रेलवे स्टेशन पर एक बूँद पेयजल के लिए तरस रहे यात्री। प्यास बुझाने के लिए मिनरल वाटर से चलाते  है काम 

रेलवे स्टेशन पर एक बूँद पेयजल के लिए तरस रहे यात्री। प्यास बुझाने के लिए मिनरल वाटर से चलाते  है काम 

स्वतंत्र प्रभात

सुरियावां। सुरियावां रेलवे स्टेशन का प्लेटफार्म नंबर दो जहां पर यात्रियों के लिए एक बूंद पेयजल पानी की व्यवस्था नहीं है। इस तरह से लोग परेशान हैं। यह भारतीय सेवा रेल सेवा मानी जाती है। और यहां पर प्लेटफार्म पर जो है। एक बूंद के जल की व्यवस्था नहीं है। आखिरकार जो है। यात्री को प्यास लगती है। तो कैसे प्यास बुझाए वह मिनरल वाटर से काम चलाते हैं। नहीं तो रिस्क लेकर के भागकर आगल बगल पास की दुकानों पर प्लेटफार्म के बाहर जा कर लेते हैं। ऐसे में देखा जाए भारतीय रेल सेवा है। यहां स्वच्छता जल संरक्षण अभियान तेजी से चल रहा है। लेकिन यात्रियों को पेयजल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। यहां तक कि रेलवे प्लेटफार्म नंबर दो पर लाइट तो लगे हैं। खंभे पर किंतु करीब 6 महीने से जलते नहीं है। यात्री रात्रि में अंधेरे में रहने के लिए आने जाने के लिए मजबूर हैं। जिम्मेदार अधिकारियों का ध्यान ध्यान कई बार आकृष्ट कराया गया किंतु कोई ध्यान नहीं दिया जाता है। साफ सफाई की व्यवस्था भीनही है। और एक हैंडपंप मात्र लगा है। वह भी साल भर से खराब है। आपको बता दें कि प्लेटफार्म पर पानी सप्लाईहेतु  पंप तो लगाया गया है। किंतु पाइप लाइन नही विछी नल की टोटी नहीं लगाई गई है। और इसी तरह छोड़ दिया गया है न तो बाउंड्री लाइन है। गंदगी का अंबार लगा हुआ है। टिन सेड व्यवस्था में तीन सेट तो है। किंतु बैठने के लिए व्यवस्था नहीं है यात्री आते हैं। ट्रेन पकड़ने तो खड़े ही रहना पड़ता है। दूसरे मुसीबत यह बनी हुई है। कि यहां वृद्ध और विकलांग बीमार व्यक्ति कैसे प्लेटफार्म पर चढ़े उसकी भी समस्या को देखें कि जमीनी सतह से करीब 12, 14 फीट ऊंचाई पर यह प्लेटफार्म नंबर 2 बना हुआ है। किंतु कोई जो है रोपवे नहीं है। 

कि विकलांग वृद्ध विकलांग विमार जो है। कैसे जो है चढ़ पाएगाकैसे ट्रेन पकड़ पाएगा उसके लिए मुसीबत बनी हुई है विवश होकर के लोग रिजर्व साधन करके आते जाते हैं ट्रेन का लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है रेल विभाग इस पर ध्यान नहीं दे रहा है आला अधिकारी लखनऊ से चलते हैं तो वाराणसी सीधे रुकते हैं। उनको सुरियावां रेलवे स्टेशन ध्यान नहीं आता है जबकि कई बार व्यापार मंडल सुरियावा ने और नागरिकों ने समस्याओं का ज्ञापन दिया लेकिन कोई आज तक सुनवाई नहीं हुई नागरिकों का यहां तक कहना है कि यहां के जनप्रतिनिधि भी कभी सुरियावां रेलवे स्टेशन पर आकर यह नहीं देखें कि क्या इस रेलवे स्टेशन की दशा दुर्दशा है। ऐसे में नागरिकों ने व्यापार मंडल अध्यक्ष शेषधर गुप्ता समाजसेवी विनय चौरसिया युवा उद्योग व्यापार मंडल के महामंत्री अश्वनी साहू कोषाध्यक्ष अनिल उमर  मदन गुप्ता अंकित गुप्ता संतोष जायसवाल, सजन, पवन, राजकुमार, आदि लोगों ने रेल विभाग के आला अधिकारियों को और जनप्रतिनिधियों को बड़े आग्रह के साथ निवेदन किया है। 

कि कम से कम सुरियावां रेलवे स्टेशन पर कृपा करके पेयजल व्यवस्था करा दें टीनशेड के नीचे बैठने की व्यवस्था करा दें रोपवे की व्यवस्था करा दे हैंडपंप ठीक करा दे प्लेटफार्म नंबर दो पर प्रकाश व्यवस्था साल भर से गड़बड़ है अंधेरे में लोग आते जाते हैं उसको ठीक करा दिया जाए और ऊंचाई पर प्लेटफॉर्म है रोपवे बना दिया जाए तमाम समस्याओं से घिरा रेलवे स्टेशन अपने भाग्य पर आंसू बहा रहा है। भारतीय रेल सेवा कि समस्याओं को दूर किया जाए। शुबह वाराणसी से लखनऊ जाने व शाम को लखनऊ से वाराणसी तक चलने वाली ट्रेन का स्टापेज किया जाए।

About The Author

Post Comment

Comment List

आपका शहर

अंतर्राष्ट्रीय

Online Channel