ललितपुर जिला कारागार में बागपत के कुख्यात अपराधी ढाका का आतंक. . . .

ढाका ने कैदी पर कत्तल से किया हमला, जेल में मची अफरा-तफरी, बजा सायरन

ललितपुर जिला कारागार में बागपत के कुख्यात अपराधी ढाका का आतंक. . . .

रंगदारी मांगने के मामले में पूछताछ जारी, कारागार में डीआईजी, डीएम, एसपी ने मारा छापा

ज्ञानेंद्र उर्फ ढाका पर चार दर्जन से अधिक अपराधिक मामले हैं दर्ज
ललितपुर। बागपत का कुख्यात अपराधी ज्ञानेंद्र उर्फ ढाका पर चार दर्जन से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज  है। जिसे जेल प्रशासन ने बागपत जेल से स्थानांतरण कर ललितपुर कारागार भेजा था। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कुख्यात अपराधी ढाका मोबाइल से रंगदारी वसूलने का आदेश दे रहा था। जिसे जेल प्रशासन ने तमाम सुविधा मुहैया करा रखी थी। बताते चले कि जेल से ही उसने प्रबंधक से रंगदारी मांगने और हत्या के बंदी को धमकाया था। तहरीर पर उसके खिलाफ  संगीन धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है।

जैसे ही इसकी खबर मीडिया को लगी, शासन व जेल प्रशासन मे हडक़ंप मच गया। आनन-फानन मे डीआईजी जेल को ललितपुर जिला कारागार भेजा गया। बुधवार को जिला कारागार पहुंचे डीआईजी जेल ने कुख्यात अपराधी ढाका से कड़ी पूछताछ की तलाशी के दौरान उसके पास से एक एंड्राइड मोबाइल बरामद किया गया। आरोप है, कि इसी मोबाइल के माध्यम से ढाका अपने गैंग को आदेश और रंगदारी वसूलने की धमकी देता था। रात भर चली पूछताछ के बाद सुबह गुरुवार को जब  कैदियों की गिनती की जा रही थी, अचानक ढाका ने जेल में बंद एक बंदी पर कत्तल से हमला कर दिया बंदी को आधा दर्जन से अधिक टांके आए। अचानक हमले से जेल में अफरा-तफरी मच गई, और जेल का सायरन बजाया गया। घायल कैदी का  जिला कारागार के अस्पताल में इलाज चल रहा है। सनसनीखेज  घटना से जिला प्रशासन हरकत में आ गया, और डीएम-एसपी ने जिला कारागार में छापा मारा है।

रंगदारी के लिए धमकी देने वाला मोबाइल बरामद
सूत्रों के अनुसार, ढाका जेल से अपने गैंग के लिए रंगदारी वसूलने का आदेश दे रहा था। वह बागपत के भड़ल गांव के सीबीएसएम पब्लिक स्कूल के संचालक कृष्ण पाल राणा से 20 लाख रुपये की रंगदारी मांग रहा था। कृष्णपाल ने ढाका से फोन पर हुई बातचीत के बारे में बताया कि ढाका ने उसे न सिर्फ धमकी दी थी, बल्कि यह भी कहा था कि रुपये नहीं दिए तो वह उसे और उसके परिवार को जान से मार देगा। ढाका के खिलाफ कृष्णपाल ने दोघट पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज करवाई थी, जिसमें रंगदारी मांगने के लिए उपयोग किए गए फोन के बारे में जानकारी दी गई। जेल में ढाका से हुई पूछताछ में एक एंड्रॉयड मोबाइल बरामद किया गया, जिसके माध्यम से वह अपनी गैंग के सदस्य से जुड़ा हुआ था। अब जेल प्रशासन और पुलिस यह जांच कर रहे हैं कि यह मोबाइल जेल के अंदर कैसे पहुंचा।

