्बाद होने का भय भी नजर आ रहा था। वही सैकड़ो किसानों ने ताली व थाली बजकर और सुतली बम दगा कर टिड्डियों को भागने का प्रयास किया। किसानो का प्रयास सफल भी रहा इनकी सूझबूझ से टिड्डियों का दल फसलों को ज्यादा नुकसान नहीं पंहुचा पाया।
वही नगर के क्षेत्रों में भी लोग अपने घर के छतों से टिड्डियों को देख कर शोर मचा रहे थे।कुछ लोग वीडियो बना कर सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर करके किसान को अलर्ट करते हुए लिख रहे की अब टिड्डियों का दल किस ओर रुख कर रहा हैं।

वही कृषक तौफीक़ राईन ने बताया की अचानक टिड्डियों के हमले से कुछ समझ नहीं आ रहा था क्या किया जाएँ थोड़ी ही देर में सभी परिवार वालो के साथ खेत में थाली लेकर पहुँचे जिससे बजाने पर टिड्डियां भाग गयी। हालांकि कद्दू के पौधे को पूरी तरह टिड्डियों ने साफ कर दिया।
टिड्डी दल के प्रकोप से चिंतित हुए किसान
किसानों का एक मात्र आय का स्रोत खेती ही है। जिस पर लाखों करोड़ों की संख्या में टिड्डी दल के प्रकोप से किसानों के चेहरे पर फसल की बर्बादी को लेकर के मायूसी साफ दिख रही है।
छपिया क्षेत्र अंतर्गत टिड्डी दल को भगाने गए रामबाबू वर्मा, विनय कुमार भारती, गंगासागर ,आत्मा प्रसाद, बंशीधर वर्मा ,सहित अनेकों किसानों ने अपने खेतों में ताली थाली बजा कर टिड्डी दल को भगाने का प्रयास किया।
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