ओबरा में अवैध खनन के खिलाफ विश्व हिंदू महासंघ का प्रचंड संग्राम, खनन माफिया का फूंका पुतला
विश्व हिंदू महासंघ के कार्यकर्ताओं ने अबैध खनन को लेकर जमकर प्रदर्शन किया, राजस्व का भारी नुकसान
ओबरा तहसील क्षेत्र अन्तर्गत अबैध खनन का मामला
अजित सिंह ( ब्यूरो रिपोर्ट)
ओबरा/सोनभद-
सोनभद्र जिले के ओबरा स्थित शारदा मंदिर चौराहे पर विश्व हिंदू महासंघ भारत के सोनभद्र जिलाध्यक्ष श्याम जी मिश्रा के नेतृत्व में अवैध खनन के खिलाफ एक अभूतपूर्व और शक्तिशाली विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया। संगठन के बड़ी संख्या में आक्रोशित पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने इस प्रदर्शन में हिस्सा लिया और क्षेत्र में बेलगाम जारी अवैध खनन की काली करतूतों के खिलाफ अपना प्रबल प्रतिरोध दर्ज कराया।
इस दौरान, प्रदर्शनकारियों ने एकजुट होकर खनन माफिया का प्रतीकात्मक पुतला दहन किया और प्रशासन से तत्काल कठोर एवं निर्णायक कार्रवाई की पुरजोर हुंकार भरी।प्रदर्शनकारियों ने स्पष्ट रूप से में.बी.सी.एस. इंटरप्राइजेज के मालिक चंद्रभूषण गुप्ता और ओबरा निवासी सफीक अहमद को क्षेत्र में हो रहे व्यापक अवैध खनन के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया।
सोनभद्र जिलाध्यक्ष श्याम जी मिश्रा ने उत्तेजित कार्यकर्ताओं और मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि इन लोगों द्वारा की जा रही गैरकानूनी और अंधाधुंध ब्लास्टिंग के कारण विल्ली स्टेशन की मजबूत दीवारों में भी गहरी और खतरनाक दरारें आ गई हैं, जिससे स्टेशन की संरचनात्मक सुरक्षा खतरे में पड़ गई है। उन्होंने आगे आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि ब्लास्टिंग से निकलने वाले जानलेवा और विषैले धुएं ने विल्ली स्टेशन और उसके आसपास के घनी आबादी वाले रिहायशी इलाकों में गंभीर स्वास्थ्य और पर्यावरणीय संकट पैदा कर दिया है, जिससे स्थानीय निवासियों का सामान्य जीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है।
इसके अतिरिक्त, इस विनाशकारी ब्लास्टिंग की वजह से आसपास के कई घरों की दीवारों में भी खतरनाक दरारें आ गई हैं, जिससे क्षेत्र के लोगों में डर, दहशत और असुरक्षा की गहरी भावना व्याप्त हो गई है।श्याम जी मिश्रा ने इस संगठित अवैध खनन को न केवल राज्य सरकार बल्कि केंद्र सरकार के खजाने के लिए भी एक बहुत बड़ा आर्थिक अपराध और भारी नुकसान बताया।
उन्होंने सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा कि रात के अंधेरे की आड़ में भी शक्तिशाली कंप्रेसर और पोकलेन जैसी विशालकाय मशीनों का इस्तेमाल करके बड़े पैमाने पर अवैध खनन किया जा रहा है और इस गैरकानूनी और राष्ट्रविरोधी धंधे से सरकार को हर साल करोड़ों रुपये के राजस्व की चोरी हो रही है। मिश्रा ने खनन विभाग के उच्च पदों पर बैठे भ्रष्ट अधिकारियों पर खनन माफिया के साथ गहरी मिलीभगत का गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी आपराधिक सांठगांठ के चलते ही क्षेत्र में खुलेआम फायरिंग, जानलेवा ब्लास्टिंग और अवैध खनन का यह काला और गैरकानूनी कारोबार बिना किसी रोक-टोक के फल-फूल रहा है।