दो मिनिट तीन सेकंड की बातचीत
कृष्ण पाल राणा ने बताया कि दो मिनट तीन सेकंड की बातचीत में ज्ञानेंद्र और उनके बीच बहस भी हुई। इसके बाद ज्ञानेंद्र ने उनके बेटे की हत्या करने की धमकी देकर रंगदारी वसूलने की बात कही। उस समय उनके पास बैठे भाकियू अराजनैतिक के मंडल सचिव नरेश पाल पंवार ने उसी नंबर पर फोन कर बात की, जिस पर फोन करने वाले ने बिजरौल की जमीन दिलवाने पर रुपये न मिलने का उलाहना दिया। उसने यह भी धमकी दी कि किसी भी अधिकारी के पास जाने पर भी कृष्णपाल को नहीं छोड़ा जाएगा। इसके बाद कृष्ण पाल राणा ने दोघट पुलिस को तहरीर देकर ललितपुर जेल में बंद ज्ञानेंद्र ढाका के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।

जेल में ढाका का खौफ़नाक साम्राज्य
जेल प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक, ढाका को जेल में कई वीआईपी सुविधाएं दी गई थीं। उसे मोबाइल के अलावा अन्य कई प्रकार की सुविधाएं मुहैया कराई जा रही थीं, जिससे वह जेल में रहते हुए भी अपनी अपराधिक गतिविधियों को संचालित कर सकता था। यह भी बताया गया है कि ढाका जेलर जीवन सिंह से अच्छे रिश्ते रखता था और वह हर महीने जेलर को लाखों रुपये देता था।

कैदी पर हमला और जेल में मची अफरा-तफरी
गुरुवार सुबह जब जेल में कैदियों की गिनती हो रही थी, तब ढाका ने एक अन्य बंदी पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। हमला इतना अचानक और बर्बर था कि जेल में अफरातफरी मच गई। घायल कैदी को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज जारी है। इस हमले के बाद जेल में सायरन बजाए गए और सुरक्षा व्यवस्था की गंभीरता पर सवाल खड़े हुए।

डीआईजी जेल और प्रशासन का जेल में दौरा
इस घटना के बाद डीआईजी जेल, प्रदीप गुप्ता, जिलाधिकारी सत्य प्रकाश और एसपी मो. मुश्ताक ने ललितपुर जेल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान ढाका से कड़ी पूछताछ की गई और उसकी सारी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि जेल के भीतर मोबाइल कैसे भेजा गया और उसे किसने मुहैया कराया। एसपी मो. मुश्ताक ने कहा, यह एक गंभीर मामला है। जेल प्रशासन ने तहरीर दी है और फोन बरामद किया गया है। रंगदारी मांगने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। हम मामले की गहनता से जांच कर रहे हैं और जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

जेल प्रशासन की लापरवाही पर सवाल
यह घटनाएँ जेल प्रशासन की कार्यशैली और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाती हैं। ढाका जैसे कुख्यात अपराधियों को ऐसी सुविधाएं मिलना और जेल में आपराधिक गतिविधियों का संचालित होना साफ तौर पर यह दर्शाता है कि जेल के भीतर कोई न कोई लापरवाही तो जरूर रही है। अब देखना यह है कि जेल प्रशासन और स्थानीय पुलिस इस मामले में क्या कदम उठाती है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से निपटा जा सके।

इनका कहना है
प्रकरण की जांच की जा रही है। कहा कि जेल प्रशासन द्वारा एक तहरीर दी गयी है, जिसमें रंगदारी मांगने में उपयोग हुए फोन को बरामद किया गया है। रंगदारी मांगने के मामले में बागपत के दोघट थाने में एफआईआर दर्ज किया गया है। चार माह से ज्ञानेन्द्र ढाका जेल में निरुद्ध है। प्रकरण की गहनता से जांच करायी जा रही है। मामले में एफआईआर दर्ज की जायेगी। फोन जेल में जाने के गंभीर मामले में जो भी जांच में दोषी पाया जायेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी। तीन लोग अंदर लड़े भी है, जिसमें एक चम्मच बरामद की गयी है।

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