पुरातात्विक उत्खनन हुलास खेड़ा मार्ग 8 माह बाद भी अधूरा

पुरातात्विक उत्खनन हुलास खेड़ा मार्ग 8 माह बाद भी अधूरा

पुरातात्विक उत्खनन हुलास खेड़ा मार्ग 8 माह बाद भी अधूरा



लखनऊ।


 मोहनलालगंज पुरातात्विक उत्खनन पर्यटन स्थल हुलास खेड़ा को जाने वाली जर्जर सड़क 8 माह से अब तक नहीं बन पाई जिससे क्षेत्रीय जनता में सरकार के प्रति आक्रोश व्याप्त है कि गड्ढा मुक्त सड़कों के सरकारी दावे खोखले साबित हो रहे हैं। मोहनलालगंज विकासखंड कार्यालय के सामने से  हुलास खेड़ा पुरातात्विक उत्खनन पर्यटन स्थल जो भारतीय संस्कृति को संजोए हुए है प्रदेश सरकार ने उक्त स्थल को विकसित करने की भी घोषणा की थी लेकिन अब तक सिर्फ कागजों तक ही घोषणाएं सीमित रह गई है। 

यह तो दूर की कौड़ी साबित हुई उससे ज्यादा परेशानी 8 माह से बन रही सड़क  पर पैदल चलना मुश्किल हो गया  है  ग्रामीणों ने कहा कि इससे अच्छा तो तब था जब सड़क  की खुदाई नहीं हुई थी फिर भी चलने में आसान था सड़क खुदाई कराने के बाद सड़क पर पड़ी  गिट्टियां आए दिन साइकिल सवारों को चोट दे रही हैं। जबकि बाइक और चार पहिया वाहन चालक उस सड़क पर चलने से कतराते हैं महिलाओं ने कहा कि अगर किसी को कोई प्रसव पीड़ा हुई तो इस सड़क से निकल कर जाना मौत के मुंह में धकेल ने जैसा साबित होता है

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पुरातात्विक उत्खनन हुलास खेड़ा मार्ग  8 माह बाद

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 जबकि सरकार घोषणाएं करती आ रही है कि सड़कें सब गड्ढा मुक्त हो गई हैं। लेकिन सच्चाई  इतर नजर आ रही लखनऊ की राजधानी से जुड़ी मोहनलालगंज  विधानसभा क्षेत्र पुरातात्विक उत्खनन पर्यटन स्थल हुलास खेड़ा को जाने वाले मार्ग पर पड़ी गिट्टियां लोगों को इतना दर्द दे रही हैं कि जिसे बयां कर पाना ग्रामीणों के लिए मुश्किल साबित हो रहा है काफी संख्या में ग्रामीणों ने कहा कि इस बार भाजपा सरकार को वोट देकर विकास के मुद्दे को बढ़ावा देने का सपना सजोया था लेकिन  अब तो पूर्व की सरकारों से भी बुरा हाल हो गया यह बहुत बड़ी भूल साबित हो रही है

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 ऐसे में प्रदेश सरकार अतरौली से हुलास खेड़ा, कुबहरा, करोड़ा से नगराम, बेनीगंज, मोहनलालगंज से यूपीएएल कॉलोनी सहित अनेकों सड़को पर बड़े बड़े गड्ढे बने है उक्त सड़को से पढ़ने के लिए बेटियां साइकिल ने निकलती है। जिनके लिए बहुत ही कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है आखिर क्या ऐसे ही सरकार का सपना साकार होगा पढ़े बेटियां, बढ़े बेटियां, ग्रामीणों ने कहा दर्जनों गांवों को जोड़ने वाली सड़को को सरकार शीघ्र मरम्मत कराए ताकि ग्रामीणों का आवागमन सुगम हो जाए तो विद्यार्थियों,  मजदूरों,प्रसव पीड़ताओ सहित सभी का आना जाना  आसान हो जायेगा।
 

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