सोनभद्र जिलाध्यक्ष श्याम जी मिश्रा ने यह भी एक गंभीर आरोप लगाया कि खनन माफिया और कुछ भ्रष्ट सरकारी अधिकारियों की आपस में मिलीभगत प्रदेश के ईमानदार और स्वच्छ छवि वाले मुख्यमंत्री की पारदर्शी शासन की नीति को बदनाम करने की एक सोची-समझी और गहरी साजिश है। उन्होंने पुरजोर मांग की कि इस गैरकानूनी और खतरनाक गतिविधि पर तत्काल कठोर और निर्णायक कार्रवाई करते हुए पूर्ण विराम लगाया जाए और इसमें शामिल सभी आदतन अपराधियों और भ्रष्ट अधिकारियों को बिना किसी देरी के गिरफ्तार कर उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए, ताकि कानून का राज स्थापित हो सके।प्रदर्शनकारियों ने अवैध और अनियंत्रित ब्लास्टिंग के कारण पर्यावरण और स्थानीय लोगों के नाजुक स्वास्थ्य पर पड़ने वाले विनाशकारी और दीर्घकालिक दुष्प्रभावों पर गहरी चिंता और पीड़ा व्यक्त की।
उन्होंने बताया कि विस्फोटकों के अत्यंत खतरनाक और जहरीले कण हवा, पानी और उपजाऊ मिट्टी में आसानी से घुल रहे हैं, जिससे क्षेत्र के लोगों को आंखों में असहनीय जलन, नाक बहना, मुंह में कड़वाहट और श्वसन तंत्र से जुड़ी गंभीर अस्थायी स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने विभिन्न वैज्ञानिक अध्ययनों और चिकित्सा रिपोर्टों का हवाला देते हुए चेतावनी दी कि यदि लंबे समय तक इस जहरीली धूल और मलबे को साफ करने के लिए प्रभावी और वैज्ञानिक कदम नहीं उठाए गए तो स्थानीय लोग टीबी, फेफड़ों का कैंसर, पेट के जानलेवा अल्सर और हृदय रोग जैसी घातक बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं, जिससे क्षेत्र में एक बड़ा स्वास्थ्य संकट पैदा हो सकता है।
उन्होंने विशेष रूप से दुख और चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि ओबरा क्षेत्र के आसपास रहने वाले कई असहाय बुजुर्ग, महिलाएं और पहले से ही हृदय रोग से पीड़ित मरीज दोपहर में थोड़ी शांति और आराम की उम्मीद करते हैं, लेकिन यह अवैध और निर्दयी ब्लास्टिंग उनकी नींद को छीन लेती है और उन्हें भूकंप जैसे जानलेवा झटके महसूस कराती है, जिससे वे डर के मारे बुरी तरह से घबरा जाते हैं और उनकी दिन की थोड़ी सी शांति भी भंग हो जाती है। उन्होंने बताया कि दिन में दोपहर 1:00 बजे से 2:00 बजे के बीच अक्सर ऐसे तेज और डरावने झटके महसूस किए जाते हैं, जो क्षेत्र में हो रही अवैध और विनाशकारी ब्लास्टिंग की गतिविधियों का एक स्पष्ट और निर्विवाद प्रमाण हैं। उन्होंने गहरी हैरानी और दुख व्यक्त करते हुए कहा कि एक साल में 365 दिन होते हैं, लेकिन इस दुर्भाग्यपूर्ण क्षेत्र में लगभग 250 दिन तक लगातार और बेरोकटोक ब्लास्टिंग की जाती है, जिससे स्थानीय लोगों का जीवन किसी नरक से कम नहीं रह गया है।
प्रशासन से निर्णायक कार्रवाई की अंतिम चेतावनी:
इस उग्र और न्यायपूर्ण विरोध प्रदर्शन में पवन भारती, रंजीत, विजय, हर्ष राज, संजय कुमार, शिबू भारती और राजेश समेत कई अन्य जागरूक और कर्तव्यनिष्ठ कार्यकर्ताओं ने पूरे जोश और दृढ़ संकल्प के साथ भाग लिया। सभी ने मिलकर अवैध खनन के खिलाफ बुलंद आवाज उठाई और दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। विश्व हिंदू महासंघ ने स्थानीय प्रशासन और प्रदेश सरकार को इस गंभीर और संवेदनशील मुद्दे पर तत्काल संज्ञान लेने और क्षेत्र में चल रहे अवैध खनन के इस लाइलाज नासूर को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए निर्णायक और कठोर कार्रवाई करने का अंतिम आग्रह किया है, ताकि ओबरा क्षेत्र के निरीह निवासियों को इस गैरकानूनी, अमानवीय और जानलेवा गतिविधि से बचाया जा सके और क्षेत्र के बहुमूल्य पर्यावरण तथा लोगों के अनमोल स्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
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