ओबरा में दयालु ने बचाई एक बच्ची की जिंदगी ,भीख मांगने को मजबूर शिवानी को नई जिंदगी की आश
राष्ट्रीय नवनिर्माण सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष आनंद पटेल दयालु के हस्तक्षेप से शिवानी को मिली नई जिंदगी
भीख देने से पहले जरूर पूछ ताछ करें ताकि उनकी सही समय पर मदद हो सके - आनंद पटेल दयालु
अजित सिंह ( ब्यूरो रिपोर्ट)
मानवता और जागरूकता का एक प्रेरणादायक उदाहरण रविवार को ओबरा में देखने को मिला।जब नेताजी कॉटन भंडार पर भीख मांग रही लगभग 12-13 वर्ष की एक छोटी बच्ची की जिंदगी बचा ली गई। बतातें चलें कि बच्ची जो साड़ी पहने हुए थी और काफी डरी सहमी लग रही थी, उसी समय लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया।

यह घटना तब सामने आई जब अपना दल (एस) युवा मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष और राष्ट्रीय नवनिर्माण सेना ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष आनंद पटेल दयालु की नजर उस बच्ची पर पड़ी। उसकी दयनीय हालत देखते ही दयालु ने तुरंत उसे रोका और उससे वार्तालाप किया । जिसके क्रम में बच्ची ने अपना नाम शिवानी पिता का नाम रजन ठाकुर और माता का नाम रश्मि बताया।

जब पूरी जानकारी ली गई, तो एक चौंकाने वाला तथ्य प्रकाश में आया कि शिवानी को किसी ने बेहोश कर शादी कर बेचने की कोशिश की थी। वह पिछले दो दिनों से भूखी थी। शिवानी की दर्दनाक घटना सुनने के बाद तत्काल आनंद पटेल दयालु ने उसे भोजन कराया और उन्होंने बिना देर किए चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 पर इसकी सूचना दी।
करीब तीन घंटे के इंतजार के बाद चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम मौके पर पहुंची, जिसमें सत्य चौरसिया और एक महिला अधिकारी शामिल थीं। टीम ने बच्ची से बातचीत की और उसे अपने साथ ले गई, जिससे शिवानी को एक सुरक्षित ठिकाना मिल सका। इस घटना के बाद, आनंद पटेल दयालु ने समाज को जागरूक रहने का महत्वपूर्ण संदेश दिया और उन्होंने कहा कि सभी को जागरूक रहना चाहिए।
जिससे किसी की जिंदगी बचाई जा सके और उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि शिवानी जैसी कई बच्चियां हैं जो भीख मांगने पर मजबूर हैं क्योंकि उनके पास खाने या रहने की कोई व्यवस्था नहीं होती। ऐसे कई मामलों की ओर भी इशारा किया जहां बच्चों को शादी कर बेच दिया जाता है। शिवानी के अनुसार उसके माता-पिता अब इस दुनिया में नहीं हैं जो उसकी बेबसी का एक और कारण हो सकता है।
श्री दयालु ने लोगों से अपील किया कि वे भीख देने से पहले जरूर पूछताछ करें ताकि उनकी सही दिशा और मदद हो सके। शिवानी जैसी घटना क्रम में आपकी जागरूकता किसी की जिंदगी में उजाला ला सकती है। यह घटना हमें याद दिलाती है कि हमारे समाज में अभी भी ऐसे बच्चे हैं जो शोषण और उपेक्षा का शिकार हो रहे हैं और हमारी थोड़ी सी सजगता उनकी जिंदगी बदल सकती है।
इस मानवीय पहल के दौरान कई अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद थे। जिन्होंने आनंद पटेल दयालु के इस कार्य का समर्थन किया। जिसमें भाजपा के धीरेंद्र पटेल, बड़कू तिवारी, अपना दल (एस) अल्पसंख्यक मंच के प्रदेश सचिव जनाब महताब आलम, जिला उपाध्यक्ष जनाब सिब्बु शेख, जिला सचिव, संतोष कनौजिया और राष्ट्रीय नवनिर्माण सेना (रा.न.नि.से.) के जिला संगठन मंत्री दिनेश केसरी शामिल थे। इन सभी की उपस्थिति ने इस नेक कार्य को और भी बल प्रदान किया।यह घटना ओबरा ही नहीं बल्कि पूरे समाज के लिए एक वेक-अप कॉल है जो हमें बच्चों के अधिकारों और उनकी सुरक्षा के प्रति अधिक संवेदनशील होने का आह्वान किया है।

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