
पटाखा हादसें के बाद जागती है भदोही पुलिस ।
पटाखा हादसें के बाद जागती है भदोही पुलिस । ए• के • फारूखी ( रिपोर्टर) ज्ञानपुर,भदोही । पुलिस को लेकर एक टैग लाइन बचपन से सुनते आ रहे हैं हम, कि वारदात के बाद पुलिस मौके पर आती है। सायरन चोरों को सावधान करने के लिए बजाते हैं कि हम आ रहे हैं, और अब
पटाखा हादसें के बाद जागती है भदोही पुलिस ।
ए• के • फारूखी ( रिपोर्टर)
ज्ञानपुर,भदोही ।
पुलिस को लेकर एक टैग लाइन बचपन से सुनते आ रहे हैं हम, कि वारदात के बाद पुलिस मौके पर आती है। सायरन चोरों को सावधान करने के लिए बजाते हैं कि हम आ रहे हैं, और अब हम जा रहे हैं।
ऐसा ही कुछ हाल कोतवाली ज्ञानपुर पुलिस का है।यहाँ के सभी थानेदारों से लेकर सिपाही व खुफिया तंत्र को मालूम है कि ज्ञानपुर नगर के कोतवाली से लगभग बीस कदम दूर का वार्ड नम्बर 8 पुरानी बाजार बारुद के ढेर पर बैठा है।यहाँ किस गली के किस मकान में अवैध ढंग से पटाखे तैयार होते हैं, पुलिस को मालूम है।
दिवाली पर पटाखों की बिक्री के लिए तीन माह पहले से ही बारुद जुटाने की तैयारी शुरू हो जाती है। अवैध ढंग से तैयार होने वाले इन पटाखों के निर्माण की जानकारी होने के बाद भी पुलिस शांत रहती है क्योंकि उसकी जेब भरती रहती है। यहाँ एक मकान में चल रहे अवैध पटाखा की जानकारी भी स्थानीय पुलिस को पहले से थी।
लेकिन यदि सुविधा शुल्क पहले ही पा गई होती तो रविवार को रियाज सहित पकड़े गए तीन बोरों व एक डिब्बे में रखे विस्फोट के साथ गिरफ्तारी नहीं होती। फिलहाल पुलिस ने लेनदेन कर अभियुक्त को मुचलके पर रिहा कर दिया।बता दें कि दिवाली पर पुलिस सिर्फ पटाखों की वसूली के साथ ही अपनी जेब गरम करने में जुटी रहती है।
यहां लाइसेंस या फिर किसी तरह के मानस की जहां तक बात है तो इसका पालन ना के बराबर होता है जबकि पटाखे का कारोबार मुख्य रूप से चोरी-छिपे ही किया जाता है यहां जिले के कई पटाखा कारोबारियों का कहना है कि यह धन्दा कुछ ही दिनों का होता है इसलिए पुलिस को थोड़ा बहुत कम ज्यादा ले जाकर काम हो जाता है
बताया कि लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया इतनी जटिल हो गई है कि लोग जानबूझकर लाइसेंस बनवाने में कतराते हैं। वही तेजतर्रार पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह के तेवर को देखते हुए थानेदारों ने मन मारते हुए अवैध पटाखा कारखानों पर दबिश देनी शुरू कर दी है।
बताते चलें कि बीते वर्ष गोपीगंज पुलिस ने गोदाम में दबिश देकर एक व्यापारी के घर से भारी मात्रा में अवैध तरीके से जुटाए पटाखे को बरामद किया। बाजार में इन पटाखों का मूल्य डेढ़ लाख रुपये से अधिक बताया गया था।इसे नष्ट करते समय अफसरों की मौजूदगी में थाने पर जमावड़ा लगा था।
सूत्र बताते हैं कि अवैध पटाखों का जखीरा इस जिले के सबसे चर्चित इलाके गोपीगंज, भदोही, सुरियावां में मौजूद है , लेकिन न जाने पुलिस इस इलाके में हाथ डालने से क्यूँ कतराती है?भदोही में मुस्लिम बाहुल्य इलाका और संकरी गली होने के कारण पुलिस कार्रवाई से हिचकती है।
ऐसे में जनपद की कमान संभाले एसपी की ओर सभी की निगाहे हैं कि एक ईमानदार पुलिस कप्तान अपनी इच्छाशक्ति के बूते इन इलाकों में बेखौफ चल रहे अवैध पटाखों के कारखानों, दुकानों पर ताला लगवा पायेंगें।
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